१,१०० रॉकेट हमलें और ५१ लोगों के मारे जाने के बाद इस्रायल और ‘पीआईजे’ का युद्धविराम

तेल अवीव/कैरो – पिछले तीन दिनों से गाज़ापट्टी की इस्लामिक जिहाद और इस्रायल की सेना के हुए संघर्ष में ५१ लोग मारे गए। इनमें २७ नागरिकों क समावेश हैं और इनमें से २४ लोग इस्लामिक जिहाद के रॉकेट हमलें में मारे गए ऐसा आरोप इस्रायली सेना लगा रही हैं। गाज़ा से किए गए लगभग १,१०० रॉकेट हमलों के बाद इस्लामिक जिहाद ने इस्रायल के साथ युद्धविराम किया। लेकिन, यह युद्धविराम किसी भी क्षण टूटेगा और संघर्षफिर से शुरू होगा, ऐसी चेतावनी दोनों ओर के नेता और माध्यम दे रहे हैं।

रॉकेट हमलेंपिछले हफ्ते गाज़ापट्टी की आतंकी संगठन ‘पैलेस्टिनीयन इस्लामिक जिहाद’ (पीआईजे) और इस्रायल का संघर्ष शुरू हुआ। तीन दिन के इस संघर्ष में ‘पीआईजे’ के आतंकियों ने इस्रायल की दिशा में लगभग १,१०० रॉकेटस्‌ दागी, ऐसा दावा इस्रायली सेना कर रही हैं। इनमें से २०० रॉकेटस्‌ गाज़ापट्टी में ही गिर पड़े। इनमें से इस्रायल की सीमा में प्रवेश कर सें रॉकेटस्‌ आयर्नडोम यंत्रणा ने नष्ट किए, ऐसा इस्रायली सेना कह रही हैं।

इस कार्रवाई में ‘पीआईजे’ के २४ वरिष्ठ कमांडर्स के मारे जाने का दावा भी इस्रायली सेना ने किया। इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने और टैंक ने गाज़ा के १७० से भी अधिक ठिकानों को लक्ष्य किया। इस संघर्ष के कारण इस्रायल और ‘पीआईजे’ का हुआ संघर्ष फिर से दोहराया जा रहा हैं, ऐसा ड़र व्यक्त किया जा रहा था। इस पृष्ठभूमि पर इजिप्ट ने मध्यस्थता करके इस्रायल और पीआईजे का युद्धविराम कराया।

रॉकेट हमलेंरविवार रात ११.३० बजे के बाद युद्धविराम शुरू हुआ। लेकिन, इसके बाद भी इस्रायल और पीआईजे के बीच तनाव कायम हैं। इस्रायल कैद किए ‘पीआईजे’ के सदस्यों को रिहा करें, यह माँग इन आतंकियों ने की। लेकिन, गिरफ्तार आतंकियों की रिहाई युद्धविराम की शर्त पर मुमकिन नहीं, इसपर किसी भी तरह की चर्चा नहीं हुई थी, ऐसा इस्रायल स्पष्ट तौर पर कह रहा हैं।

युद्धविराम शुरू होने के बाद भी इस्रायल और ‘पीआईजे’ ने एक-दूसरें पर हमलें करने का आरोप लगाया हैं। पीआईजे ने सार्वजनिक तौर पर इस्रायल को नरक मे तब्दिल करने के लिए आवश्‍यक सैन्य तैयारी रखने का दावा किया। इस्रायल का पैलेस्टिन पर किया नियंत्रण हटाने के लिए हमने ज़रूरी तैयारी रखी हैं, ऐसा ‘पीआईजे’ के कमांडर्स कह रहे हैं। इस ओर ध्यान केंद्रीत करके इस्रायल और पीआईजे का युद्धविराम हुआ तो भी यह जल्द ही खत्म होगा, ऐसी चिंता स्थानीय विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे हैं।

इसी बीच, आनेवाले समय में इस्रायल और ‘पीआईजे’ का संघर्ष शुरू हुआ तो इसमें गाज़ापट्टी की हमास और वेस्ट बैंक के चरमपंथी भी शामिल होंगे, इस पर इस्रायली विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इस वजह से इस्रायल की सुरक्षा पर पूर्व और पश्‍चिमी सीमा से दबाव बनेगा। इसे अवसर बनाकर लेबनान की हिज़बुल्लाह के आतंकी इस्रायल के उत्तरी क्षेत्र पर हमलें करेंगे, ऐसी चेतावनी इस्रायली विश्‍लेषक दे रहे हैं। ईरान ने भी ‘पीआईजे’ को इस्रायल पर हमलें जारी रखने के लिए उकसाया होने की बात सामने आयी है।

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