इस्रायल, यूएई, बहरीन, मोरोक्को और इजिप्त का ईरान विरोधि गठबंधन

से बोकर – इस्रायल और सहयोगी अरब देशों को पहली बार एक ही मंच पर लानेवाली ‘नेगेव परिषद’ ऐतिहासिक साबित हुई। इस बैठक में शामिल हुए इस्रायल और अरब देशों के विदेशमंत्रियों ने ईरान को रोकने के लिए नए सुरक्षा गठबंधन का ऐलान किया। साथ ही अमरीका का इस क्षेत्र में प्रभाव कम होने के दौरान आर्थिक मोर्चे पर भी एकजुट होने की आवश्‍यकता इस परिषद में रेखांकित की गई। इस तरह से इस्रायल और अरब देशों की असंभव महसूस हो रही यह परिषद अब हर वर्ष नियमितरूप से आयोजित करने की बात सभी नेताओं ने स्वीकारी। इस्रायल और अरब देशों की इस बैठक से बेचैन हुए बायडेन प्रशासन ने इसके एक दिन पहले अपने विदेशमंत्री को इस्रायल रवाना किया था।

israel-uae-baharain-egypt-against-iranईरान के साथ परमाणु समझौता करने के काफी करीब पहुँचने की खबरें सामने आ रही हैं और इसी बीच अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन इस्रायल पहुँचे हैं। बायडेन प्रशासन से भरोसा खोनेवाले इस्रायल और अरब देशों को भरोसा दिलाने के लिए ब्लिंकन ने बड़ी कोशिश करने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए ईरान को परमाणु हथियारों से सज्जित होने नहीं देंगे, यह आश्‍वासन भी विदेशमंत्री ब्लिंकन ने इस्रायल और बाद में नेगेव परिषद के दौरान अरब देशों को दिया। लेकिन, बायडेन प्रशासन के आश्‍वासन पर हमारा विश्‍वास ना होने की बात इस्रायल और अरब देशों ने नेगेव परिषद में स्पष्ट की।

इस्रायल द्वारा आयोजित इस बैठक में यूएई, इजिप्त, बहरीन और मोरोक्को के विदेशमंत्री मौजूद थे। रविवार और सोमवार, ऐसे दो दिन के लिए आयोजित इस परिषद में इस्रायल के विदेशमंत्री येर लैपिड ने ईरान और ईरान से जुड़ी आतंकी संगठनों से मौजूद सभी देशों की सुरक्षा के लिए एकसमान खतरा होने की बात रेखांकित की। इसके बाद ईरान विरोधि सुरक्षा संबंधी गठबंधन में शामिल होने के लिए इस्रायल और अरब देशों में ऐतिहासिक सहमति हुई है।

तभी, यूएई के विदेशमंत्री अब्दुल्ला बिन ज़ाएद अन नह्यान ने नेगेव परिषद इस्रायल और अरब देशों के संबंध मज़बूत करने के लिए ऐतिहासिक बात साबित हो रही है, यह स्पष्ट किया। ‘बीते कई वर्षों से इस्रायल इस क्षेत्र का एक हिस्सा होने के बावजूद पहली बार अरब देश और इस्रायल में चर्चा हो रही है। ४३ साल पहले इजिप्त ने इस्रायल के साथ सहयोग शुरू किया था। हमने ऐसे सहयोग के ४३ साल गंवाए हैं। लेकिन, अब हम अन्य अरब देश इजिप्ट के नक्शेकदम पर चल रहे हैं’, यह ऐलान यूएई के विदेशमंत्री अब्दुल्ला ने किया।

साथ ही नेगेव परिषद ‘हादेरा’ पर हुए आतंकी हमले पर जोरदार प्रत्युत्तर होने का बयान यूएई के विदेशमंत्री ने किया है। नेगेव परिषद के कुछ घंटे पहले इस्रायल के हादेर की इस्रायली सुरक्षा चौकी पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में दो पुलिसवाले मारे गए और पांच घायल हुए। आतंकी ‘आयएस’ संगठन ने हादेर पर हुए आतंकी हमले का ज़िम्मा स्वीकारा।

नेगेव परिषद के लिए उपस्थित रहे अमरीका के विदेशमंत्री ब्लिंकन ने किसी समय नामुमकीन रही बाते अब मुमकीन हो रही है, ऐसा कहकर इस्रायल और अरब देशों के इस सहयोग पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज़ की। इस पर इस्रायल के विदेशमंत्री लैपिड ने ऐलान किया कि, आगे से हर वर्ष नियमितरूप से इस्रायल और अरब देशों के बीच इस तरह की असंभव मानी जानेवाली बैठक का आयोजन किया जाएगा।

इसी बीच, पिछले हफ्ते इजिप्ट के शर्म अल-शेख में राष्ट्राध्यक्ष, इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और यूएई के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन ज़ाएद की बैठक ने ध्यान आकर्षित किया था। इस बैठक में ईरानविरोधि सुरक्षा नीति पर चर्चा होने का वृत्त इस्रायली माध्यमों ने प्रसिद्ध किया था। इसके बाद मात्र छह दिनों में आयोजित हुई नेगेव परिषद में इस्रायल के साथ यूएई, इजिप्त, बहरीन और मोरोक्को के ईरान विरोधि गठबंधन पर सहमति अहमियत रखती है। अमरिका ईरान के साथ परमाणु समझौता करने की तैयारी में होने के दौरान इस परिषद की सफलता अमरीका को बेचैन करनेवाली साबित होती है।

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