‘सीआईए’ ने खुफिया रूप में अमेरिकन्स का डाटा इकट्ठा किया होने का आरोप

वॉशिंग्टन – अमरीका की केंद्रीय गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआईए’ ने सिनेट को बताए बिना, अमेरिकन जनता की जानकारी इकट्ठा की है। यह सारी जानकारी सीआईए ने एक प्रोग्राम में संग्रहित की होने का आरोप सत्ताधारी डेमोक्रॅट्स पार्टी के ही वरिष्ठ सिनेटर्स ने किया। सीआईए तथा ‘नॅशनल सिक्युरिटी एजन्सी-एनएसए’ इसमें सहभागी होने के दावे अमेरिकन सिनेट की ‘इंटेलिजन्स कमिटी’ के सदस्य रॉन वेडन और मार्टीन हेन्रीच ने किए हैं।

पिछले साल अप्रैल महीने में सिनेटर वेडन और सिनेटर हेन्रीच ने, सीआईए के इस ‘सिक्रेट प्रोग्राम’ की जानकारी सामने लाने के लिए गतिविधियाँ शुरू कीं थीं। पिछले कुछ सालों से सीआईए और एनएसए अमेरिकन जनता की जानकारी इकट्ठा करके एक प्रोग्राम में संग्रहित कर रहीं हैं। इसके लिए ये यंत्रणाएँ आतंकवाद विरोधी कार्रवाई का कारण दे रही हैं, ऐसा वेडन और हेन्रीच ने कहा है।

डेमोक्रॅट पार्टी के इन दोनों सिनेटर्स ने इसके लिए राष्ट्रीय गुप्तचर यंत्रणा के अध्यक्ष एव्रील हेन्स और सीआईए के प्रमुख विल्यम बर्न्स को पत्र लिखकर उस पर चिंता ज़ाहिर की थी। अप्रैल महीने में भेजा हुआ यह पत्र और सीआईए के कुछ कागज़ात गुरुवार को प्रकाशित किए गए। उसके बाद सीआईए की इस गोपनीय कार्रवाई की जानकारी सामने आई।

सीआईए और एनएसए, इन दोनों संस्थाओं का गठन विदेशी मुहिमों के लिए किया गया है। नियम के अनुसार उनका इस्तेमाल देशांतर्गत कार्रवाइयों के लिए नहीं किया जा सकता। अपने देश की जनता के हितसंबंधों की सुरक्षा करना, यह इन यंत्रणाओं की ज़िम्मेदारी है। ऐसा होने के बावजूद दोनों यंत्रणाओं ने अमरिकी जनता पर निगरानी की और उनके विदेशी व्यक्तियों के साथ हुए संभाषण संग्रहित किए होने का दोषारोपण सिनेटर वेडन और हेन्रीच ने किया।

गुरुवार को प्रकाशित हुए इस पत्र में, सीआईए कितने सालों से अमेरिकन जनता की जानकारी इकट्ठा कर रही है, कौन से तफ़सील जमा किए, इसका विवरण नहीं दिया गया है। लेकिन सीआईए ने जमा की यह जानकारी अमेरिकन सीनेट से भी छिपाकर रखी होने का आरोप सिनेटर वेडन और सिनेटर हेन्रीच ने किया।

सीआईए की यह कार्रवाई, अमेरिकन जनता की अभिव्यक्तिस्वतंत्रता पर हमला करनेवाली और अमरिकी नियमों का उल्लंघन करनेवाली साबित होती है, ऐसी आलोचना इन सिनेटर्स ने की। लगभग दशक भर पहले, सन 2013 में सिनेटर वेडन ने नॅशनल इंटेलिजन्स के तत्कालीन प्रमुख जेम्स क्लैपर को एनएसएस के बारे में सवाल किया था। क्या एनएसए ने लाखों अमरिकी नागरिकों की जानकारी इकट्ठा की है? ऐसा सवाल वेडन ने किया था। उस समय क्लैपर ने उसका जवाब ना में दिया था।

लेकिन कुछ समय बाद सिनेट की इंटेलिजन्स कमिटी के सामने हुई सुनवाई में क्लैपर ने, उन्होंने सिनेटर वेडन को गलत जानकारी दी होने की कबूली दी थी। इस कारण, सीआईए और एनएसए यह दोनों संस्थाएँ बिना किसी अनुमति के, अमेरिकन नागरिकों की जानकारी इकट्ठा कर रही होने के आरोपों की पुष्टि हुई थी। जेम्स क्लैपर ये पूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के कार्यकाल में नॅशनल इंटेलिजन्स के प्रमुख थे।

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