ऑस्ट्रेलिया के विद्यापीठ मे चीन के जासूसी का नेटवर्क; ऑस्ट्रेलिया और चीन मे तनाव होने के संकेत

कैनबेरा / बीजिंग: ऑस्ट्रेलिया के विद्यापीठ चीन के लिए जासूसी करने का सनसनीखेज आरोप देश के भूतपूर्व लष्करी अधिकारी ने किया है। ऑस्ट्रेलिया से आरोप होते हुए राजनैतिक हस्तक्षेप के मुद्दे पर चीन ने ऑस्ट्रेलिया के राजदूतों को समन्स भेजने का वृत सामने आया है। उसके पीछे चीन के वरिष्ठ नौदल अधिकारी ने ऑस्ट्रेलिया ‘साउथ चाइना सी’ की शान्ति को झटका देने की वजह से नाराजगी व्यक्त की है। इस घटनाक्रम मे एक समय पर एशिया-पैसिफिक में सबसे नजदीकी साझेदार होनेवाले चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध अधिक बिगड़ने के संकेत मिल रहे हैं।

चीन ऑस्ट्रेलिया के अंतर्गत राजनीति में तथा शिक्षण संस्था में हस्तक्षेप करने का मुद्दा पिछले कई महीनों से ऑस्ट्रेलिया के संसद में सुनाई दे रहा है। इस मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया की संसद में स्वतंत्र विधेयक प्रस्तुत किया गया है और विरोधी पक्ष ‘लेबर पार्टी’ के प्रभावशाली संसद सदस्यों पर इस्तीफा देने का समय आया है। ऐसी परिस्थिति में ऑस्ट्रेलिया के भूतपूर्व लष्करी अधिकारी ने देश के शिक्षण संस्था पर चीन के लिए जासूसी का आरोप करना सनसनीखेज ठहरा है।

भूतपूर्व लष्करी अधिकारी एवं ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंस्टिट्यूट के संचालक पीटर जेनिंग्स ने एबीसी इस वृत्त माध्यम को दिए मुलाकात में देश के अग्रणी विद्यापीठो में शुरू होनेवाले संवेदनशील संशोधनों पर चीन का प्रभाव होने का आरोप किया है। रक्षा क्षेत्र के दृष्टिकोन से महत्वपूर्ण होने वाले संशोधन एवं तंत्रज्ञान इस बारे में ऑस्ट्रेलियन विद्यापीठ ‘निर्यात विषयक’ कानून का उल्लंघन कर रहा है और रक्षा विभाग द्वारा इसकी जांच हो, ऐसी मांग जेनिंग्स ने की है।

ऑस्ट्रेलिया में विद्यापीठ अपने तंत्रज्ञान चीन को दे रहा है तथा ऑस्ट्रेलियन विद्यापीठ में सीखने वाले चीनी विद्यार्थियों का उपयोग इसके लिए हो रहा है, ऐसा दावा उन्होंने किया है। यह बात ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय तथा सुरक्षा विषयक हितसंबंध के दृष्टि से नुकसानकारक होने का इशारा ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंस्टिट्यूट के संचालक जेनिंग्स ने दिया है। ऑस्ट्रेलिया के रक्षा विभाग ने इस बारे में स्पष्टीकरण देते हुए, विदेशी विद्यार्थियों पर ध्यान रखने की तथा कानून को कार्यान्वित करने की जिम्मेदारी विद्यापीठ की होने की बात कही है।

चार्ल्स स्टुअर्ट विद्यापीठ के प्राध्यापक एवं लेखक क्लाइव हैमिल्टन ने जेनिंग्स के इन आरोपों का समर्थन किया है। ऑस्ट्रेलिया के विद्यापीठ का संशोधन चीन के प्रगत मिसाइलों की क्षमता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसा आरोप हैमिल्टन ने किया है। एडलेड विद्यापीठ ने चीन के बीजिंग इंस्टिट्यूट ऑफ एयरोनॉटिकल मटेरियल्स के साथ किए संशोधन इसका प्रमुख उदाहरण होने का दावा किया है। चीन के लष्कर में लेफ्टिनेंट जर्नल जनरल यांग शुजून ने ऑस्ट्रेलिया के विद्यापीठ के साथ किए संशोधन सहयोग भी विवादग्रस्त होने की बात हेमिल्टन ने कही है।

ऑस्ट्रेलिया से यह आरोप शुरू होते हुए, चीन ने आक्रामक भूमिका ली है। चीन के नौदल के वरिष्ठ अधिकारी शेन जिनलांग ने ऑस्ट्रेलिया ‘साउथ चाइना सी’ की शांति को भंग करने का आरोप किया है। ऑस्ट्रेलिया के नौदल अधिकारी चीन दौरे पर होते हुए, यह आरोप होने से उस दौरे पर ध्यान केंद्रित हुआ है। ऑस्ट्रेलियन लष्कर के साउथ चाइना सी की गतिविधियां स्थिरता और शांति बिगाड़नेवाली थी, ऐसा चीनी अधिकारियों ने अपने आरोप में कहा है।

दौरान ऑस्ट्रेलिया से चीन के हस्तक्षेप के विरोध में होनेवाले कारवाईयों पर चीन के सत्ताधारियों ने नाराजगी व्यक्त की है। चीन में स्थित ऑस्ट्रेलिया के राजदूत जैन एडम्स को समन्स भेजने का वृत्त सामने आया है।

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