कासेम सुलेमानी हत्या के मामले में अमरीका के ५१ लोगों पर ईरान के प्रतिबंध

soleimani-assassination-us-sanctions-2तेहरान – दो वर्ष पहले ईरान के कुदस्‌ फोर्सस के प्रमुख मेजर जनरल कासेम सुलेमानी पर हुई कार्रवाई में शामिल अमरीका के ५१ नागरिकों पर ईरान ने प्रतिबंध लगाए हैं। इनमें अमरीका के रक्षाबलप्रमुख, सेंटकॉम के प्रमुख एवं पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का समावेश है। सुलेमानी की हत्या यानी अमरीका का आतंकी हमला होने की आलोचना ईरान ने की। वियना में परमाणु समझौते पर बातचीत जारी है और इसी बीच ईरान ने यह कार्रवाई करके अमरीका के बायडेन प्रशासन को झटका दिया हुआ दिख रहा है।

अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश से ही सुलेमानी को मारा गया है, फिर भी बायडेन प्रशासन इसकी ज़िम्मेदारी को दूर नहीं कर सकता, ऐसा इशारा ईरान ने कुछ दिन पहले ही दिया था। ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और मौजूदा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प को इस मुद्दे पर गंभीर परिणामों की धमकी दी थी। इसी बीच ईरान के एक अन्य धार्मिक नेता ने अमरीका समेत इस्रायल को भी धमकाया था।

शनिवार को ईरान के विदेश मंत्रालय ने अमरीका के ५१ लोगों पर सुलेमानी की हत्या के मामले में आतंकी कार्रवाई और मानव अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर प्रतिबंध लगाए। इनमें अमरीका के रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिली, सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) के प्रमुख जनरल केनिथ मैक्केन्ज़ी का समावेश है। साथ ही, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के दौर के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन और सुरक्षा समिती के पूर्व प्रमुख रॉबर्ट ग्रीनवे के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की।

soleimani-assassination-us-sanctions-3इसके अनुसार प्रतिबंध लगाए गए अमकिरी अफसरों की ईरान में स्थित संपत्ति जब्त की जा सकती है। लेकिन, इन अमरिकी अफसरों की ईरान में किसी भी तरह की संपत्ति होने की संभावना दूर-दूर तक नहीं है। इस वजह से ईरान की यह कार्रवाई सिर्फ प्रतिकात्मक साबित होती है। इन प्रतिबंधों के ज़रिये ईरान बायडेन प्रशासन को इशारा दे रहा है, ऐसा अमरीका के प्रमुख माध्यमों का कहना है। पिछले कुछ हफ्तों से वियना में ईरान के साथ परमाणु समझौते पर अमरीका और यूरोपिय देशों की चर्चा जारी है। ईरान की माँगों की वजह से इस परमाणु समझौते में रुकावट आई है। अमरीका ने हमारी माँगे स्वीकार नहीं की तो इसके आगे और भी बड़ी कार्रवाई करने का इशारा ईरान ने इन प्रतिबंधों की कार्रवाई के माध्यम से दिया है, ऐसा अमरिकी माध्यमों का कहना है।

लेकिन, अमरीका और ईरान के बीच परमाणु समझौता होने के दावे किए जा रहे हैं। लंदन स्थित ‘राय अल-यूम’ नामक वृत्तसंस्था ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार अमरीका और ईरान के बीच दो वर्ष के लिए अंतरिम परमाणु समझौता हुआ है। इसके अनुसार बायडेन प्रशासन ईरान पर लगाए सभी प्रतिबंध हटाने के लिए तैयार है। इसके ऐवज में ईरान अपने परमाणु प्रकल्प में मौजूद प्रगत यूरेनियम का भंड़ार रशिया को सौंप दे, यह इस समझौते के माध्यम से तय किया गया है, यह दावा वर्णित वृत्तसंस्था ने किया। इस्रायल के शीर्ष समाचार चैनल ने इस खबर को बड़ी अहमियत दी है। लेकिन, ईरान ने इस खबर को नकारा है और यह दावे पूरी तरह से झूठे होने का बयान भी किया है।

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