अमरीका ने खाड़ी क्षेत्र में तैनात सेना में कटौती की, तो यहाँ चीन का प्रभाव बढ़ेगा – अमरीका के सेंटकॉम प्रमुख की चेतावनी

रियाध – ‘हालाँकि अमरीका को चुनौती देनेवाले चीन और रशिया पर ध्यान केंद्रित करने के लिए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने खाड़ी क्षेत्र में सेना कटौती के संकेत दिए; लेकिन अगर अमरीका ने खाड़ी क्षेत्र में सेना कटौती की, तो यहाँ चीन खाड़ी क्षेत्र में अमरीका का स्थान लेकर यहाँ अपना प्रभाव बढ़ाएगा’, ऐसी चेतावनी अमरीका के सेंट्रल कमांड-सेंटकॉम के प्रमुख जनरल फ्रँक मॅकेन्झी ने दी। सऊदी अरब के लष्करी अधिकारियों के साथ हुई चर्चा के बाद, माध्यमों से बातचीत करते समय जनरल मॅकेन्झी ने यह चेतावनी दी।

US-Gulf-Chinaराष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने अपने तीन महीनों के कार्यकाल में किए कुछ फैसलों पर अमरीका के लष्करी अधिकारी सहमत नहीं दिख रहे हैं। अफगानिस्तान से पूरी सेनावापसी करने के फैसले के बाद बायडेन ने इराक, सिरिया तथा खाड़ी क्षेत्र के अन्य देशों में होनेवाली सेनासंख्या भी कम करने के संकेत दिए हैं। साथ ही, बायडेन प्रशासन ने युएई और सऊदी अरब को दी जाने वाली लष्करी सहायता भी रोक दी है। उसी के साथ, ईरान से जुड़े येमन के हाउथी बागियों को आतंकवादी संगठनों की सूची में समाविष्ट करने का फैसला भी खारिज किया था।

साथ ही, खाड़ी क्षेत्र में तैनात अमरीका के युद्धपोत हटाने पर भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन का प्रशासन विचार कर रहा है। वहीं, दूसरी तरफ बायडेन प्रशासन ने ईरान के साथ परमाणु समझौते पर चर्चा शुरू करके, ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाने के लिए गतिविधियाँ शुरू कीं होने की खबरें सामने आ रहीं हैं। ईरान और इराक से जुड़े आतंकी संगठनों का खतरा खाड़ी क्षेत्र के देशों में बढ़ते समय, अमरीका की इन गतिविधियों के कारण खाड़ी क्षेत्र के देशों में असुरक्षितता निर्माण हो रही है, ऐसा जनरल मॅकेन्झी ने जताया।

‘ऐसी परिस्थिति में अगर अमरीका ने खाड़ी क्षेत्र के देशों के आवाहन को प्रतिसाद ना देते हुए इस क्षेत्र में सेना कटौती की, तो उसका फ़ायदा चीन और रशिया उठायेंगे’, ऐसा जनरल मॅकेन्झी ने कहा है। अमरीका की वापसी के बाद रशिया खाड़ी क्षेत्र के देशों को बड़े पैमाने पर हथियारों की सप्लाई कर सकता है। इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने का लक्ष्य चीन ने बहुत पहले से ही अपने सामने रखा था। अमरीका की सेना कटौती के बाद, चीन खाड़ी क्षेत्र में अपने लष्करी अड्डे स्थापित करेगा’, इसका एहसास सेंटकॉम के प्रमुख ने करा दिया।

‘ अमेरिका को चुनौती देने वाले चीन को समय पर ही चेतावनी देना आवश्यक है। लेकिन जागतिक महासत्ता होने वाली अमेरिका ने चीन के विरोध में कदम उठाते समय इसकी तसल्ली करना आवश्यक है कि कहीं हम दूसरी जगह चीन के लिए मौका तो निर्माण नहीं कर रहे हैं’, इन शब्दों में जनरल मॅकेन्झी ने बायडेन प्रशासन को मशवरा दिया है।

इसी बीच, सिरिया से सेनावापसी करने की बायडेन प्रशासन की गतिविधियों पर इस्रायल भी नाराज़ है। ‘ सिरिया से अमरीका की वापसी का फ़ायदा उठाकर चीन सिरिया में अपना लष्करी प्रभाव बढ़ाएगा और उसके बाद खाड़ी क्षेत्र में अपने हाथ पैर फैलाएगा। अमरिका को हालाँकि इसका एहसास है, फिर भी चीन को रोकने के लिए अमरीका ने कुछ खास कदम नहीं उठाए हैं’, ऐसा इस्रायली सूत्रों ने कहा है।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष चीन के विरोध में सख्त कदम उठाने के बजाय, इस देश को सामरिक और रणनीतिक फायदा मिलें ऐसे ही फैसले कर रहे होने का गंभीर आरोप अमरीका में किया जा रहा है। इस्रायल के सूत्रों ने भी गिने-चुने शब्दों में यही बात रेखांकित करने की कोशिश की है।

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