बाल्टिक देशों को अगले परिणामों का अहसास नहीं – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी

कलिनिनग्राड – बाल्टिक देशों का उनके भौगोलिक स्थान को लेकर होने वाला अज्ञान और उचित अहसास का अभाव आश्चर्यकारी है। हम कौन हैं और क्या कर रहे हैं, इस को लेकर बाल्टिक देश अनभिज्ञ हैं। अपनी गतिविधियों का क्या असर हो सकता हैं, उसकी संभावना का अहसास बाल्टिक देशों को नहीं है, ऐसी फटकार रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने लगाई। बाल्टिक क्षेत्र में स्थित रशिया के ‘कलिनिनग्राड’ रक्षा अड्डे के किए दौरे के बीच में पुतिन ने किया यह बयान यानी नाटो के लिए चेतावनी होने का दावा विश्लेषक कर रहे हैं।

बाल्टिक देशों को अगले परिणामों का अहसास नहीं - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनीरशिया नाटो सदस्य देशों पर हमला करेगी, ऐसी चर्चा पिछले कुछ दिनों से बड़े जोरों से हो रही हैं। पश्चिमी माध्यम और विश्लेषकों की चर्चा में यह प्रमुख मुद्दा बना हैं। फिनलैण्ड और स्वीडन का नाटो में समावेश करने के मुद्दे पर रशिया ने दी हुई धमकियां और सैन्य तैनाती की गतिविधियां एवं नाटो सदस्य देशों के विभिन्न नेता और अधिकारियों ने दिए इशारें इसकी प्रमुख वजह समझी जा रही है। यूक्रेन युद्ध में रशिया को जीत हासिल हुई तो उसके आगे का लक्ष्य फिनलैण्ड और स्वीडन होंगे, यह ड़र लगातार व्यक्त किया जा रहा है।

पिछले पांच से आठ सालों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन नाटो पर हमला करेंगे, ऐसा इशारा जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने दिया था। इसी बीच नाटो की मिलिट्री कमिटी के प्रमुख एडमिरल रॉब बौअर ने नाटो-रशिया के बीच सर्वंकष युद्ध शुरू होने की चेतावनी दी थी। बाल्टिक देशों को अगले परिणामों का अहसास नहीं - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनीनाटो के प्रमुख सहित जर्मनी, नेदरलैण्डस्‌ और झेक रिपब्लिक के मंत्री और अधिकारियों ने भी रशिया के साथ युद्ध होने से संबंधित बयान किए थे। कुछ दिन पहले स्वीडन के ‘सिव्हिल डिफेन्स मिनिस्टर’ कार्ल-ऑस्कर बोहलिन, रक्षा मंत्री पाल जॉन्सन एवं सेनाप्रमुख जनरल माइकल बायडेन ने भी यही अहसास कराया था कि, स्वीडन को रशिया विरोधी युद्ध के लिए तैयार रहना होगा।

इसी पृष्ठभूमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने बाल्टिक क्षेत्र में स्थित कलिनिनग्राड का दौरा करना ध्यान आकर्षित कर रहा हैं। बाल्टिक समुद्र में स्थित कलिनिनग्राड पोलैण्ड और बेलारूस से जुड़े हैं। बाल्टिक देशों को अगले परिणामों का अहसास नहीं - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनीरशिया ने इस हिस्से में बड़े रक्षा अड्डे का निर्माण किया है और आधुनिक एवं उन्नत मिसाइलों के साथ लड़ाकू विमान, युद्धपोत एवं पनडुब्बियों की तैनाती भी की है। रशिया के हजारों सैनिक इस अड्डे पर तैनात हैं और इनका इस्तेमाल बाल्टिक देशों के विरोधी अभियान के लिए हो सकता है, यह ड़र लगातार जताया जा रहा है।

लिथुआनिया एवं इस्टोनिया के नेताने इस मुद्दे पर बयान करते हुए रशिया का हमला एक तय संभावना होने के दावे किए हैं। लेकिन, रशिया ने यह दावे ठुकराए हैं और पुतिन का यह दौरा यानी किसी भी तरह का संदेश नहीं हैं, यह भी कहा है।

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