‘साउथ चाइना सी’ में चीन का लष्करी विस्तार आशिया में संघर्ष का कारण साबित होगा- ऑस्ट्रेलियन ‘श्वेतपत्रिका’ का इशारा

कॅनबेरा: चीन अमरिका के वर्चस्व को चुनौती दे रहा है। उसका  आने वाले समय में, अमरिका से प्रस्तुत इंडो पॅसिफिक क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया सक्रिय रहेने के लिए पहल करेगा, ऐसा ऑस्ट्रेलिया सरकार ने स्पष्ट किया है। ऑस्ट्रेलिया के विदेश विभाग ने यह श्वेतपत्रिका प्रसिद्ध की है और सरकारने विदेश नीति के बारे में अत्यंत स्वच्छ एवं ठोस नीति स्वीकारने की प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने दी है। पर चीन ने इस पर टीका की है और इस श्वेतपत्रिका गैर जिम्मेदाराना होने की बात कहकर नाराजगी व्यक्त की है।

लष्करी विस्तार

ऑस्ट्रेलिया सरकार ने १४ वर्षों के बाद पहली बार देश की विदेश नीति एवं उस संदर्भ में भूमिका स्पष्ट करने वाली श्वेतपत्रिका गुरुवार को प्रसिद्ध की है। ऑस्ट्रेलिया एवम निकटतम क्षेत्रों का इंडो पॅसिफिक ऐसा उल्लेख किया है। इस श्वेतपत्रिका में ऑस्ट्रेलिया की इस क्षेत्र में महत्वाकांक्षा स्पष्ट की गई है। इंडो पॅसिफिक क्षेत्र का भवितव्य ठहराने का महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की यह महत्वाकांक्षा होने की बात कहकर, उसके लिए अमरिका के साथ सहयोग एवं साझेदारी अधिक मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा, ऐसा रचना में सूचित किया गया है। चीन के ‘साउथ चाइना सी’, ‘ईस्ट चाइना सी’ एवं तैवान के खाड़ी क्षेत्र के कारवाईयों पर ऑस्ट्रेलिया ने चिंता व्यक्त की है।

चीन से अभूतपूर्व गति और व्याप्ति होने वाली गतिविधियां शुरू हुई है और उसके बारे में ऑस्ट्रेलिया ने तीव्र चिंता व्यक्त की है। चीन से साउथ चाइना सी में निर्माण होने वाले कृत्रिम भवन निर्माण एवं विवादग्रस्त क्षेत्र में लष्करी उपयोग पर ऑस्ट्रेलिया का कड़ा विरोध है। ईस्ट चाइना सी तथा तैवान के खाड़ी क्षेत्र में चीन से होने वाला बल का संभाव्य उपयोग अथवा घुसपैठ यह भी हमारे लिए चिंता की बात ठहरी है, ऐसे शब्दों में ऑस्ट्रेलिया ने स्पष्ट रुप से चीन के विरोध में भूमिका ली है।

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने श्वेतपत्रिका में चीन विरोधी भूमिका स्पष्ट तौर पर बोलकर दिखाई है। ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में पहली बार हमारा सबसे बड़ा व्यापारी साझेदारी होनेवाला देश सुरक्षा के मुद्दे पर महत्वपूर्ण साझेदार नहीं रहा, इन शब्दों में टर्नबुल ने चीन को सूचित किया है।

इस श्वेतपत्रिका में ऑस्ट्रेलिया ने अमरिका के इंडो पॅसिफिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका पर जोर दिया है और उसके लिए ऑस्ट्रेलिया कायम अमरिका के साथ देगा, ऐसी गवाही भी दी है। नियमों के आधार पर निर्माण हुए व्यवस्था का अमरिका ने समर्थन दिया है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्थिरता एवं समृद्धि के दृष्टि से हित संबंध संभालने वाले हैं। अमरिका ने समर्थन कायम नहीं रखा तो नियमों के आधार पर निर्माण हुए अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का प्रभाव कम होगा, ऐसा ऑस्ट्रेलिया ने स्पष्ट किया है। अमरिका के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व को ऑस्ट्रेलिया का सक्षम समर्थन रहेगा, ऐसा विश्वास भी श्वेतपत्रिका में व्यक्त किया गया है।

ऑस्ट्रेलिया ने चीन पर टीका करते हुए अमरिका के समर्थन में लिए भूमिका चीन को चुभनेवाली है। चीन के विदेश मंत्रालय ने श्वेतपत्रिका में ‘साउथ चाइना सी’ के बारे में विधान यह गैरजिम्मेदाराना होने की बात कही है।

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