रशिया के ‘वॉर मशिन’ को लक्ष्य करने के लिए ‘जी ७’ देशों ने किया नए व्यापक प्रतिबंधों का ऐलान

हिरोशिमा/मास्को – रशिया अपनी युद्ध तैयारी के लिए इस्तेमाल कर रही प्रौद्योगिकी के साथ मशिनरी और उत्पादन क्षेत्र के कई हिस्सों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान ‘जी ७’ गुट ने किया है। जापान में आयोजित ‘जी ७’ की बैठक में यूक्रेन को प्रदान होने वाली आर्थिक, सैन्य एवं राजनीतिक स्तर की सहायता लंबे समय तक जारी रखने का निर्धार भी व्यक्त किया गया। इस बैठक के दौरान यूक्रेन को लड़ाकू विमान प्रदान करने के मुद्दे पर चर्चा होने की जानकारी भी सुत्रों ने प्रदान की। 

‘वॉर मशिन’पिछले साल फ़रवरी महीने में रशिया-यूक्रेन शुरू होने से पहले ही अमरीका समेत पश्चिमी देशों ने रशिया पर प्रतिबंध लगाना शुरू किया था। इसके बाद १५ महीनों से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी यह देश रशिया विरोधी प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई अभी भी कर रहे हैं। प्रतिबंध लगाते समय रशिया की आर्थिक रिड़ तोड़कर युद्ध रोकने के लिए आक्रामक निर्णय किया जा रहा है, ऐसे दावे अमरीका और सहयोगी देशों ने किए थे। 

लेकिन, हर महीने नए प्रतिबंध लगाने के बावजूद रशिया के यूक्रेन में शुरू हमलों में थोड़ा सा भी फरक नहीं हुआ है। मई महीने के पहले दो हफ्तों में ही रशिया ने राजधानी किव के साथ यूक्रेन के अन्य हिस्सों में कुल नौ बार मिसाइल और ड्रोन हमले करके अपनी सैन्य ताकत दिखाई हैं। इसके अलावा बाखमत समेत यूक्रेन के अन्य शहरों पर रशिया लगातार टैंक, तोप, रॉकेटस्‌‍ और मॉर्टर के हमलें कर रही हैं। अभी कम से कम और एक साल तक रशिया जंग कर सकती है, ऐसी क्षमता रशिया रखकर होने के दावे रशियन अधिकारियों के साथ पश्चिमी देशों के विश्लेषकों ने भी किए हैं। 

दूसरी ओर रशिया की ईंधन निर्यात, उससे प्राप्त हो रही आय हर महीने बढ़ रही हैं, ऐसी रपट अंतरराष्ट्रीय गुट प्रसिद्ध कर रहे हैं। अमरिकी माध्यमों ने भी इसकी पुष्टि की है। रशिया पर प्रतिबंध लगा रहे देश ही इसकी कमियां ढूंढ़ कर खुफिया मार्ग से रशियन ईंधन और अन्य उत्पादनों की आयात कर रहे हैं, ऐसी खबरें भी प्रसिद्ध हुई हैं। इस पृष्ठभूमि का अहसास होने के बावजूद ‘जी ७’ देशों ने रशिया विरोधी नए प्रतिबंधों का ऐलान करके कम से कम इस मुद्दे पर हम पीछे नहीं हैं, यही दिख रहा है।

नए प्रतिबंधों में बड़े उद्योगों के लिए आवश्यक यंत्र, प्रौद्योगिकी और अन्य कच्चे सामान को लक्ष्य किया गया है। ब्रिटेन जैसे देश ने रशिया से आयात हो रहे हिरों के व्यापार पर पाबंदी लगाने के संकेत दिए हैं। रशिया युद्ध के लिए तैयार होगी या उसकी सैन्य क्षमता बढ़ेगी ऐसे सभी घटक, उद्योग और लोगों को लक्ष्य किया जाएगा, ऐसी चेतावनी ‘जी ७’ ने दी है। कुछ दिन पहले ‘जी ७’ के सदस्य देशों ने रशिया की सहायता कर रहे अन्य देशों पर कार्रवाई करने का कदम उठाने की गतिविधियां तेज़ करने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ था।

इसी बीच, ‘जी ७’ नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी में होते समय इसका आयोज करने वाले जापान ने रशिया से हो रही नैसर्गिक ईंधन वायू की आयात बढ़ाने के संकेत दिए हैं। 

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