हमास की मांगे मंजूर की तो इस्रायली नागरिक फिर से कत्ल होंगे -हमास का प्रस्ताव ठुकराकर इस्रायली प्रधानमंत्री का इशारा

तेल अवीव – तीन चरणों में १३५ दिन युद्ध विराम करने के लिए हमास ने पेश किए प्रस्ताव पर इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की पहली प्रतिक्रिया सामने आयी है। हमास ने पेश की हुई मांगों के सामने इस्रायल शरणागत नहीं होगा। क्यों कि, ऐसा किया तो इन आतंकवादियों से इस्रायली नागरिक फिर से कत्ल होंगे, ऐसा इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने दिया। साथ ही हमास के आतंकवादियों का पुरी तरह से खात्मा ही इस्रायल के लिए सबसे बड़ी जीत होगी और इस्रायल जल्द ही अपना उद्देश्य प्राप्त करेगा, यह ऐलान इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किया। इस बीच, इस्रायल को युद्ध विराम का नया प्रस्ताव देने के लिए हमास का प्रमुख इस्लाईल हनिया इजिप्ट की राजधानी कैरो पहुंचने की खबरें सामने आ रही है। वहीं, युद्ध के बाद की गाजा के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सौदी ने अरब देशों से आवाहन किया है।

हमास की मांगे मंजूर की तो इस्रायली नागरिक फिर से कत्ल होंगे -हमास का प्रस्ताव ठुकराकर इस्रायली प्रधानमंत्री का इशारापिछले चौबीस घंटे के दौरान इस्रायली सेना ने गाजा पट्टी में कार्रवाई करके हमास के १३ आतंकियों को ढ़ेर करेन का ऐलान किया। इससे गाजा में मारे गए लोगों की संख्या २७,८४० हुई है। इस्रायल के रक्षाबलों ने खान युनूस में हमास के आतंकवादियों की घेराबंदी करने का दावा किया जा रहा है। हमास के नेता यह स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। लेकिन, पिछले चार दिनों में हमास के नेताओं ने इस्रायल के साथ युद्ध विराम करने की चर्चा के दौर बढ़ाए हैं। फ्रान्स में हुई बातचीत नाकाम होने के बाद हमास ने कतर एवं इजिप्ट की मध्यस्थता से इस्रायल के सामने युद्ध विराम के लिए दो अलग प्रस्ताव पेश किए हैं।

इनमें से पहले प्रस्ताव में हमास ने इस्रायल के साथ १३५ दिन युद्ध विराम करने का मुद्दा था। तीन चरणों में होने वाले इस युद्ध विराम के दौरान हमास की मांगे मंजूर की तो इस्रायली नागरिक फिर से कत्ल होंगे -हमास का प्रस्ताव ठुकराकर इस्रायली प्रधानमंत्री का इशाराहमास १३२ अगवा बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार थी। लेकिन, इसके बदले में इस्रायल को अपनी कैद से हजारों आतंकियों को मुक्त करने की साज़िश हमास ने रची थी। साथ ही इस युद्ध विराम के दौरान ही इस्रायल गाजा से पुरी सेना हटाए, ऐसी मांग हमास ने रखी थी। इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने हमास का यह प्रस्ताव पुरी तरह से ठुकराया। हमास का यह प्रस्ताव स्वीकार करना यानी स्वयं अपनी कत्ल को आमंत्रित करने जैसा होने की आलोचना नेत्यान्याहू ने की।

हमास का प्रस्ताव स्वीकारना यानी सैकड़ों इस्रायली नागरिकों के खून से भीगे आतंकवादियों के सामने शरणागत हो जैसा है, ऐसी आलोचना इस्रायल के प्रधानमंत्री ने की। हमास का यह प्रस्ताव भ्रम निर्माण करने वाला है और इसके ज़रिये हमास हजारों आतंकवादियों को मुक्त कराने की कोशिश कर रही हैं। हमास की यह मांग स्वीकार की तो आगे के समय में हमास के हजारों हमास की मांगे मंजूर की तो इस्रायली नागरिक फिर से कत्ल होंगे -हमास का प्रस्ताव ठुकराकर इस्रायली प्रधानमंत्री का इशाराआतंकवादी फिर से इस्रायल में घुंसकर इस्रायली नागरिकों को कत्ल करेंगे, यह इशारा नेत्यान्याहू ने दिया। इस वजह से हमास का प्रस्ताव यानी इस्रायल के लिए बड़ी आपदा है और हर एक इस्रायली का भी यही विचार होगा, ऐसी उम्मीद इस्रायल के प्रधानमंत्री ने व्यक्त की।

लेकिन, इसके बावजूद हमास का प्रमुख नेता इस्माईल हनिया फिर से इजिप्ट पहुंचने की खबर सामने आ रही है। इस्रायल को युद्ध विराम का नया प्रस्ताव देने के लिए हनिया इजिप्ट में उतरने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, हमास के आतंकवादियों को मुक्त करके अगवा नागरिकों की रिहाई नहीं करवाएंगे, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने फिर से बड़े जोरों से स्पष्ट किया है। इस्रायल सैन्य कार्रवाई करके अपने अगवा नागरिकों को रिहा करेगा, यह ऐलान नेत्यान्याहू ने किया। साथ ही सेना को गाजा के रफाह में कार्रवाई करने के लिए तैयार ने के आदेश भी उन्होंने दिए।

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