चीन के खतरे के विरोध में जापान लंबी दूरी के हज़ार मिसाइल तैनात करेगा – जापान के अखबार का दावा

टोकियो – तैवान के खिलाफ चीन के सैन्य सामर्थ्य के प्रदर्शन को जापान काफी गंभीरता से देख रहा है। लड़ाकू विमान, युद्धपोत और मिसाइल्स के जोर पर ताइवान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे चीन को वैसा ही जवाब देने के लिए जापान ने तेज़ गतिविधियाँ शुरू की हैं। इसी के एक हिस्से के तौर पर चीन और ताइवान के करीबी जापानी द्वीपों पर लंबी दूरी के कुल हज़ार मिसाइल्स तैनात करने के संकेत जापान ने दिए। जापान के योमिउरि नामक अखबार ने इससे संबंधित खबर जारी की। यह तैनाती जापानी रक्षाबल की ‘ताइवान काँटिन्जन्सी इनिशिएटिव’ का हिस्सा बताया जा रहा है।

हज़ार मिसाइलपिछले साल से चीन और उत्तर कोरिया की आक्रामक सैन्य गतिविधियाँ जारी हैं। इन गतिविधियों को चुनौती देने के लिए जापान ने भी आक्रामक नीति अपनाई है। पिछले साल के अन्त में जापान ने अपना रक्षा खर्च बढ़ाकर ५० अरब डॉलर्स करने का ऐलान किया था। इसके बाद अप्रैल में शासक ‘एलडीपी’ पार्टी ने शत्रु के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता पाने के लिए ज़रूरी प्रस्ताव पेश किया था। इसी बीच जुलाई में जापान ने रक्षा संबंधि श्‍वेत पत्रिका सार्वजनिक की थी। इसमें रक्षा तैयारी बढ़ाने के लिए लंबी दूरी के मिसाइल्स तैनात करने का ज़िक्र किया गया था।

हज़ार मिसाइल‘योमिरि’ अखबार ने सरकारी सूत्र के दाखिले से लंबी दूरी के मिसाइल्स की तैनाती शुरू होने का दावा किया है। फिलहाल जापान के पास मौजूद ‘टाई १२ स्टैण्डऑफ मिसाइल्स’ की मारक क्षमता बढ़ाई जाएगी, ऐसा जापानी अखबार ने कहा है। ज़मीन से हमला करने की क्षमता वाली इन मिसाइल्स की मारक क्षमता फिलहाल १०० से २०० किलोमीटर्स के बीच है। इसे बढ़ाकर सीधे हज़ार किलोमीटर्स या उससे अधिक करने की गतिविधियाँ शुरू की गई हैं।

मारक क्षमता बढ़ाने के साथ ही इन मिसाइल्स के हवा एवं जहाज़ से दागी जानेवाले संस्करण विकसित करने का भी कार्यक्रम है। तीनों संस्करणों के समावेश वाली लगभग हज़ार मिसाइल्स ‘नान्सेई आयलैण्डस्‌’ के नाम से जाने जा रहे द्वीप समूह पर तैनात की जाएँगीं, ऐसा दावा किया जा रहा है। इन द्वीप समूहों में छोटे-बड़े २०० द्वीप हैं। इनमें से ‘अमामि-ओशिमा’, ‘इशिगाकि’ और ‘मियाको’ का इस तैनाती के लिए चयन होने की बात कही जा रही है।

अगले कुछ दिनों में जापान के रक्षा विभाग अगले साल की संभावित रक्षा निधि के प्रस्ताव का ऐलान करेगा। इस प्रस्ताव में लंबी दूरी के मिसाइल्स के लिए प्रावधान होगा, ऐसे संकेत सरकारी सूत्र ने दिए हैं। पिछले कुछ दिनों में चीन ने ताइवान के क्षेत्र में शुरू किए युद्धाभ्यास और इसी बीच जापान की सीमा में गिरे चीनी मिसाइल्स की पृष्ठभूमि पर लंबी दूरी के मिसाइल्स का मुद्दा चर्चा में है।

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