‘जी ७’ के निवेदन पर आपत्ति जताकर चीन ने जापान के राजदूत को थमाया समन

बीजिंग – चीन की गतिविधियों के कारण ईस्ट और साउथ चाइना सी में बढ़ रहा तनाव और तिब्बत एवं झिंजियांग में हो रहे मानव अधिकारों के उल्लंघन का मुद्दा रेखांकित करते ‘जी ७’ देशों ने चीन की कड़ी आलोचना की। लेकिन, इससे बौखलाए चीन ने सीर्फ जापान को ही धमकाया है। ‘जी ७’ के माध्यम से जापान ने अपनाई भूमिका चीन की संप्रभूता और सुरक्षा को नुकसान पहुंचा रही है, यह आरोप चीन ने लगाया। साथ ही चीन ने राजधानी बीजिंग में जापान के राजदूत को समन थमाया। 

जापान के राजदूतविश्व के धनिक और विकसित देशों के गुट के तौर पर जाने जा रहे ‘जी ७’ की परिषद जापान के हिरोशिमा शहर में आयोजित हुई थी। जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के निवेदन में रशिया-यूक्रेन युद्ध और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में जारी चीन की गतिविधियों के कारण बढ़ रहे तनाव को लेकर चिंता जताई गई है। ‘ईस्ट और साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में चीन की शुरू सैन्य गतिविधियां, गरीब देशों को कर्ज के जाल में खींचने वाली नीति, तिब्बत-झिंजियांग में शुरू मानव अधिकारों का उल्लंघन और ताइवान विरोधी हो रही हमले की तैयारी जैसे मुद्दों का इस निवेदन में समावेश था।

इसपर बौखलाए चीन के विदेश मंत्रालय ने राजधानी बीजिंग में जापान के राजदूत हिदीओ तारुमी को समन थमाया। जापान में आयोजित ‘जी ७’ की बैठक यानी चीन विरोधी कार्यशाला थी, ऐसा आरोप चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने लगाया है। इस बैठक के माध्यम से ‘जी ७’ देश चीन के अंदरुनि कारोबार में दखलअंदाजी करने की कोशिश कर रहे है। इस वजह से संघर्ष छिड़ सकता है, ऐसी चेतावनी भी चीन के मुखपत्र ने दी। वहीं, चीन को लक्ष्य करने के लिए जापान ‘जी ७’ बैठक के माध्यम से अन्य देशों की सहायता प्राप्त कर रहा हैं, यह आरोप भी चीन के उप-विदेश मंत्री सून विदाँग ने लगाया। 

चीन के अंदरुनि कारोबार में हस्तक्षेप करके जापान वर्ष १९७२ में चीन के साथ जारी किए संयुक्त निवेदन का उल्लंघन कर रहा हैं, ऐसा आरोप उप-विदेश मंत्री विदाँग ने लगाया। जापान आगे चीन संबंधित अपनाई भूमिका बदले और द्विपक्षीय सहयोग सुधारने की कोशिश करें, ऐसा इशारा चीन के उप-विदेश मंत्री ने दिया है। इससे पहले चीन ने अमरीका की आलोचना की थी। अमरीका ‘जी ७’ का चीन के खिलाफ इस्तेमाल करती दिख रही हैं, यह आरोप भी चीन ने लगाया था। लेकिन, इस बार चीन ने अमरीका या यूरोपिय देशों को दोषी करार दिए बिना सीधे जापान को निशाना बनाया है।

जापान के राजदूत हिदीओ तारुमी ने अखबार को दिए साक्षात्कार में चीन ने लगाए सभी आरोप ठुकराए हैं। विवादित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना ‘जी ७’ का काम हैं, यह कहकर तारुमी ने इस बैठक के बाद किए निवेदन का समर्थन किया। साथ ही चीन अपने सभी विवादित मुद्दों को खत्म करें, यह सूचना राजदूत तारुमी ने दी है। 

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