इस्रायल नाटो में शामिल हो – यूरोपिय महासंघ के सलाहकार का इस्रायल से आवाहन

ब्रुसेल्स – यूक्रैन युद्ध में रशियन सेना जीत रही है और इसी बीच यूरोपिय महासंघ इस्रायल की ओर बड़ी उम्मीद से देख रहा है| ‘मज़बूत लोकतंत्र और मूल्यों पर आधारित समाजव्यवस्था एवं रक्षा तैयारी वाले इस्रायल को नाटो में शामिल होने के लिए सोचना चाहिए’, ऐसा आवाहन यूरोपिय महासंघ के सलाहकार ने किया| साथ ही इस्रायल की रक्षा तैयारी मौजूदा समय में और भविष्य में नाटो के लिए सहायक साबित होगी, ऐसा महासंघ के सलाहकार ने कहा है|

israel-nato-euइस्रायल अमरीका और यूरोप का मित्रदेश होने के बावजूद नाटो का सदस्य नहीं है| सन २०१४ में नाटो ने पहली बार इस्रायल को अहम ‘नॉन नाटो’ सहयोगी देश घोषित किया था| इसके बाद सन २०१६ में नाटो ने ब्रुसेल्स स्थित अपने मुख्यालय में इस्रायल को अपना दफ्तर शुरू करने की अनुमति दी| तत्पश्चात अगले वर्ष में नाटो और इस्रायल के बीच रक्षा संबंधी सहयोग का समझौता भी हुआ| लेकिन, इस्रायल इस सैन्य संगठन का सदस्य नहीं बना है| यह नाटो के लिए बड़ी चिंता की बात होने का बयान यूरोपिय महासंघ के सलाहकार ने किया है|

यूरोपिय महासंघ के सलाहकार अलेक्झांड्र क्रॉस और नुनो वाह्नॉन-मार्टिन्स ने ‘ब्रुसेल्स टाईम्स’ के एक लेख में इस्रायल को नाटो में शामिल होने का आवाहन किया| इसी बीच नाटो ने भी इस्रायल को अपना सदस्य देश बनाने की कोशिश करनी होगी, ऐसा इन दोनों ने सुझाया है| ‘इस्रायली निर्माण के रक्षा सामान का दर्ज़ा, तकनीक और इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा नाटो के सामर्थ्य में बड़ी बढ़ोतरी करेंगे’, यह  दावा क्रॉस और नुनो ने किया|

तथा, इस्रायल सदस्य बनने पर नाटो के ‘आर्टिकल ५’ के कारण खाड़ी क्षेत्र में संघर्ष छिड़ने की संभावना बढ़ेगी, यह इशारा भी क्रॉस और नुनो ने दिया| नाटो के ‘आर्टिकल ५’ के अनुसार सदस्य देश पर हुए हमले को नाटो पर हुआ हमला मानकर इसका जवाब दिया जाएगा| ऐसी स्थिति में ईरान या ईरान से जुड़े आतंकी संगठन इस्रायल पर हमला करेंगे तो अमरीका और यूरोपिय देशों के लिए ईरान या इन गुटों पर कार्रवाई करना अनिवार्य हो जाएगा, इस ओर क्रॉस और नुनो ने ध्यान आकर्षित किया|

ईरान या ईरान से जुड़े संगठनों का इस्रायल पर हमला होने की कड़ी संभावना है| ऐसा होने पर नाटो को इस्रायल की सुरक्षा के लिए सैन्य कार्रवाई करनी पड़ेगी और इससे खाड़ी क्षेत्र में लंबे समय तक संघर्ष चलेगा| यह संघर्ष खाड़ी के पार उत्तर अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी फैल सकता है’, यह इशारा यूरोपिय महासंघ के इन सलाहकारों ने दिया| इस्रायल के नाटो की सदस्यता को तुर्की का विरोध हो सकता है| लेकिन, उससे पहले इस्रायल नाटो में शामिल होने के लिए तैयार है या नहीं, यह देखना अहम होगा, ऐसा कहकर क्रॉस और नुनो ने इस्रायल की भूमिका पर ही सबकुछ निर्भर होने की बात स्पष्ट की|

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