आइएस के आतंकी को गिरफ़्तार करके अनर्थ टालनेवाले रशिया को, भारत के रक्षामंत्री ने धन्यवाद दिया

नई दिल्ली – भारत आकर आत्मघाती हमला करवाने की तैयारी में होनेवाले ‘आइएस’ के आतंकी को रशिया ने गिरफ़्तार करने से अनर्थ टला था। इसके लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने रशिया का शुक्रिया अदा किया है। शंघाय कोऑपरेशन ऑर्गनायझेशन-एससीओ की बैठक उझबेकिस्तान के ताशकंद में जारी है। यहाँ रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू के साथ हुई मुलाक़ात में भारत के रक्षामंत्री ने इस कार्रवाई के लिए रशिया की प्रशंसा करके शुक्रिया अदा किया है। उसी समय, एससीओ की इस बैठक में पाकिस्तान और चीन के रक्षामंत्रियों की उपस्थिति में राजनाथ सिंग ने सभी क़िस्म के आतंकवाद की जमकर आलोचना की।

आइएस इस ख़तरनाक आतंकवादी संगठन ने भर्ती किये आतंकी को रशिया की ‘फेडरल सिक्युरिटी सर्व्हिस-एफएसबी’ ने हिरासत में लिया था। तुर्की से रशिया आया यह आतंकी भारत की सत्ताधारी पार्टी के नेता पर आत्मघाती हमला करनेवाला था। मध्य एशियाई देश के इस आतंकवादी को तुर्की में इस आत्मघाती हमले का प्रशिक्षण मिला था। अगली सूचना मिलने तक वह रशिया में ही रहनेवाला था और सूचना प्राप्त होते ही भारत आकर आत्मघाती हमला करनेवाला था। भारत में ही उसे इस घातपात के लिए आवश्यक होनेवाला सामान सप्लाई किया जानेवाला था। लेकिन उससे पहले ही एफएसबी ने उसे दबोच लिया होने के कारण आइएस की भयंकर साज़िश ध्वस्त कर दी गई।

इसीलिए रशिया की इस कार्रवाई का संज्ञान लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने इसके लिए मित्रदेश रशिया का शुक्रिया अदा किया है। उसी समय, रक्षामंत्री ने एससीओ की बैठक को संबोधित करते समय आतंकवादा की जमकर आलोचना की। सीमा के पार से पुरस्कृत किये जानेवाले आतंकवाद से लेकर अन्य किसी भी प्रकार का आतंकवाद यह मानवता के विरोध में किया गया अपराध ही है। उसका एकमुख से निषेध किया जाना ही चाहिए, ऐसा रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने कहा। उसी समय, सभी प्रकार के आतंकवाद से अपने क्षेत्र को मुक्त करने के लिए भारत जंग करता रहेगा, ऐसी घोषणा इस समय रक्षामंत्री ने की। पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा असिफ की उपस्थिति में भारत के रक्षामंत्री ने ठेंठ नामोल्लेख टालकर, आतंकवादियों को पनाह तथा समर्थन देनेवाले पाकिस्तान को खरी-खरी-सुनाई दिख रही है।

आन्तर्राष्ट्रीय मंच पर ठेंठ पाकिस्तान का नामोल्लेख न करते हुए, आतंकवादियों को पनाह देनेवाले और उनका समर्थन करनेवाले देशों की, भारत के नेता और राजनीतिक अधिकारी आलोचना कर रहे हैं। ठेंठ नामोल्लेख टालने के कारण पाकिस्तान को महत्त्व नहीं मिलता और दहशतवाद एवं पाकिस्तान का संबंध आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहले से ही स्थापित हुआ होने की वजह से, भारत द्वारा पाकिस्तान को ही लक्ष्य किया जा रहा है, यह सन्देश पूरे विश्व को मिलता है। भारत ने बहुत ही कुशलतापूर्वक बनाई नीति का यह हिस्सा होकर, इससे पाकिस्तान पूरा परेशान हुआ दिख रहा है। आन्तर्राष्ट्रीय परिषदों तथा बैठकों में इस प्रकार के हमलें करने की भारत की नीति क़ामयाब होती दिख रही है और उससे पाकिस्तान पूरा बदनाम हुआ होने का खेद इस देश के विश्लेषक लगातार ज़ाहिर कर रहे हैं।

इसी बीच, एससीओ की इस परिषद को संबोधित करते समय रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने अफगानिस्तान का उल्लेख करके, भारत को सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान अपेक्षित है, ऐसा दृढ़तापूर्वक कहा। साथ ही, अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल अन्य देशों के विरोध में कीं जानेवालीं हरक़तों के लिए न हों, यह भारत की भूमिका रक्षामंत्री ने इस समय फिर एक बार अधोरेखांकित की। वहीं, युक्रेन के युद्ध के बारे में बात करते समय रक्षामंत्री ने कहा कि वहाँ के हालातों पर भारत को बहुत ही चिंता प्रतीत हो रही है। यह मसला रशिया और युक्रेन के बीच राजनीतिक चर्चा के ज़रिये ही सुलझेगा, ऐसा विश्वास इस समय राजनाथ सिंग ने व्यक्त किया।

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