चीन के बॉम्बर विमानों की अमरीका और मित्रदेशों को चेतावनी

बीजिंग – चीन के तकरीबन ४१ लड़ाकू और बॉम्बर विमानों ने शुक्रवार को ताइवान की सीमा में घुससपैठ की। इससे कुछ ही घंटे पहले चीन के बॉम्बर विमानों ने फिलिपाईन्स के समुद्री क्षेत्र में उड़ान भरी थी। यह बॉम्बर विमान युद्धपोत विरोधि मिसाइलों से लैस थे, यह जानकारी चीन ने साझा की। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन की दक्षिण कोरिया में मौजूदगी के दौरान चीन के बॉम्बर विमानों की यह कार्रवाई अमरीका समेत इस क्षेत्र के अमरिकी मित्रदेशों को इशारा दे रही है।

चार ‘जे-११ लड़ाकू विमान’, पांच ‘जे-१६ लड़ाकू विमान’ और ‘एच-६ बॉम्बर’ विमान ने शुक्रवार को ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैठ की थी। चीन के इन विमानों ने लंबे समय तक ताइवान की सीमा में उड़ान भरी। इसके बाद ताइवान ने अपने लड़ाकू विमानों को भेजकर चीन के विमानों को पीछे हटने के लिए मज़बूर किया। ताइवान की सीमा में लड़ाकू विमानों ने घुसपैठ करने की बात इतनी आसान नहीं है, यह इशारा अमरिकी विश्लेषकों ने दिया है।

२४ फ़रवरी को रशिया ने यूक्रेन पर हमले शुरू करने के बाद चीन ने भी ताइवान की सीमा में विमानों की घुसपैठ की थी। अगले दिनों में चीन ने घुसपैठ तीव्र की थी। इसके साथ चीन अपने हवाई क्षेत्र का विस्तार करके ताइवान के हवाई क्षेत्र पर अपना अधिकार जताने की तैयारी कर रहा है। इस तरह पिछले साल से चीन ताइवान पर हवाई हमला कर रहा है, यह आरोप अमरिकी विश्लेषक लगा रहे हैं।

साथ ही पिछले कुछ हफ्तों से चीन के विमानों के बेड़े के बॉम्बर विमानों का बढ़ रहा इस्तेमाल काफी बड़ी चिंता का मुद्दा होने का बयान पश्चिमी माध्यम कर रहे हैं। शुक्रवार को ताइवान की सीमा में घुसपैठ करनेवाले चीनी विमानों के बेड़े में बॉम्बर विमान भी था। इसी बीच दो दिन पहले साऊथ चायना सी क्षेत्र से गश्त लगा रहे चीन के ‘लिओनिंग’ नामक विमान वाहक युद्धपोत का साथ देने के लिए बॉम्बर विमानों की तैनाती की गई थी।

इन बॉम्बर विमानों पर चीन के युद्धपोत विरोधि दो ‘वायजे-१२’ सुपरसोनिक मिसाइल मौजूद थे। विदेशी सैनिकों को ताइवान से दूर रखने के लिए चीन युद्धपोत विरोधि मिसाइलों से लैस बॉम्बर विमानों की गश्त लगा रहा है, यह दावा चिनी विश्लेषक ही कर रहे हैं। ताइवान की सुरक्षा के लिए हम वचनबद्ध हैं, ऐसा कह रही अमरीका, जापान और अन्य देशों को इशारा देने के लिए चीन ने बॉम्बर विमान भेजे हैं, ऐसा अनुमान भी जताया जा रहा है।

रशिया के यूक्रेन पर हमले की तरह आनेवाले दिनों में चीन भी ताइवान पर कार्रवाई करेगा, ऐसी चेतावनी अंतरराष्ट्रीय नेता, विश्लेषक दे रहे हैं। ताइवान की तुलना यूक्रेन से नहीं हो सकती, ऐसा कहकर चीन ने यह आरोप ठुकराए थे। लेकिन, चीन ने ताइवान और अमरीका के गुआम द्विप पर हमला करने की तैयार होने की बात कुछ दिन पहले के सैटेलाइट फोटो से स्पष्ट हुई थी। चीन ने ताइवान के ईशान कोण ओर के हिस्से की एवं गुआम के कुछ हिस्सों की प्रतिकृति तैयार करके उस पर हमला करने का अभ्यास किया था। इस वजह से चीन ने ताइवान पर एवं ज़रूरत पडने पर अमरिकी अड्डे पर भी हमले करने की तैयारी की हुई है।

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