ईरान पर हमला करने की भूल करने पर इस्रायल के हाथ छाट दिए जाएँगे – ईरान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की धमकी

iran-attack-mistake-israe-1तेहरान – ‘ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ द्वारा आयोजित किया गया युद्धाभ्यास इस्रायल के लिए गंभीर इशारा है। अगले दिनों में इस्रायल ने यदि ईरान पर हमला करने की भूल की तो इस्रायल के हाथ छाट दिए जाएंगे’, ऐसी धमकी रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के प्रमुख जनरल हुसेन सलामी ने दी। कुछ ही घंटे पहले इस्रायल के नव-नियुक्त वायुसेनाप्रमुख मेजर जनरल टोमर बार ने इस्रायल के लड़ाकू विमान ईरान पर हमला करने के लिए तैयार होने का ऐलान किया था। इसके बाद ईरान का यह बयान किया है।

ईरान के दक्षिणी ओर के क्षेत्र में रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने सोमवार से सालाना सैन्य युद्धाभ्यास शुरू किया था। शुक्रवार को यह युद्धाभ्यास खत्म हुआ। पांच दिनों के इस युद्धाभ्यास के दौरान ईरान की सेना ने इमाद, घद्र, सेज्जील, ज़लज़ल, देज़फूल और ज़ोल्फाघर जैसे अलग अलग दूरी की कम से कम १६ मिसाइलें दागी। इनमें से ७०० किलोमीटर तक हमला करनेवाले ज़ोल्फाघर छोटी दूरी की मिसाइल इस क्षेत्र में अमरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले कर सकती हैं, यह इशारा रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने दिया।

तो, सेज्जील दो हज़ार किलोमीटर तक हमला करनेवाली बैलेस्टिक मिसाइल है। यह बैलेस्टिक मिसाइल इस्रायल को लक्ष्य कर सकता है, यह इशारा रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने दिया। इन मिसाइलों के साथ ही ईड़ान ने गश्त, हमलावर एवं आत्मघाती ड्रोन्स का भी परीक्षण किया। इस युद्धाभ्यास के बाद रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के प्रमुख जनरल सलामी ने इस्रायल को धमकाया।

iran-attack-mistake-israe-2‘हाल ही में किया गया यह युद्धाभ्यास और प्रत्यक्ष सैन्य कार्रवाई में ज्यादा फरक नहीं था। इन मिसाइलों की सिर्फ दिशा बदलने की देर है’, यह धमकी सलामी ने दी। तो, ईरान के सेनाप्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद हुसेन बाघेरी ने भी यह युद्धाभ्यास इस्रायल के लिए इशारा होने की बात स्पष्ट की। ‘इस्रायल के इन फिजूल इशारों पर ईरान ने इस युद्धाभ्यास के ज़रिये जवाब दिया है। ईरान के पास सैकड़ों मिसाइलों में से यह कुछ चुनिंदा मिसाइल्स हैं और यह एक ही समय पर अपने लक्ष्य को निशाना कर सकती हैं, यह इशारा बाघेरी ने दिया।

इस्रायल और ईरान के नेता एवं सैन्य अधिकारी पिछले कुछ दिनों से एक-दूसरे को धमका रहे हैं। वियना में चर्चा के दौरान समय बर्बाद करके ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम की गति बढ़ा रहा है, यह आरोप इस्रायल लगा रहा है। ऐसी स्थिति में वियना में परमाणु समझौते की अहमियत खत्म हुई, ऐसी आलोचना इस्रायल ने की थी। साथ ही ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमले करने के इशारे इस्रायली सैन्य अफसरों ने दिए थे। आदेश मिलते ही इस्रायल के लड़ाकू विमान दूसरे दिन भी ईरान पर हमले करेंगे, यह दावा इस्रायल के नव-नियुक्त वायुसेनाप्रमुख ने किया था।

तो, अमरीका की अनुमति के बिना इस्रायल ईरान पर हमला नहीं कर सकेगा, ऐसा बयान ईरान के वरिष्ठ सेना अधिकारी ने किया था। इसके खिलाफ इस्रायल पर हमला करने के लिए ईरान को किसी की अनुमति की जरुरत ना होने की धमकी ईरान ने दी थी।

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