इराक-सीरिया के करीब सरहदी क्षेत्र में ईरान से जुड़ी संगठनों के ट्रक्स पर हुए ड्रोन हमले

दमास्कस/बैरूत – ईरान में हुए ड्रोन हमले की घटना अभी तक ताज़ी है और इसी बीच इराक-सीरिया के सरहदी क्षेत्र में मालवाहक ट्रक्स पर जोरदार ड्रोन हमले हुए हैं। इस हमले में हुए कुल नुकसान को लेकर स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय माध्यमों में बिल्कुल विरोधी जानकारी सामने आ रही है। साथ ही इन हमलों के लिए अमरीका एवं इस्रायल पर भी आशंका जताई जा रही है। लेकिन, सीरिया में हुए यह ड्रोन हमले अस्साद सरकार से ज्यादा ईरान की हुकूमत को आगाह करने के लिए थे, इस पर माध्यम और विश्लेषक सम्मत हैं।

इराक-सीरियारविवार की रात कुल ३१ ट्रक्स इराक से सीरिया की ओर रवाना हुए। इनमें से २५ ट्रक्स ने इराक की अल-कैम सीमा पार करने के बाद जोरदार हवाई हमले हुए। ट्रक्स के इस काफिले के आखरी सात ट्रक्स पर जोरदार ड्रोन हमले किए गए। साथ ही रेफ्रिजरेटर रखे हुए इन ट्रक्स का बड़ा विस्फोट हुआ, ऐसी जानकारी सीरिया की सरकार से जुड़े माध्यम प्रदान कर रहे हैं। हमले से पहले ड्रोन्स ने वॉर्निंग शॉटस्‌ फायर किए, यह दावा भी किया जा रहा है। लेकिन सीरियन माध्यमों ने यह दावा ठुकराया है। साथ ही इस हमले में किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ, ऐसा सीरियन माध्यमों का कहना है।

इराक में मौजूद ईरान से जुडे आतंकी संगठन के कमांडर ने इस पर अलग जानकारी साझा की है। इन ड्रोन हमलों में एक ट्रक का नुकसान हुआ। इसी बीच, ब्रिटेन स्थित सीरियन मानव अधिकार संगठन ने इस ड्रोन हमलों के लिए अमरीका को ज़िम्मेदार ठहराया है। साथ ही इन हमलों में लोगों के हताहत होने का दावा भी इस संगठन ने किया है। घटना स्थल पर एम्ब्युलेन्स की भीड़ थी, यह कहकर इस मानव अधिकार संगठन ने इसे अपने दावे का आधार बनाया। इन ट्रक्स से सीरिया में स्थित ईरान से जुडे आतंकवादी संगठनों के लिए अहम सामान की यातायात हो रही थी, यह भी इस संगठन ने कहा है।

अल-मयादिन नामक खाड़ी के समाचार चैनल ने भी सीरिया में ईरानी ट्रक्स के काफिले पर ड्रोन हमले होने की बात कही है। आटे और चावल की यातायात करने वाले ट्रक्स को लक्ष्य किया गया, यह आरोप ईरान से जुड़े इस समाचार चैनल ने लगाया। लेकिन, सीरिया और इराक की ईरान से जुड़ी सरकार और माध्यम रेफ्रिजरेटर वाहक ट्रक्स पर हमला होने की बात कह रहे हैं और तभी अल-मयादीन की खबर विरोधी बात दर्शाती है, यह दावा किया जा रहा है। रेफ्रिजरेटर से आटे और चावल की यातायात संभव नहीं है, इस पर कुछ विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था ने इस ड्रोन हमले के लिए सीधे इस्रायल को ज़िम्मेदार ठहराया है। इससे पहले नवंबर में इस्रायल ने सीरिया के पूर्वी क्षेत्र के देर अल-ज़ोर में ईरानी वाहनों पर हवाई हमले किए थे। हथियारों की यातायात करने वाले इन ट्रक्स पर हुए हमलों में ईरान से जुड़े १४ आतंकवादी मारे गए थे। इसकी वजह से इराक से सीरिया में दाखिल हो रहे ट्रक्स में भी हथियारों का भंड़ार हो सकता है और इसे इस्रायल ने ही लक्ष्य किया होगा, ऐसी संभावना अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था व्यक्त कर रही है।

लेबनान की हिज़बुल्लाह और सीरिया के गुटों को ईरान तस्करी करके हथियार प्रदान कर रहा है, यह आरोप इस्रायल पिछले कई सालों से लगा रहा है। इस्रायल की सुरक्षा को चुनौती देने वाली यह तस्करी रोकने के लिए सीरिया में ईरान और ईरान से जुड़े गुटों को लक्ष्य करेंगे, ऐसा इशारा इस्रायल ने दिया था। साथ ही सीरिया में २०० से अधिक हमले करने की बात भी इस्रायल ने कुछ साल पहले कही थी। लेकिन पिछले दो सालों से इस्रायल ने सीरिया में कार्रवाई पर बयान करने से दूर रहा है।

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