विद्रोही लीबियाई नेता ने की इस्रायल की गुप्त यात्रा – इस्रायली अखबार का दावा

तेल अवीव – लीबिया की चरमपंथी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह करनेवाले जनरल खलिफा हफ्तार के पुत्र सद्दाम हफ्तार ने बीते हफ्ते इस्रायल का दौरा किया। लीबियाई विद्रोहियों का नेतृत्व कर रहे जनरल खलिफा का विशेष संदेश लेकर सद्दाम ने इस्रायल का दौरा करने की खबर इस्रायली अखबार ने प्रसिद्ध की। इस्रायल के संबंधों में सुधार करने के बदले में सद्दाम ने इस्रायल से सेना एवं राजनीतिक सहायता की माँग करने का दावा इस्रायली अखबार ने किया।

libya-rebels-israel-1बीते वर्ष से लीबिया के प्रधानमंत्री सराज और विद्रोही सेना अधिकारी जनरल हफ्तार के गुटों के बीच बड़ा संघर्ष हो रहा था। राजधानी त्रिपोली पर सराज का कब्ज़ा था। तो, जनरल खलिफा हफ्तार ने लीबिया के पूर्वी क्षेत्र पर नियंत्रण पाया है। इस क्षेत्र का बेंगाज़ी शहर को अपनी राजधानी होने का ऐलान हफ्तार ने किया था। लेकिन, कुछ हफ्ते पहले लीबियाई सरकार और विद्रोहियों के बीच युद्धविराम हुआ और दिसंबर में राष्ट्राध्यक्ष पद का चुनाव होगा।

इस चुनाव की पृष्ठभूमि पर राजनीतिक और सेना के समर्थन के लिए जनरल खलिफा हफ्तार की कोशिश जारी है। इसके लिए खलिफा हफ्तार का संदेश लेकर सद्दाम ने बीते हफ्ते यूएई का दौरा किया था। इसके बाद लीबिया लौटते समय सद्दाम का निजी विमान इस्रायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर उतरने की खबर इस्रायली अखबार ने प्रसिद्ध की।

कम से कम ९० मिनटों तक यह विमान इस्रायली हवाई अड्डे पर रुका था। सद्दाम हफ्तार ने इस दौरान किससे मुलाकात की, इसकी जानकारी वर्णित अखबार ने सार्वजनिक नहीं की है। लेकिन, सद्दाम हफ्तार और इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद से जुड़े अफसरों में चर्चा की संभावना इस्रायली अखबार ने जताई है।

लीबिया की सत्ता हासिल करने पर इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता करने के लिए जनरल खलिफ हफ्तार तैयार होने का संदेश इस दौरान सद्दाम ने दिया, यह दावा इस्रायली अखबार ने किया। इससे पहले यूएई, बहरीन एवं सुड़ान और मोरोक्को ने इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता किया है। इन देशों में लीबिया शामिल हुआ तो इस्रायल के समर्थक अरब देशों का गठबंधन अधिक मज़बूत होगा।

जनरल खलिफा हफ्तार लीबिया के सबसे ताकतवर और प्रभावी नेता के तौर पर जाने जाते हैं। लीबिया की सत्ता प्रधानमंत्री फैज़ सराज की सरकार के हाथों में होने के बावजूद खलिफा हफ्तार की लोकप्रियता अधिक होने का दावा किया जाता है। अमरीका का बायडेन प्रशासन, तुर्की और संयुक्त राष्ट्र संघ का समर्थन प्राप्त करनेवाली सराज की सरकार चरमपंथी होने का आरोप लगाया जाता है। तो, खलिफा हफ्तार की सरकार सर्वसमावेशक और चरमपंथी विरोधी होने की बात कही जा रही है। फ्रान्स, रशिया, इजिप्ट, यूएई, जॉर्डन ने खलिफा हफ्तार का समर्थन किया है।

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