जवाबी परमाणु हमले की क्षमता बढ़ाने के लिए फ्रान्स ने किया लंबी दूरी के नए बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षण

पैरिस – फ्रान्स ने परमाणु क्षमता के नए बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षण किया है। इस मिसाइल को ‘एम५१.३’ नाम दिया गया है और इसकी मारक क्षमता आठ से दस हज़ार किलोमीटर बताई जा रही है। रविवार को दक्षिण फ्रान्स से किया गया यह पहला परीक्षण होने की बात कही जा रही है। अपने जवाबी परमाणु हमले की क्षमता बनाए रखने के उद्देश्य से यह परीक्षण करने की जानकारी फ्रान्स के रक्षा मंत्रालय ने साझा की है।

कुछ महीनें पहले ‘स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इन्स्टीट्यूट’ (सिप्री) ने पेश किए रपट में परमाणु देशों ने अपने परमाणु अस्त्रों का भंड़ार बढ़ाने के लिए एवं इसका आधुनिकीकरण करने की ओर कदम बढ़ाने का इशारा दिया था। जवाबी परमाणु हमले की क्षमता बढ़ाने के लिए फ्रान्स ने किया लंबी दूरी के नए बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षणविश्व के फिलहाल ९ देश परमाणु अस्त्रधारी कहे जाते है। इनमें से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रान्स जैसे देश अपने परमाणु अस्त्रों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं और इसके लिए अरबों डॉलर खर्च किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर चीन, रशिया और उत्तर कोरिया जैसे देश परमाणु हथियारों का भंड़ार बढ़ाने में लगे होने का बयान ‘सिप्री’ ने किया है।

इसके बाद पिछले कुछ महीनों में अमेरिका, रशिया और चीन ने परमाणु हथियारों के परीक्षण करने की जानकारी सामने आयी थी। जवाबी परमाणु हमले की क्षमता बढ़ाने के लिए फ्रान्स ने किया लंबी दूरी के नए बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षणइनमें अब फ्रान्स भी शामिल हुआ है। रशिया ने ‘सीटीबीटी’ समझौते से बाहर होने का निर्णय करने के बाद विश्व में फिर से परमाणु अस्त्रों की होड़ शुरू होगी, ऐसा दावा कुछ विश्लेषकों ने किया था। परमाणु क्षमता रखने वाले देशों की परमाणु अस्त्रों से जुड़ी भूमिका अधिक आक्रामक हो रही है। इस बढ़ती तीव्रता के कारण दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार परमाणु अस्त्रों का इस्तेमाल होने का खतरा अधिक बढ़ने का अहसास विश्लेषक और विशेषज्ञों ने कराया था।

फ्रान्स ने परीक्षण किया हुआ मिसाइल सबमरिन लौन्चड् बैलेस्टिक मिसाइल है। फ्रान्स के बेड़े में फिलहाल ३०० परमाणु हथियार होने की बात कही जा रही है।

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