ईरान को आगाह करने के लिए इस्रायल-सौदी-बहरीन-इजिप्ट के लड़ाकू विमानों ने अमरिकी बॉम्बर के साथ लगाई गश्‍त

वॉशिंग्टन – ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पश्‍चिमी देशों की चिंता बढ़ रही है और ऐसे में अमरिकी वायुसेना के ‘बी – १ बी’ स्ट्रैटेजिक बॉम्बर विमान ने खाड़ी क्षेत्र में गश्‍त लगाई। इस दौरान इस्रायल के लड़ाकू विमान ने भी अमरिकी बॉम्बर का साथ देने के फोटो प्रसिद्ध हुए हैं। इस्रायली लड़ाकू विमान के साथ सौदी अरब, बहरीन, इजिप्ट के लड़ाकू विमानों ने भी अलग-अलग चरणों में अमरिकी बॉम्बर के साथ कुछ समय के लिए उड़ान भरी। यह संयुक्त गश्‍त ईरान को दिया गया और एक इशारा होने का दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

US-bomber-Israelईरान की वायुसेना ने रविवार के दिन ‘बी – १ बी’ बॉम्बर की गश्‍त की जानकारी प्रसिद्ध की। खाड़ी क्षेत्र के लष्करी अड्डे से उड़ान भरने के बाद इस बॉम्बर विमान ने होर्मुज़, पर्शियन और बाब अल-मंदाब की खाड़ी के अलावा रेड सी और फिर सुएज़ नहर के ऊपर उड़ान भरी। इस सफर के दौरान खाड़ी क्षेत्र के मित्रदेशों के लड़ाकू विमानों ने साथ देने का बयान अमरिकी वायुसेना ने किया। इनमें इस्रायल समेत सौदी अरब, बहरीन और इजिप्ट के लड़ाकू विमानों का समावेश था।

इनमें से इस्रायल की सेना ने ‘बी १ बी’ बॉम्बर के साथ अपनी वायुसेना के ‘एफ-१५’ लड़ाकू विमान ने उड़ान भरने के फोटो जारी किए। बायडेन प्रशासन के कार्यकाल में बॉम्बर विमान द्वारा खाड़ी क्षेत्र में लगाई गई यह पहली गश्‍त होने का दावा लष्करी विश्‍लेषक कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल के दौरान अमरीका ने खाड़ी क्षेत्र में बड़ी संख्या में बॉम्बर विमानों की तैनाती करके हवाई गश्‍त लगाई थी, यह याद भी लष्करी विश्‍लेषक ताज़ा कर रहे हैं।

इस्रायल की सेना ने इस संयुक्त गश्‍त को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज़ की। इस क्षेत्र में इस्रायल की सेना और अमरीका का रणनीतिक सहयोग बरकरार रहने की बात इस गश्‍त से स्पष्ट होती है, ऐसा बयान इस्रायल की सेना ने किया है। इस्रायल के माध्यमों ने भी ‘बी – १ बी’ और ‘एफ-१५’ की संयुक्त गश्‍त की खबर को अहमियत दी है। साथ ही यह गश्‍त परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम आगे बढ़ाने वाले ईरान के लिए इशारा होने का दावा इस्रायली माध्यमों ने किया हैं।

‘बी – १ बी’ की बतौर ‘स्ट्रैटेजिक बॉम्बर विमान’ की पहचान बनी है। यह विमान परमाणु बम के साथ उड़ान भरने की क्षमता रखता था। लेकिन, बीते कुछ वर्षों से अमरीका ने इन विमानों का इस्तेमाल मात्र मिसाइलों के परिवहन के लिए ही किया है और परमाणु बम के परिवहन की प्रणाली इस विमान से हटाई गई है। फिर भी अमरीका के तीन प्रमुख बॉम्बर विमानों में ‘बी १-बी’ का समावेश होता है। इस महीने के शुरू मे अमरिकी वायुसेना ने इन बॉम्बर विमानों की हिंद महासागर क्षेत्र के दिएगो गार्सिया में स्थित लष्करी अड्डे पर तैनाती की थी।

इसी बीच, ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमरीका और यूरोपिय देशों में चिंता का स्वर उठने लगा है। शनिवार के दिन इटली की राजधानी रोम में शुरू हुई ‘जी २०’ की बैठक के अवसर पर अमरीका, ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी ने जारी किए निवेदन में ईरान के परमाणु कार्यक्रम की गतिविधियों पर तीव्र चिंता व्यक्त की। साथ ही पश्‍चिमी देशों की माँगों का ईरान पूरी तरह से पालन करे, यह आवाहन भी इस निवेदन से किया गया था। ऐसी स्थिति में अमरीका के बॉम्बर विमान ने ईरान की हवाई सीमा से करीब लगाई गश्‍त ध्यान आकर्षित करती है।

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