जर्मन विध्वंसक ने ताइवान के करीबी क्षेत्र से किया सफर यानी चीन के लिए झलक – जर्मन नौसेनाप्रमुख का चीन को इशारा

Kay-Acihmबर्लिन – हाल ही के दिनों में जर्मन विध्वंसक ने ताइवान के समुद्री क्षेत्र के करीब से की हुई यात्रा चीन के लिए ‘टीज़र’ और ‘सिग्नल’ देनेवाली साबित होती है क्योंकि, आनेवाले दिनों में जर्मनी इस समुद्री क्षेत्र में अपनी नौसेना की मौजूदगी बढ़ाएगा, यह इशारा जर्मनी के नौसेनाप्रमुख वाईस एडमिरल के-अशिम शोनबैश ने दिया। इसके साथ ही ईस्ट और साऊथ चायना सी क्षेत्र में चीनी नौसेना की गतिविधियाँ विस्फोटक और चिंता बढ़ानेवाली होने की आलोचना जर्मन नौसेनाप्रमुख ने की।

पिछले हफ्ते यूरोप में चीन का सबसे बड़ा व्यापारी भागीदार देश जर्मनी ने ताइवान के संबंधों को मज़बूती प्रदान करने के संकेत दिए थे। जर्मनी में सत्ता की ड़ोर संभाल रही गठबंधन की नई सरकार ने जारी किए ‘कोअलिशन एग्रीमेंट’ में चीन-ताइवान संबंधों को लेकर ताइवान का ज़िक्र ’लोकतांत्रिक’ किया गया था। जर्मनी की शीर्ष कंपनी ने ताइवान में ५० करोड़ यूरो निवेश करने का ऐलान भी किया था।

German-warshipजर्मनी की नई सरकार ताइवान को लेकर यह भूमिका अपना रही है और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की मुहिम के लिए रवाना हुई जर्मनी की ‘एफजीएस बेयर्न’ नामक विध्वंसक की गतिविधियाँ चीन को व्यथित करनेवाली साबित हुईं थी। जर्मन विध्वंसक साऊथ चायना सी क्षेत्र पार करके सीधे ताइवान के समुद्री क्षेत्र तक जा पहुँची थी। लेकिन, जर्मन विध्वंसक ने ताइवान की सीमा से यात्रा नहीं की थी। बीते दो दशकों में पहली बार किसी जर्मन विध्वंसक ने इस समुद्री क्षेत्र का सफर किया था।

जर्मन विध्वंसक की इस गतिविधि को लेकर चीन ने प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। लेकिन, जर्मनी जैसे व्यापारी भागीदार को नाराज़ किए बिना चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने जर्मनी की नई सरकार के साथ चर्चा शुरू की है। ऐसे में जर्मनी के नौसेनाप्रमुख वाईस एडमिरल शोनबैश ने बेयर्न विध्वंसक से अपने सैनिकों को संबोधित करते हुए यह इशारा दिया कि, ताइवान के समुद्रीय क्षेत्र के करीब से किया गया सफर ‘टीज़र’ है।

‘फिलहाल हमने छोटे कदमों से शुरूआत की है और संभवत: अगले दिनों में जर्मन विध्वंसक द्विपक्षीय आधार पर ताइवान की खाड़ी से भी यात्रा करेंगे’, यह कहकर जर्मन हतौड़े के घाव से शुरूआत नहीं करते, इस बात पर जर्मन नौसेनाप्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया। साथ ही जर्मनी की विध्वंसक की यह मुहिम किसी भी देश को उकसाने के लिए नहीं है। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों का उल्लंघन करने वाले देशों को ‘सिग्नल’ देनेवाली होने का बयान वाईस एडमिरल शोनबैश ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.