उत्तर कोरिया के अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक क्षेपणास्त्र परीक्षण पर अमरीका के नए प्रतिबंध

सेऊल – ‘कुछ घंटे पहले अंतर महाद्वीपीय बैलेस्टिक क्षेपणास्त्र का परीक्षण करके उत्तर कोरिया ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि हमने अपना परमाणु सामर्थ्य बढ़ाया है। इसके बाद पश्चिमी देशों की किसी भी धमकी अथवा ब्लैकमेल के सामने उत्तर कोरिया नहीं झुकेगा। साम्राज्यवादी अमरीका का सामना करने के लिए उत्तर कोरिया सिद्ध है’, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ने दी। उसके बाद अमरीका ने उत्तर कोरिया के क्षेपणास्त्र कार्यक्रम से संबंधित लोगों पर प्रतिबंध लगाए। उनमें उत्तर कोरिया समेत रशिया तथा चीन के व्यक्ति और संगठनों का समावेश है।

उत्तर कोरिया के अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक क्षेपणास्त्र परीक्षण पर अमरीका के नए प्रतिबंधउत्तर कोरिया ने गुरुवार सुबह ‘हॅसाँग-17’ इस अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक क्षेपणास्त्र का परीक्षण किया। लगभग 6,200 किलोमीटर की ऊँचाई तक प्रवास करने के बाद यह क्षेपणास्त्र उत्तर कोरिया और जापान के बीच के सागरी क्षेत्र में गिरा। 67 मिनट तक हवा में होने वाले इस क्षेपणास्त्र ने 1,090 किलोमीटर की दूरी तय की, ऐसा उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को घोषित किया। अपने इस क्षेपणास्त्र ने आवश्यक सभी निकष पूरे किए, यह बताकर उत्तर कोरिया ने इस संदर्भ में वीडियो जारी किया।

उसमें तानाशाह किम जाँग-उन को, किसी हॉलीवुड फिल्म की तरह लेदर जैकेट पहनकर क्षेपणास्त्र के पास से चलते हुए दिखाया है। साथ ही, इस परीक्षण के द्वारा अपने परमाणु सामर्थ्य में वृद्धि की होने का दावा उत्तर कोरिया ने किया। सन 2020 के अक्तूबर महीने में लष्करी संचलन में उत्तर कोरिया ने सर्वप्रथम इस क्षेपणास्त्र को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था। लेकिन गुरुवार को इस क्षेपणास्त्र का पहला परीक्षण संपन्न हुआ।

उत्तर कोरिया के अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक क्षेपणास्त्र परीक्षण पर अमरीका के नए प्रतिबंधदक्षिण कोरिया और जापान की लष्करी विश्लेषकों के अनुसार, हॅसाँग-17 क्षेपणास्त्र 15,000 किलोमीटर तक पहुँच सकता है। इस कारण उत्तर कोरिया के इस क्षेपणास्त्र की मारक पहुँच में अमरीका का अति पूर्वी भूभाग भी आने का दावा किया जाता है। उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण करने के बाद अमरीका के रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने जापान और दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रियों के साथ फोन पर चर्चा की। उसके बाद अमरीका ने उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध घोषित किए।

इस क्षेपणास्त्र के संशोधन तथा निर्माण में उत्तर कोरिया की सहायता करनेवाले अधिकारी और संगठनों पर अमरीका ने ये प्रतिबंध लगाए हैं। इसमें उत्तर कोरिया के साथ ही रशिया और चीन इन मित्र देशों के अधिकारी और संगठनों का भी समावेश होने की जानकारी अमरीका के विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राईस ने दी। लेकिन अमरीका के इन प्रतिबंधों के कारण ध्येयपूर्ति करने के उत्तर कोरिया के प्रयासों में कुछ भी फर्क नहीं पड़ेगा, ऐसा रशिया ने कहा है।

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