फिलीपीन्स में अमरीका के चार नए सैन्य ठिकाने स्थापित होंगे – इसमें से एक ताइवान के करीब होगा

मनिला/वॉशिंग्टन – अमरिकी विध्वंसक ने ‘साउथ चाइना सी’ के पैरासेल द्विपों की सीमा में गश्त लगाने के बाद चीन ने गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है। साउथ चाइना सी क्षेत्र में चीन के साथ जारी इस तनाव के चलते अमरीका का फिलीपीन्स के साथ यह समझौता ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसके तहत अमरीका जल्द ही फिलीपीन्स के चार सैन्य ठिकानों पर अपनी फौज तैनात करेगी। फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष मार्कोस ज्युनियर ने यह जानकारी साझा की। फिलीपीन्स ने अमरीका को मुहैया किए चार में से एक-एक ठिकाना ताइवान से काफी करीब होने का दावा किया जा रहा है। अमरीका और ताइवान के सैन्य सहयोग के पहले से बेचैन हुआ चीन इससे अधिक बेचैन हो सकता है। 

सैन्य ठिकानेपिछले कुछ दिनों से चीन और फिलीपीन्स के बीच राजनीतिक स्तर पर तनाव बना हुआ है। फिलीपीन्स के समुद्री क्षेत्र में चीनी नौसेना की परेशान करने वाली हरकतें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे, ऐसा इशारा राष्ट्राध्यक्ष मार्कोस ज्युनियर की सरकार ने दिया है। चीन की नौसेना फिलीपीन्स के तटरक्षक बल के जहाज़ों की दिशा में लेज़र तानती की दिशा की ओर खौफनाक तरीके से गुज़रती है, इसका ज़िक्र करके राष्ट्राध्यक्ष मार्कोस ज्युनियर ने चीन की आलोचना की थी। चीनी नौसेना से निर्माण यह खतरा अधिक जटिल और अनुमान करने योग्य न होने का बयान फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने किया था। इस मामले में फिलीपीन्स ने चीन के राजदूत को समन भी थमाया था। 

ऐसी स्थिति में अमरीका और फिलीपीन्स के बीच नया सैन्य समझौता करने की जानकारी राष्ट्राध्यक्ष मार्कोस ज्युनियर ने सार्वजनिक की। इस महीने किए गए ‘एन्हान्स्ड डिफेन्स को-ऑपरेशन एग्रीमेंट’ के तहत फिलीपीन्स ने अमरीका को चार सैन्य ठिकाने मुहैया किए हैं। अमरीका के साथ बातचीत पूरी होने तक इसका ब्यौरा साझा नहीं करेंगे, यह भी राष्ट्राध्यक्ष मार्कोस ने स्पष्ट किया। लेकिन, फिलीपीन्स के पलावन द्विपों के करीब इनमें से कुछ ठिकाने होंगे, ऐसे संकेत फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने दिए हैं। इससे फिलीपीन्स की सुरक्षा मज़बूत होगी, यह दावा राष्ट्राध्यक्ष मार्कोस ने किया। इनमें से एक ठिकाना ताइवान के करीब और चीन के साथ विवादित समुद्री क्षेत्र में होने का दावा किया जाता है।

‘साउथ चाइना सी’ के ‘नाईन डैश लाईन’ क्षेत्र पर चीन ने अपना दावा जताया है। वियतनाम, फिलीपीन्स और मलेशिया के समुद्री एवं हवाई क्षेत्र पर अधिकार चीन को बिल्कुल मंजूर नहीं है। अंतरराष्ट्रीय अदालत ने इस मुद्दे पर फिलीपीन्स के पक्ष में दिया हुआ निर्णय भी चीन ने ठुकराया है। साथ ही हमारी अनुमति के बिना किसी भी देश के जंगी एवं यात्री विमान एवं युद्धपोत इस क्षेत्र से न गुजरें, ऐसा चीन कह रहा है।

ऐसी स्थिति में फिलीपीन्स ने अमरीका को चार सैन्य ठिकाने मुहैया किए हैं। इनमें से एक अड्डा ताइवान की खाड़ी के करीब है। ताइवान भी हमारा ही सार्वभौम क्षेत्र होने का दावा करने वाले चीन के लिए अमरीका और फिलीपीन्स का यह समझौता बड़ा तमाचा साबित हो रहा है। इस पर चीन की प्रतिक्रिया सामने आने की उम्मीद है।

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