यूक्रैन युद्ध और बढ़ती महंगाई की पृष्ठभूमि पर अमरीका के बायडेन प्रशासन द्वारा ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ खोलने के संकेत

वॉशिंग्टन – यूक्रैन युद्ध के बाद रशियन ईंधन के आयात पर लगाई गई पाबंदी और बढ़ती महंगाई की पृष्ठभूमि पर अमरीका के बायडेन प्रशासन ने फिर से अपने ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ अर्थात, आरक्षित ईंधन भंड़ार खोलने के संकेत दिए हैं| गुरुवार को इसका ऐलान होने की संभावना है| पिछले पांच महीनों में अमरीका तीसरी बार ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ का इस्तेमाल करेगी| इससे पहले नवंबर २०२१ और मार्च के पहले हफ्ते में बायडेन प्रशासन ने अपने आरक्षित भंड़ार खोले थे|

strategic-petroleum-reserve-2यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमरीका और मित्रदेशों ने रशिया पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं| इन प्रतिबंधों में रशियन ईंधन का भी समावेश है और अमरीका के साथ ब्रिटेन और कनाड़ा ने रशियन ईंधन का आयात बंद कर दिया है| इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल देखा गया है और यह कीमतें १४ वर्ष के विक्रमी स्तर पर जा पहुँची हैं| इसकी गूंज अमरिकी अर्थव्यवस्था में भी सुनाई पड़ी है और अमरीका में ईंधन की कीमतें प्रति गैलन पांच से छह डॉलर्स तक पहुँची हैं| ईंधन की इस विक्रमी कीमत के कारण बायडेन प्रशासन को बड़ा विरोध सहना पड़ रहा है|

अमरिकी जनता के असंतोष की आग कम करने के लिए बायडेन प्रशासन ने खाड़ी देशों को ईंधन उत्पादन बढ़ाने का आवाहन किया था| लेकिन, ‘ओपेक’ सदस्य देशों ने रशिया से सहयोग करने की भूमिका अपनाकर उत्पादन बढ़ाने से इन्कार किया| इसकी वजह से बायडेन प्रशासन काफी मुश्किल में फंसा है और ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ का इस्तेमाल करने के अलावा अन्य विकल्प शेष ना रहने की बात कही जा रही है| इससे पहले नवंबर के निर्णय में पांच करोड़ बैरल्स ईंधन खुला किया गया था| इसके बाद ३ मार्च के रोज़ किए गए निर्णय में तीन करोड़ बैरल्स ईंधन खुला किया गया|

strategic-petroleum-reserve-1लेकिन, इस बार भारी १८ करोड़ बैरल्स ईंधन खुला करने के संकेत दिए गए हैं| हर दिन १० लाख बैरल्स की गति से यह ईंधन उपलब्ध किया जाएगा, यह जानकारी वाईट हाऊस के सूत्रों ने प्रदान की है| अमरीका के ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ के इतिहास में इतनी बड़ी मात्रा में ईंधन भंड़ार खोलने का यह पहला अवसर होगा| फिलहाल अमरीका के ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ में ५६.८ करोड़ बैरल्स ईंधन भंड़ार मौजूद हैं| पिछले दो दशकों का यह न्यूनतम स्तर होने की जानकारी अमरीका के ऊर्जा विभाग ने साझा की है|

अमरीका के अलावा ‘इंटरनैशनल एनर्जी एजेन्सी’ का हिस्सा होनेवाले कुछ सदस्य देश भी ईंधन के आरक्षित भंड़ार खोलने के निर्णय ले सकते हैं, यह दावा न्यूज़ीलैण्ड के ईंधनमंत्री ने किया है| इसी बीच अमरीका ने ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ के मुद्दे पर दिए संकेत के बाद ईंधन की कीमत प्रति बैरल ४ से ५ डॉलर्स कम हुई और अब यह कीमत गिरावट के साथ ११० डॉलर्स से कम हुई है| 

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