‘डबल म्युटेशन’ के बाद अब कोरोना के ‘ट्रिपल म्युटेशन’ ने बढ़ाई चिंता – महाराष्ट्र समेत चार राज्यों में ‘ट्रिपल म्युटेड’ कोरोना विषाणु पाए जाने का दावा

नई दिल्ली – देश में कोरोना की दूसरी लहर की ड़रावनी तीव्रता बढ़ने के पीछे ‘डबल म्युटेड’ कोरोना ज़िम्मेदार होने के लगातार दावे हो रहे हैं और ऐसे में अब ‘ट्रिपल म्युटेड’ कोरोना विषाणु पाया गया है। इस ‘ट्रिपल म्युटेड’ कोरोना ने चिंताएँ और भी बढ़ाई हैं। महाराष्ट्र, छत्तीसगड़, दिल्ली और पश्‍चिम बंगाल में ‘ट्रिपल म्युटेड’ कोरोना विषाणु के पाए जाने की रपट सामने आयी है और इन राज्यों में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के लिए यही ‘ट्रिपल म्युटेड’ विषाणु ज़िम्मेदार होने की आशंका जताई जा रही है। लेकिन, इस विषय पर अभी पर्याप्त खोज नहीं हुई है और केंद्र सरकार ने राज्यों को कोरोना संक्रमितों के नमूने जिनोम टेस्टिंग के लिए भेजने की सूचना की है।

corona-triple-mutationकोई भी विषाणु कुछ समय में अपनी जनुकिय संरचना में बदलाव करता रहता है। इससे विषाणु के नए प्रकार सामने आते हैं। कई बार ऐसे नए प्रकार के विषाणु अधिक घातक या कभी सौम्य होते है। विश्‍वभर में देखी गई कोरोना की नई लहर में कोरोना के नए प्रकार या वेरियंट ज़िम्मेदार होने की बात स्पष्ट हुई है। भारत में फिलहाल कोरोना की नई लहर टकराई है। मंगलवार से बुधवार की सुबह तक के २४ घंटो में देश में २०२३ कोरोना संक्रमित मृत हुए। देश में पहली बार एक दिन में दो हज़ार से अधिक संक्रमित मृत हुए हैं। इसी के साथ इन २४ घंटों के दौरान देश में २.९५ लाख नए मामले दर्ज़ हुए। २४ घंटों में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के नए मामले दर्ज़ होने से स्वास्थ्य प्रणाली पर भार बढ़ा है। देश में फ़रवरी से बढ़े कोरोना संक्रमण के लिए डबल म्युटेड कोरोना विषाणु ज़िम्मेदार होने की आशंका लगातार जताई गई थी।

महाराष्ट्र से बीते हफ्ते भेजे गए नमुनों में से ६१ प्रतिशत नमुनों में डबल म्युटेड विषाणु पाए गए थे। लेकिन, इन नमूनों की संख्या कम होने से इन आँकड़ों की बुनियाद पर कोई भी निष्कर्ष व्यक्त करना मुमकिन ना होने से अधिक नमूने जिनोम विश्‍लेषण के लिए भेजें, ऐसे आदेश केंद्र सरकार ने दिए थे। कोरोना की नई लहर के लिए डबल म्युटेड कोरोना ज़िम्मेदार होने की आशंका जताई जा रही है और इसी बीच अब कोरोना का ट्रिपल म्युटेड विषाणु पाया गया है।

‘कोरोना का ‘ट्रिपल म्युटेशन’ यानी कोरोना के तीन अलग-अलग प्रकार से बना नया प्रकार है। कोरोना का यह ‘ट्रिपल म्युटेशन’ काफी घातक साबित हो सकता है। इससे काफी बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है। अगले कुछ दिनों में इसके दुष्प्रभाव सामने आने शुरू होंगे, ऐसा ड़र जताया जा रहा है। यह ‘ट्रिपल म्युटेड’ कोरोना शरीर में साँस की प्रक्रिया पर बड़ा असर करेगा, यह ड़र भी जताया जा रहा है। साथ ही क्या कोरोना की मौजूदा वैक्सीन इस ‘ट्रिपल म्युटेड’ विषाणु पर असरदार साबित होगी, यह बात भी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

कोरोना का ‘ट्रिपल म्युटेशन’ पाए जाने के बाद केंद्र सरकार भी चिंतित होने का वृत्त है। इस वजह से अधिक से अधिक नमुने जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को कहा है। इससे ‘ट्रिपल म्युटेड’ कोरोना के संक्रमण की सच्ची जानकारी प्राप्त होगी और इससे आगे के प्रावधान मुमकिन होंगे।

इसी बीच, कोवैक्सीन डबल म्युटेड कोरोना पर असरदार होने का बयान ‘इंडियन कौन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च’ (आयसीएमआर) ने किया है। इससे संबंधित अनुसंधान में याह बात पाई गई है। भारत में पाए गए ‘डबल म्युटेड’ कोरोना विषाणुओं के साथ ही ब्रिटेन और ब्राज़िल में पाए गए कोरोना स्ट्रेन पर भी कोवैक्सीन कारगार साबित होने की बात ‘आयसीएमआर’ ने कही है। कोवैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक और ‘आयसीएमआर’ ने मिलकर किया है।

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