कर्ज मर्यादा का हल निकालने में असफल होने पर अमरीका को खतरनाक आर्थिक संकट से नुकसान पहुंचने के संकेत

वॉशिंग्टन – अमरीका के सियासी दायरे में कर्ज मर्यादा को लेकर शुरू संघर्ष अधिक तीव्र हुआ है। राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने इस बीच यह आरोप लगाया कि, रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सदस्य हम फिर से राष्ट्राध्यक्ष ना बन सके, इसी मंशा से अमरीका की अर्थव्यवस्था को बंधक बना रहे हैं। बायडेन के इस आरोप को लेकर रिपब्लिकन पार्टी से तीव्र प्रतिक्रियाएं दर्ज़ होने से दोनों पक्षों के चर्चा का अगला दौर मुश्किलों में हैं। इसी बीच अमरिकी वित्त मंत्री जैनेट येलेन ने १ जून के बाद अमरीका अपने भुगतान नहीं कर सकेगी, ऐसी चेतावनी दी है। इस पृष्ठभूमि पर अगले कुछ ही दिनों में अमरिकी शेअर बाज़ार में बड़ी उथल-पुथल होने की एवं अमरीका को नई आपत्ति का सामना करना होगा, ऐसा ड़र जताया जा रहा है। 

कर्ज मर्यादावर्ष २०२१ में अमरिकी संसद ने ३१.४ ट्रिलियन डॉलर्स कर्ज मर्यादा निर्धारित की थी। पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में बायडेन प्रशासन ने ३१ ट्रिलियन डॉलर्स की मर्यादा पार की और इसके बाद १९ जनवरी, २०२३ को संसद ने निर्धारित की हुई पूरी कर्ज मर्यादा भी पार हुई है। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के कोषागार विभाग ने ‘एक्स्ट्राऑर्डिनरी मेजर्स’ लागू किए। इस प्रावधान की मर्यादा जून या जुलाई महीने में खत्म होगी, ऐसा कहा जा रहा है। इसके मद्देनज़र पिछले कुछ महीनों से वित्त मंत्री येलेन के साथ अमरीका के प्रमुख अभ्यास गुट, आर्थिक विशेषज्ञ एवं विश्लेषक लगातार अर्थव्यवस्था ‘डिफॉल्ट’ होने से संबंधित चेतावनी दे रहे हैं।

वित्त मंत्री येलेन ने रविवार को फिर से अपनी उसी चेतावनी की याद ताज़ा करके यह कहा कि, मौजूदा स्थिति में उपलब्ध निधी १ जून तक के लिए ही पर्याप्त बचा है। इससे पहले अमरिकी संसद को किसी भी स्थिति में कर्ज मर्यादा बढ़ानी ही होगी, इसकी याद येलेन ने ताज़ा की। अप्रैल महीने के अन्त में आयोजित एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने कर्ज मर्यादा का मुद्दा उठाकर ‘डिफॉल्ट’ होने का क्या परिणाम होगा, इसपर ध्यान आकर्षित किया था। 

कर्ज का भुगतान करने में असफल होने पर अमरीका पर खतरनाक आर्थिक आपदा टूटने का ड़र है। कर्ज मर्यादा बढ़ाई नहीं तो देश को भारी मात्रा में बेरोजगारी का सामना करना होगा। अमरिकी प्रशासन सेना को वेतन एवं ज्येष्ठ नागरिकों को सही आर्थिक सहायता प्रदान नहीं कर सकेगा। अमरिकी उद्योग को कर्ज पाने में भी मुश्किल होगी’, ऐसा इशारा अमरिकी वित्त मंत्री येलेन ने दिया था। अमरिकी आर्थिक विशेषज्ञ मंत्री और सी खतरनाक आर्थिक और सामाजिक परिणामों का सामना करना होगा, इसका अहसास कराया है।

येलेन ने इसके लिए १ जून की ‘डेडलाईन’ दी है, फिर भी अमरिकी शेअर बाज़ार एवं निवेश क्षेत्र में पहले ही जोरदार प्रतिक्रिया दर्ज़ हो सकती है। इसका असर शेअर बाज़ार के साथ अर्थव्यवस्था पर भी होगा और अर्थव्यवस्था अधिक तेज़ी से मंदी की ओर बढ़ेगी, ऐसा दावा माध्यम कर रहे हैं। अमरीका समेत यूरोप और अन्य प्रमुख देश विभिन्न आर्थिक संकटों का सामना कर रहे हैं और अमरीका में मंदी शुरू होने से इन देशों को भी भारी नुकसान पहुंच सता हैं। यह गतिविधियां वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी में धकेलने की वजह बनेगी, ऐसी चेतावनी विशेषज्ञ दे रहे हैं। 

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