नाटो ने यूक्रेन को प्रदान किए हथियार ही हमास इस्रायल के विरोध में इस्तेमाल कर रही है – रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष का आरोप

मास्को – हमास के विरोध में संघर्ष कर रहे इस्रायल की सहायता के लिए अमेरिका का विशाल विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसए जॉर्ज फोर्ड’ भूमध्य समुद्र की ओर रवाना हुआ है। इस युद्धपोत पर अमेरिका ने इस्रायल के लिए भेजे हथियार हैं। इस संघर्ष के दौर में अमेरिका इस्रायल के पीछे ड़टकर खड़ी है, ऐसा कहकर अमेरिकी नेता हमास का निषेध कर रहे हैं। लेकिन, इस युद्ध में अमेरिका की भूमिका संदिग्ध है, ऐसा आरोप रशिया ने लगाया है। क्यों कि, अमेरिका और नाटो के सदस्य देशों ने रशिया के खिलाफ लड़ने रहे यूक्रेन को प्रदान किए हथियार हमास के हाथ लगे हैं और इनका इस्रायल के खिलाफ इस्तेमाल हो रहा हैं, ऐसा गंभीर आरोप रशिया ने लगाया है। रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने यह आरोप लगाकर यह इशारा भी दिया है कि, विश्व में अन्य जगहों पर भी नाटो ने यूक्रेन को प्रदान किए हथियार विश्व में अन्य जगहों पर भी नया संघर्ष शुरू करेंगे।

नाटो ने यूक्रेन को प्रदान किए हथियार ही हमास इस्रायल के विरोध में इस्तेमाल कर रही है - रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष का आरोपपिछले डेढ़ सालों से रशिया के विरोध में जारी युद्ध में अमेरिका और नाटो सदस्य देश यूक्रेन को भारी मात्रा में सैन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं। नाटो देशों ने अबतक राइफल्स, मशिनगन्स, तोप, टैंक, रॉकेटस्‌, मॉर्टर, मैनपैड लौन्चर, राड़ार एवं हवाई सुरक्षा यंत्रणा और गोला-बारूद यूक्रेन को प्रदान किया है। रशिया विरोधी इस युद्ध में अधिक हथियारों की आवश्यकता होने का आवाहन अमेरिका के बायडेन प्रशासन ने किया है। इसके अलावा पिछले डेढ़ सालों में अमेरिका ने यूक्रेन के लिए अरबों डॉलर की आर्थिक सहायता घोषित की है। लेकिन, अमेरिका और नाटो सदस्य देशों द्वारा हो रही हथियारों की सहायता में भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया जा रहा है। अमेरिकी सिनेट की जांच समिति ने इसपर चिंता जतायी थी।

नाटो ने यूक्रेन को प्रदान किए हथियार ही हमास इस्रायल के विरोध में इस्तेमाल कर रही है - रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष का आरोपरशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने यह दावा किया है कि, यूक्रेन को प्राप्त हथियार हमास के हाथ लगे हैं। इस्रायल में घुसकर हमले कर रहे हमास के आतंकवादियों के हाथों में पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को प्रदान किए हथियार थे, ऐसा दावा मेदवेदेव ने किया। इसके आगे से यूक्रेन को प्रदान होने वाले हथियार, मिसाइलें, टैंक और लड़ाकू विमान भी ‘ब्लैक मार्केट’ में बिक्री होते दिखाई देंगे, ऐसा दावा रशियन सुरक्षा समिती के प्रमुख मेदवेदेव ने किया। यूक्रेन में भ्रष्टाचारी नेता पैसों के लिए ब्लैक मार्केट में हथियार बेचने के लिए या आतंकवादियों को सौपते समय आगे-पीछे नहीं देखेंगे, ऐसा मेदवेदेव ने कहा है। ऐसा हुआ तो यूक्रेन के हथियार दुनियाभर में नया संघर्ष शुरू करेंगे, ऐसी चेतावनी मेदवेदेव ने दी।

रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ने लगाए इन आरोपों की अभी पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन, दो दिन पहले इस्रायली सुरक्षाबल ने सोशल मीडिया पर हमास के आतंकवादियों ने इस्तेमाल किए राइफल की फोटो सार्वजनिक की है। इससे यह स्पष्ट हुआ है कि इन आतंकियों के हाथों में देखी गई राइफल्स अमेरिका की बनी हुई है। नाटो ने यूक्रेन को प्रदान किए हथियार ही हमास इस्रायल के विरोध में इस्तेमाल कर रही है - रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष का आरोपलेकिन, इस्रायली यंत्रणाओं ने अभी इस मुद्दे को लेकर अमेरिका पर कोई भी आरोप नहीं लगाए हैं। लेकिन, अमेरिका के हथियार हमास के हाथ लगने की खबरों की वजह से इस्रायली सोशल मीडिया में अमेरीका की बड़ी आलोचना हो रही है। अमेरिका ने प्रदान किए फिरौती का इस्तेमाल करके ईरान ने हमास को अमेरिकी हथियारों से ही लैस किया हैं, ऐसा आरोप भी लगाया जा रहा है।

इसी बीच, दो साल पहले अमेरिका ने अफ़गानिस्तान में पीछे छोड़े हथियार तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों के हाथ लगने के आरोप अमेरिका में लगाए गए थे। अमेरिकी सिनेट की जांच समिती ने इस मामले में बायडेन प्रशासन से सवाल किए थए। वहीं, भारत में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के इरादे से घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के हाथों में भी अमेरिकन निर्माण के राइफल्स होने की खबरें प्रसिद्ध हुई थी।

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