इस्रायल के ‘ब्ल्यू फ्लैग’ युद्धाभ्यास मे ‘यूएई’ के वायुसेना प्रमुख मौजूद – ईरान को संदेश देने का माध्यमों का दावा

ओव्दा – इस्रायल में अब तक का सबसे बड़ा ‘ब्ल्यू फ्लैग’ हवाई युद्धाभ्यास हो रहा है। इस्रायल और सात मित्रदेशों की वायुसेनाओं का यह संयुक्त युद्धाभ्यास एक हफ्ता चलेगा और इस दौरान ‘यूएई’ के वायुसेनाप्रमुख वाईस मार्शल इब्राहिम नासिर मोहम्मद अल-अलावी मौजूद रहे। ‘यूएई’ के वायुसेनाप्रमुख की इस हवाई युद्धाभ्यास में मौजूदगी बड़ी अहम साबित होती है, ऐसी प्रतिक्रिया इस्रायल ने दर्ज़ की। इस्रायल और यूएई इसके ज़रिये ईरान को इशारा दे रहे हैं, यह दावा खाड़ी क्षेत्र के माध्यमों ने किया है।

Israel-UAEहर दो वर्ष बाद इस्रायल के ओव्दा हवाई अड्डे पर ‘ब्ल्यू फ्लैग’ नामक बहुराष्ट्रीय हवाई युद्धाभ्यास का आयोजन होता है। इस वर्ष दो दिन पहले इस युद्धाभ्यास की शुरूआत हुई। वर्तमान युद्धाभ्यास में भारत, अमरीका, ब्रिटेन, फ्रान्स, जर्मनी, ग्रीस, इटली के तकरीबन ७० लड़ाकू विमानों के साथ १,५०० से अधिक अधिकारी शामिल हुए हैं। इस युद्धाभ्यास में अति प्रगत ‘एफ-३५’, रफायल, ‘एफ-१६’, ‘मिराज-२०००’ जैसे लड़ाकू विमान शामिल हुए हैं।

इस्रायल में आयोजित इस युद्धाभ्यास के अवसर पर ‘यूएई’ की वायुसेनाप्रमुख वाईस मार्शल अलावी भी ओव्दा हवाई अड्डे पर पहुँचे थे। इस दौरान इस्रायल के वायुसेना प्रमुख मेजर जनरल अमिकम नॉर्किन के साथ यूएई के वायुसेनाप्रमुख ने इस युद्धाभ्यास का निरीक्षण किया। इस्रायली वायुसेना के ऑपरेशन्स विभाग के प्रमुख अमिर लज़ार ने यह जानकारी साझा की।

वर्तमान ब्ल्यू फ्लैग युद्धाभ्यास में यूएई के विमान शामिल नहीं हुए हैं, फिर भी वाइस मार्शल अलावी की इस दौरान मौजूदगी बड़ी अहम होने का बयान लज़ार ने किया। बीते वर्ष इस्रायल और यूएई एवं अन्य अरब देशों के बीच हुए अब्राहम समझौते के बाद कई अवसर उपलब्ध हुए हैं, ऐसा लज़ार ने कहा। साथ ही अगले दिनों में इस्रायल के इस हवाई युद्धाभ्यास में ‘यूएई’ के लड़ाकू विमान भी शामिल होंगे, यह उम्मीद लज़ार ने व्यक्त की।

ईरान ड्रोन्स की आर्मी खड़ी करने की तैयारी में होने का आरोप लगाकर लज़ार ने इस युद्धाभ्यास की अहमियत रेखांकित की। ‘किसी दिन इस युद्धाभ्यास में शामिल हुए देशों को ईरान के खतरे के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करनी पड़ सकती है’, ऐसा कहकर यह युद्धाभ्यास इसकी बड़ी अच्छी पूर्व तैयारी होने के संकेत लज़ार ने इस दौरान दिए। इस्रायल की तुलना में कई गुना अधिक खाड़ी क्षेत्र के देशों को ईरान से खतरा है, ऐसा इशारा इस्रायल के नेता दे रहे हैं। इसके खिलाफ इस्रायल और अरब देशों का सहयोग बड़ा अहम साबित होता है, ऐसा कहकर इस्रायल ने अब्राहम समझौते के लिए पहल की थी।

इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के हवाई युद्धाभ्यास के लिए यूएई के वायुसेनाप्रमुख की मौजूदगी ध्यान आकर्षित करनेवाली बात है। खाड़ी क्षेत्र के माध्यमों ने इसका संज्ञान लिया है। अपने राजनीतिक सूत्रों का दाखिला देकर खाड़ी क्षेत्र के वृत्तसंस्थाओं ने यह दावे किए हैं कि, इस्रायल और यूएई के लड़ाकू विमान अगले दिनों में संयुक्त युद्धाभ्यास करते हुए दिखाई देंगे। ईरान के परमाणु कार्यक्रम की वजह से निर्माण हुई स्थिति का मुकाबला करने के लिए इस्रायल ने खाड़ी क्षेत्र के लिए देशों के साथ ताल्लुकात जोड़ने के लिए शुरू की हुई मुहिम को बड़ी सफलता हासिल होने की बात इससे फिर एक बार सामने आयी है।

इस्रायल का यात्री विमान सौदी अरब में उतरा

तेल अवीव – इस्रायल का निजी यात्री विमान दो दिन पहले सौदी अरब के रियाध हवाई अड्डे पर उतरा। इस्रायल की शीर्ष वृत्तसंस्था ने इसकी खबर जारी की। इस्रायल और सौदी के बीच यात्री विमान से संबंधित इस तरह का यह पहला सहयोग होने का दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

सौदी अरब का यात्री विमान सोमवार के दिन इस्रायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर उतरने की खबरें प्रसिद्ध हुई थीं। सौदी के कुछ माध्यमों ने इस वृत्त से इन्कार किया था। लेकिन, अगले कुछ ही घंटों में इस्रायल का निजी यात्री विमान रियाध में उतरने का दावा इस्रायली वृत्तसंस्था ने किया। यह एक ऐतिहासिक घटना है, ऐसा इस्रायली माध्यमों का कहना है।

सौदी अरब ने कुछ हफ्ते पहले ही अपनी हवाई सीमा खुली करने के बाद इस्रायल और यूएई के बीच हवाई सेवा शुरू हुई थी। सौदी की यह भूमिका इस्रायल की यात्री विमान सेवा के लिए फायदेमंद होने के दावे इस्रायली माध्यमों ने किए थे।

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