इस्रायल की ईरान विरोधी छोटी सी गतिविधि भी प्रत्युत्तर आमंत्रित करेगी – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष का इशारा

तेहरान – ‘खाड़ी क्षेत्र के अरब देशों के संबंधों में सुधार लाने के लिए इस्रायल की गतिविधियाँ ईरान की गुप्तचर यंत्रणा और सेना से बिल्कुल छुपी नहीं हैं। ऐसी स्थिति में इस्रायल ने ईरान के खिलाफ छोटी सी गतिविधि भी की इस पर ईरान द्वारा प्रत्युत्तर दिया जाएगा। ईरान की सेना इस्रायल में दाखिल होगी’, यह इशारा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने दिया। इसी बीच, अरब देशों में छुपे इस्रायली गुप्तचर यंत्रणाओं के जासूस ईरान के खिलाफ साज़िश रच रहे हैं, यह आरोप ईरान के अधिकारी ने कुछ दिन पहले लगाया था।

israel-iran-activities-retaliationसोमवार को ईरान की सेना का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सेना को संबोधित करते हुए ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने इस्रायल को धमकाया। इस्रायल ने ईरान विरोधी कार्रवाई के लिए गतिविधि की तो ईरान की सेना इस्रायल में शांति स्थापित नहीं होने देगी, ऐसी धमकी राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने दी। ईरान की सेना सीधे इस्रायल में घुस जाएगी, ऐसा ध्यान आकर्षित करनेवाला ऐलान राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने किया। पिछले कुछ दिनों में ईरान की गतिविधियों पर गौर करें तो राष्ट्राध्यक्ष रईसी की इस धमकी की गंभीरता  बढ़ती है।

रविवार को ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने इराक की ओर रुख करके इशारा किया था। इराक की भूमि का ईरान विरोधी कार्रवाई के लिए इस्तेमाल नहीं होगा, इसका पूरा ध्यान इराक रखे, ऐसा कहकर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने इरबिल में हुए हमलों की ओर ध्यान आकर्षित किया था। इरबिल इराक के कुर्दिस्तान प्रांत की राजधानी है। पिछले महीने ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के दल ने कुर्दिस्तान के इरबिल शहर पर मिसाइल हमले किए थे। इन हमलों में इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ के सेफ हाऊस यानी खुफिया अड्डे को नष्ट करने का दावा ईरान ने किया था। साथ ही खाड़ी-अरब देशों में इस्रायली एजेंटस्‌ की गतिविधियाँ बर्दाश्‍त नहीं करेंगे, यह इशारा भी रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने दिया था।

इसके बाद इस्रायल के ‘मिलिटरी अटैचे’ यानी सैन्य अधिकारी को अपने देश में अनुमति बहाल करनेवाले बहरीन को भी ईरान ने धमकाया था। ईरान की सुरक्षा को चुनौती दे रही इस तैनाती के लिए बहरीन को इरबिल जैसे परिणाम भुगतने पड़ेंगे, यह इशारा ईरान ने दिया था। ऐसे में कुछ घंटे पहले ईरान के विदेशमंत्री ने आतंकी संगठन हमास के वरिष्ठ नेता से चर्चा की थी। ईरान की यह गतिविधियाँ काफी खतरनाक होने का इशारा इस्रायल के सैन्य विश्‍लेषक दे रहे हैं। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने इस्रायल को दिया हुआ इशारा भी उतना ही गंभीर है, यह दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

ईरान के राष्ट्राध्यक्ष पिछले कुछ दिनों से अधिक आक्रामक होने के मुद्दे पर इस्रायली विश्‍लेषक गौर कर रहे हैं। कुछ हफ्ते पहले इस्रायल में आयोजित नेगेव परिषद ईरान के इस धमकाने के रवैये के लिए ज़िम्मेदार होने का दावा किया जा रहा है। यूएई, बहरीन, मोरोक्को और इजिप्ट ने नेगेव परिषद का हिस्सा बनकर इस्रायल के साथ रक्षा सहयोग करने के लिए पहल की थी। ऐसे में आनेवाले समय में इस सहयोग का विस्तार होगा। जॉर्डन, कुवैत, ओमान, कतार, सौदी अरब जैसे देश इसमें शामिल होंगे और अरबों की नाटो जैसा संगठन बनेगा, यह इशारा ईरानी वृत्त संस्था ने दिया था। 

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