इस्रायल से समझौता करना इस्लामी देशों के लिए खतरनाक साबित होगा – ‘ओआईसी’ की बैठक में ईरान का इशारा

तेहरान/इस्लामाबाद – ‘इस्रायल जैसी जुलमी हुकूमत के साथ सहयोग स्थापित करना यानी इस्रायल के अत्याचारों का शिकार हुए पैलेस्टिनियों को पीठ दिखाने जैसा है| यह सहयोग इस्रायल को पैलेस्टिनियों पर नए हमले करने के लिए बल दे रहा है| नाईस से युफ्रेटस तक का क्षेत्र अपने कब्ज़े में करना ही इस्रायल का ध्येय है| इसकी वजह से इस्रायल के साथ समझौता करना इस्लामी देशों के लिए खतरनाक साबित होगा’, ऐसा इशारा ईरान ने दिया| पाकिस्तान में आयोजित ‘ओआईसी’ की बैठक में विश्‍वभर के इस्लामी देश इस्रायल के खिलाफ एकजुट हो जाएं, यह आवाहन ईरान ने किया|

‘ओआईसी’ की बैठकदो दिन पहले पाकिस्तान के इस्लामाबाद में ‘ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन’ (ओआईसी) की बैठक हुई| इस अवसर पर विश्‍वभर के इस्लामी देशों के विदेशमंत्री या संबंधित अधिकारी मौजूद थे| विदेशमंत्री अमिरअब्दाल्लाहियान सीरिया दौरे पर होने की वजह से ईरान ने ‘ओआईसी’ बैठक में अपने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खातिबज़ादेह को भेजा गया था| इस बैठक में ईरान की भूमिका रखते हुए खातिबज़ादेह ने शुरू में ही पैलेस्टिन का मुद्दा उठाया| पश्‍चिम एशिया में बढ़ रही असुरक्षा और अस्थिरता पैलेस्टिन के मुद्दे से जुड़ी होने का दावा खातिबज़ादेह ने किया|

इस्रायल बिल्कुल योजना के तहत पैलेस्टिन के क्षेत्र पर कब्ज़ा कर रहा है, यह आरोप ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने लगाया| ‘स्वतंत्र और संपूर्ण पैलेस्टिन इस्लामी देशों की प्राथमिकता है| लेकिन, ‘ओआईसी’ के गठन के ५० साल बीतने के बावजूद अभी तक पैलेस्टिनी जनता अपने अधिकारों से वंचित है’, ऐसी आलोचना खातिबज़ादेह ने की| साथ ही पिछले डेढ़ वर्ष में इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित कर रहे अरब देशों पर नाम लिए बिना हमला किया| अरब देशों का इस्रायल से सहयोग होना विश्‍वभर के इस्लामी देशों की इस्रायल विरोधि एकजुटता को नुकसान पहुँचानेवाला होने का आरोप खाजिबज़ादेह ने लगाया|

अरब देशों से सहयोग स्थापित करके इस्रायल इस्लामी देशों में घुसपैठ कर रहा है, यह दावा ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने किया| पैलेस्टिन के क्षेत्र पर पूरा कब्ज़ा करने के बाद इस्रायल को इजिप्ट की नाईल नदी से इराक तक बहनेवाली युफ्रेटस नदी तक के क्षेत्र पर कब्ज़ा करना है, यह आरोप खातिबज़ादेह ने लगाया| इस्रायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई नहीं करनी तो कम से कम इस्लामी देशों की इस पर सहमति होना सबसे अहम होने का बयान ईरान ने किया|

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सीधे ज़िक्र किया नहीं हो, फिर भी पिछले डेढ़ साल में इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता करके सहयोग स्थापित करनेवाले यूएई, बहरीन, मोरोक्को को उन्होंने लक्ष्य किया| खातिबज़ादेह ने ‘ओआईसी’ की बैठक में इस्रायल के खिलाफ भूमिका अपनाने के कुछ ही घंटे बाद ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् के प्रमुख हुसेन सलामी ने इस्रायल एवं अमरीका पर मिसाइल हमले करने की धमकी दी| अमरीका ने रिवोल्युशनरी गार्डस् पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से ईरान का यह संगठन अधिक बलवान हुआ है, यह बात अधिक तीव्र होने के नारे सलामी ने दिए|

सन २०२० में यूएई और बहरीन ने इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता करने के बावजूद ईरान ने इन दोनों देशों की आलोचना की थी| इस्रायल से सहयोग स्थापित करके अरब देशों ने पैलेस्टिनियों की पीठ में खंजर भोंका है, यह आरोप ईरान ने लागाया था| इसी बीच इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित होने के स्थिति में भी हमने पैलेस्टिन का मुद्दा अभी छोड़ा नहीं है, यह ऐलान यूएई ने किया था|

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