इराकी प्रधानमंत्री के निवास स्थान पर ड्रोन हमला – प्रधानमंत्री कधीमी बच गए, छह सुरक्षाकर्मी घायल

iraqi-pm-drone-attack-2बगदाद – इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कधीमी के निवास स्थान को रविवार के दिन विस्फोटकों से भरे ड्रोन ने लक्ष्य किया। इस दौरान हुए विस्फोट से प्रधानमंत्री कधीमी बाल बाल बच गए, लेकिन उनकी सुरक्षा में तैनात छह सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए। इस विस्फोट के बाद इराकी प्रधानमंत्री के घर के करीब गोलीबारी होने का दावा भी किया जा रहा है। बीते महीने में हुए चुनावों के नतीज़े मंजूर ना करनेवाले ईरान से जुड़े गुटों ने यह हमला किया है, यह दावा किया जा रहा है। अमरीका ने प्रधानमंत्री कधीमी पर हुए इस हमले की तीव्र शब्दों में आलोचना की है।

इराक की गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख और मौजूदा प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कधीमी के सरकारी निवास स्थान पर रविवार सुबह ड्रोन हमला हुआ। राजधानी बगदाद के अतिसंरक्षित ग्रीन ज़ोन क्षेत्र में यह विस्फोट हुआ। इसके बाद प्रधानमंत्री कधीमी ने सोशल मीड़िया के ज़रिये इराकी जनता को संयम बरतने का आवाहन किया। साथ ही मिसाइल एवं ड्रोन हमलों से इराक का भविष्य नहीं बनेगा, यह आलोचना भी कधीमी ने की।

iraqi-pm-drone-attack-1इस ड्रोन हमले का ज़िम्मा अभी किसी भी संगठन ने नहीं स्वीकारा है। लेकिन, इराक में स्थित ईरान से जुड़ी हाश्‍द अल-शाबी नामक सशस्त्र संगठन ने यह हमला किया होगा, ऐसी आशंका जताई जा रही है। बीते महीने इराक में हुए चुनावों में ईरान से जुड़े गुटों को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। इससे आगबबूला हुए यह गुट इराक सरकार से वोटों की दोबारा गिनती करनी की माँग कर रहे हैं। शुक्रवार के दिन इसके लिए राजधानी बगदाद में हज़ारों की संख्या में उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए गए थे। इस दौरान सुरक्षा रक्षकों ने की हुई कार्रवाई के दौरान एक प्रदर्शनकारी मारा गया था।

इराक के चुनावों में मुक्तदा अल-सद्र की पार्टी को सबसे ज्यादा वोट प्राप्त हुए हैं। इराक की राजनीति में अमरीका एवं ईरान का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिये, ऐसी स्पष्ट भूमिका अल-सद्र ने अपनाई है। इराक की जनता भी अल-सद्र की भूमिका के समर्थन में होने की बात चुनावों के नतीज़े से स्पष्ट हुई है। वर्ष २०१९ में ईरान से जुड़े गुटों ने इराक के प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई के दौरान ६०० से अधिक लोग मारे गए थे। इस वजह से इराकी जनता में ईरान और ईरान से जुड़े गुटों को लेकर काफी गुस्सा था। बीते महीने चुनावों में यही गुस्सा सामने आने की बात खाड़ी के विश्‍लेषक कह रहे हैं।

इसी बीच, प्रधानमंत्री कधीमी पर हुए इस जानलेवा हमले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रिया दर्ज़ हुई है। अमरीका के विदेश मंत्रालय ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। तो, सौदी अरब और यूएई ने भी इराकी प्रधानमंत्री पर ड्रोन हमले की कड़ी आलोचना की। इस कठिन समय में सौदी अरब इराकी प्रधानमंत्री के साथ होने का बयान सौदी के विदेश मंत्रालय ने किया है। तो, इराक की सुरक्षा और स्थिरता को नुकसान पहुँचाने के लिए किए इस हमले का हम निषेध करते हैं, ऐसी आलोचना यूएई ने की। ऐसे में विश्‍लेषकों ने यह इशारा दिया है कि, इस हमले के ज़रिये इराक में मौजूद सशस्त्र गुट देश में बड़ा विद्रोह करने की तैयारी में हैं।

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