रशिया-यूक्रैन युद्ध के कारण अनाज की किल्लत निर्माण होने से खाड़ी में दंगे छिडेंगे

– अंतरराष्ट्रीय संगठनों का इशारा

वॉशिंग्टन – रशिया और यूक्रैन की जंग का खाड़ी और अफ्रीकी देशों पर लंबा असर पडेगा| रशिया और यूक्रैन से प्राप्त हो रहे अनाज़ पर निर्भर इजिप्ट, लेबनान, सीरिया, ट्युनिशिया जैसे देशों में आनेवाले दिनों में सूखा पडेगा और अनाज के लिए दंगे होंगे| साथ ही महंगाई भी काफी बढ़ेगी और खाड़ी एवं उत्तरी अफ्रीकी देशों के नागरिक भारी संख्या में यूरोपिय देशों में स्थानांतरित होंगे, यह इशारा विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठन और विश्‍लेषक दे रहे हैं|

russia-ukraine-war-mideast-food-crisis-1रशिया-यूक्रैन युद्ध का असर इजिप्ट में दिखने लगा है| सिर्फ इजिप्ट ही रशिया और यूक्रैन से आयात करके अपनी ८० प्रतिशत गेहूँ की ज़रूरत पूरी करता है| लेकिन, रशिया ने यूक्रैन पर हमला करने के बाद इजिप्ट की मुश्किलें बढ़ी हैं और अरब देश इजिप्ट की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं| साथ ही इजिप्ट ने भारत से गेहूँ की मॉंग की है|

ऐसे में पहले से आर्थिक संकट से घिरे लेबनान और ट्युनिशिया में महंगाई का स्तर रशिया-यूक्रैन युद्ध के कारण आसमान छू रहा है, इस पर अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं| लेबनान रशिया-यूक्रैन से ६० प्रतिशत गेहूँ और ट्युनिशिया से ८० प्रतिशत अनाज आयात करता है| पहले ही आर्थिक कर्ज़ में डूबे हुए लेबनान और ट्युनिशिया की महंगाई रशिया-यूक्रैन युद्ध के कारण खतरनाक स्तर पर पहुँचने की चिंता जताई जा रही है|

यही स्थिति कायम रही तो लेबनान को सूखे का सामना करना पडेगा और इस देश में अनाज के लिए नए दंगे होंगे, यह इशारा आर्थिक विश्‍लेषक दे रहे हैं| रशिया-यूक्रैन से प्राप्त हो रहे गेहूँ और अनाज पर निर्भर उत्तरी अफ्रीका के देशों के नागरिक फिर से यूरोप में स्थानांतरण करेंगे, यह इशारा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक दे रहे हैं| 

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