मध्यप्रदेश में प्रतिदिन हो रहा है १२ हज़ार पीपीई किटस्‌ का निर्माण

नई दिल्ली – कोरोना वायरस के संकट के दौर में मध्यप्रदेश में प्रति दिन १२ हज़ार ‘पर्सनल प्रोटेक्ट इक्विपमेंट’ (पीपीई) का निर्माण किया जा रहा हैं। अबतक इस राज्य में लगभग डेढ़ लाख पीपीई किटस्‌ तैयार किए गए हैं। कोरोना वायरस के मरीजों पर इलाज करते समय डाक्टर और अन्य कर्मचारियों के लिए जरूरी इन पीपीई किटस्‌ की भारत में बडी कमी महसूस हो रही थी। डाक्टर एवं वैद्यकीय कामगारों ने पीपीई किटसं की कमी होने के बारे में कई बार शिकायतें दर्ज की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने पीपीई किटस्‌ आयात करने का निर्णय किया था। लेकिन अब डीआरडीओ ने ही लाखों पीपीई किटस्‌ का निर्माण करके कंपनियों को ये किटस्‌ तैयार करने की तकनिक प्रदान की है।

डीआरडीओ ने कोरोना वायरस के संकट का सामना करने के लिए युद्धस्तर पर वेंटिलेटर्स, पीपीई किटस्‌, मास्क, बायो सूट का निर्माण किया था। अब उन्होंने देश की ही कंपनियों को इसका निर्माण करने की अनुमति प्रदान की है। इसके अनुसार मध्यप्रदेश की कंपनियाँ बडी गति से पीपीई किटस्‌ तैयार करने में जुटीं हैं।

मध्यप्रदेश की इन कंपनियों में प्रतिदिन १२ हज़ार पीपीई किटस्‌ तैयार किए जा रहें हैं। मध्यप्रदेश में प्रति दिन १० हजार पीपीई किटस्‌ की माँग हो रही हैं। ऐसें में शेष रहनेवालें किटस्‌ ज़रूरत के अनुसार अन्य ज़िलों में उपलब्ध किए जा रहें हैं, ऐसा मध्यप्रदेश के सरकारी अफसर ने बताया। अबतक उन्होंनें डेढ़ लाख पीपीई किटस्‌ का निर्माण किया हैं। इनमें से ७५ हज़ार किटस्‌ की आपूर्ति इंदौर और भोपाल में की गई है, यह जानकारी भी उन्होंने साझा की। साथ ही, मध्यप्रदेश में मास्क तैयार करने का काम भी जारी हैं। इसी बीच, भारतीय रेल भी बडी संख्या में पीपीई किटस्‌ का निर्माण कर रहीं है।

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