हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था- ३०

हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था- ३०

हमारे शरीर में रक्तदाब (रक्तचाप- ब्लड प्रेशर) का नियंत्रण कैसे होता है, हम इस पर प्रकाश ड़ाल रहे हैं। इसका कारण यह है कि नॉर्मल रक्तदाब पेशियों के कार्यों के लिये अत्यंत आवश्यक हैं। पेशियों से बहनेवाला रक्तप्रवाह पेशियों को प्राणवायु व अन्य अन्न घटकों की आपूर्ति करते है। रक्तवाहनियों से प्रवाहित होनेवाला रक्तप्रवाह रक्तवाहनियों […]

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हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था- २९

हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था- २९

हमारा रक्तदाब (रक्तचाप- ब्लड प्रेशर) किन-किन घटकों के द्वारा नियंत्रित किया जाता है, हम इसका अध्ययन कर रहे हैं। हमारे मूत्रपिंड रक्तदाब के लाँग टर्म नियंत्रण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पिछले लेख में हमने देखा है कि मूत्रपिंडों के कार्य और दैनंदिन आहार में पानी और क्षार की मात्रा, ये दोनों घटक रक्तदाब के […]

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हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था- २८

हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था- २८

हम अपने रक्तदाब (रक्तचाप- ब्लड प्रेशर) और उस पर के नियंत्रण के बारे में जानकारी ले रहे हैं। हमारी चेतासंस्था (नर्व्हस सिस्टिम) द्वारा किये जानेवाले नियंत्रण को हमने देखा। चेतासंस्था के द्वारा होनेवाले नियंत्रण तुरन्त कार्यरत होते हैं। इसीलिये इन्हें तत्काल नियंत्रण कहा जाता है। परन्तु जब रक्तदाब धीरे-धीरे बढ़ता जाता है और यह वृद्धि […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- २७

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- २७

पिछले लेख में हमने देखा कि रक्तदाब में अचानक होनेवाले परिवर्तन पर बॅरोरिसेप्टर्स किस प्रकार नियंत्रण करते हैं। इनके अलावा भी कुछ घटक हैं जो रक्तदाब नियंत्रित करते हैं। ये अन्य घटक कौन-कौन से है, हम इसकी जानाकारी प्राप्त करेंगे। केमोरिसेप्टर्स अथवा रासायनिक स्विकारक :- रक्त में रासायनिक परिवर्तनों के कारण कार्यरत होनेवाले कुछ केमोसेन्सिटिव […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- २६

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- २६

हमारे शरीर का रक्तदाब अनजाने में ही किस प्रकार नॉर्मल रखा जाता है, हम इसकी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। चेतासंस्था के द्वारा यह नियंत्रण रखा जाता है। यानी शरीर की सभी पेशियों को हमेशा उचित वातावरण का लाभ मिलता रहे, इसकी उपाययोजना परमेश्‍वर ने हमारे शरीर में ही बना रखी हैं। यह उपाययोजना कैसी […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- २५

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- २५

‘डॉक्टर – आज सबेरे से ही काफ़ी ठंड़ी लग रही है, चक्कर आ रहा है। क्या आप मेरा बी.पी. चेक कर लोगे? अथवा ‘डॉक्टर, मुझे लगता है कि आज मेरा बी.पी. बढ़ गया है। क्या आप चेक करके बतायेंगे कि यह कितना बढ़ गया है?’ ऐसे व इसप्रकार के अनेको संवाद प्रतिदिन दवाखानों में होते […]

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हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २४

हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २४

हम अपने रक्ताभिसरण व रक्तदाब (रक्तचाप-ब्लड प्रेशर) पर नियंत्रण रखने वाले घटकों के बारे में जानकारी ले रहे हैं। अब हम अपने मष्तिष्क व चेतासंस्था की इस नियंत्रण में रहनेवाली भूमिका के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। चेतासंस्था के द्वारा होनेवाला नियंत्रण पूरे शरीर में कार्य करता है। इसके कार्य किसी एक अवयव तक सीमित […]

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हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २३

हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २३

किसी अवयव अथवा पेशीसमूह का रक्तप्रवाह आवश्यकतानुसार किस तरह नियमित होता रहता है, इसकी जानकारी हम ले रहे हैं। इसके लिये आपातकालीन उपाययोजना किस प्रकार कार्य करती है, यह हम ने देखा। आपातकालीन नियमन यह कायमस्वरूपी नियमन जितना पर्याप्त नहीं है। जो पूर्णत्व कायमस्वरुपी नियमन में है वह इस आपातकालीन नियमन में नहीं होता। आवश्यकता […]

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हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २२

हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २२

शरीर के अवयवों एवं पेशियों के अनुसार उनमें होनेवाली रक्तापूर्ति का नियमन कैसे होता है, इसका हम अध्ययन कर रहे हैं। इस में आपातकालीन नियमन कैसे होता है, इसका हम अध्ययन कर रहे हैं। इसमें आपातकालीन नियमन कैसे होता है, अब हम यह देखेंगे। किसी एक अवयव की रक्त की आवश्यकता बढ़ जाने के लिये […]

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हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २१

हृदय एवं रक्ताभिसरण संस्था – २१

हम रक्ताभिसरण का अध्ययन कर रहे हैं। पेशियों के कार्यों में मायक्रो-सरक्युलेशन के महत्त्व को हमने जान लिया। इस दौरान हमने देखा कि प्रत्येक अवयव अथवा पेशी संस्था स्वत: की रक्त आपूर्ति स्वयं ही नियंत्रित करती है। प्रत्येक अवयव अपनी आवश्यकता के अनुसार स्वयं ही रक्तप्रवाह नियंत्रित करता है। अवयवों अथवा पेशियों की सर्वसाधारण आवश्यकताएँ […]

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