निजी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए अब ज्यादा रकम देनी पड़ेगी

नई दिल्ली – निजी अस्पतालों को फिलहाल सरकार ही कोरोना वैक्सीन प्रदान कर रही है। निजी अस्पतालों में कोरोना का टीका लगाने के लिए २५० रुपये शुल्क तय किया गया है। लेकिन, १ मई से यह सुविधा खत्म होगी। अब केंद्र सरकार निजी अस्पतालों को वैक्सीन प्रदान नहीं करेगी बल्कि, इन अस्पतालों को अब सीधे उत्पादकों से ही वैक्सीन खरीदनी पड़ेगी। इस वजह से निजी अस्पातालों में वैक्सीन लगाने के लिए अधिक रकम देनी पड़ेगी, ऐसी संभावना है। क्योंकि, वैक्सीन निर्माताओं से प्राप्त हो रही कीमत पर अधिक रकम लगाकर निजी अस्पताल यह वैक्सीन लगाएंगे। इसी कारण निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगाने के लिए करीबन १ हज़ार रुपये चुकाने पड़ सकते हैं, ऐसा अनुमान जताया जा रहा है। लेकिन, सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर सरकार के कार्यक्रम के तहत पात्र नागरिकों के लिए मुफ्त टीकाकरण जारी रहेगा।

कोरोना वैक्सीन

केंद्र सरकार ने तीन दिन पहले ही देश में टीकाकरण गतिमान करने के लिए राज्यों को और निजी अस्पतालों को वैक्सीन उत्पादक कंपनियों से सीधे वैक्सीन खरीदने की सहुलियत प्रदान की थी। इस नई नीति के तहत उत्पादक कंपनियों को ५० प्रतिशत वैक्सीन तय कीमत से केंद्र सरकार को प्रदान करनी होगी और अन्य ५० प्रतिशत वैक्सीन राज्य सरकारों को देने की या खुले बाज़ार में बेचने की अनुमति प्रदान की गई है। इस वजह से फिलहाल निजी अस्पतालों में टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार द्वारा हो रही वैक्सीन की सप्लाई अब बंद होने के आसार हैं।

केंद्र सरकार को कोविशिल्ड और कोवैक्सीन दोनों वैक्सीन निर्माता कंपनियां डेढ़ सौ से दो सौ रुपयों में प्रदान कर रही हैं। यह वैक्सीन टीकाकरण कार्यक्रम के तहत मुफ्त दी जा रही है। निजी अस्पतालों में टीका लगाने के लिए २५० रुपये शुल्क तय किया गया है। लेकिन, अब निजी अस्पताल सीधे कंपनियों से वैक्सीन खरीदेंगे। इस वजह से इन दोनों में तय की गई किमत के अनुसार अब इन अस्पतालों में वैक्सीन लगाने के लिए कितने दाम देने होंगे, यह तय होगा। लेकिन, यह कीमत कितनी होगी, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।

कोविशिल्ड के निर्माता ‘सिरम इन्स्टिट्यूट’ ने बुधवार के दिन राज्य सरकार को प्रति टीका ४०० रुपये दर से और निजी अस्पतालों को ६०० रुपये दर से सप्लाई करने का ऐलान किया। सिरम इन्स्टिट्यूट के संचालक अदार पुनावाला ने यह ऐलान करते समय कंपनियों को टीके की आपूर्ति करना मुमकिन नहीं है और वह निजी अस्पतालों के वैक्सीन खरीद करें, ऐसा कहा है।

इससे अब कोविशिल्ड वैक्सीन के लिए निजी अस्पतालों में ६०० रुपये चुकाने होंगे, यह स्पष्ट हो रहा है। इस पर निजी अस्पताल अपना शुल्क वसूलेंगे। इस वजह से यह वैक्सीन लेने के लिए निजी अस्पताल में करीबन एक हज़ार रुपये चुकाने पड़ेंगे, ऐसा अनुमान है। निजी अस्पतालों द्वारा वसूली जानेवाली इस कीमत पर केंद्र सरकार नज़र रखेगी, ऐसा कहा जा रहा है।

लेकिन, केंद्र सरकार द्वारा जारी टीकाकरण कार्यक्रम के तहत सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर कोरोना वैक्सीन मुफ्त ही उपलब्ध होगी। साथ ही अधिकांश राज्यों ने भी वैक्सीन मुफ्त देने का ऐलान किया है। इस वजह से दूसरी ओर सरकारी टीकाकरण के तहत मुफ्त वैक्सीन देना जारी रहेगा।

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