नाटो का विस्तार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता फैलाएगा – रशिया के उप-विदेशमंत्री की चेतावनी

मास्को/माद्रिद – नाटो का विस्तार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता बढ़ानेवाली बात साबित हो रही है, ऐसी चेतावनी रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रिब्कोव ने दी। नए विस्तार की वजह से जुड़ रहें नए सदस्य देशों की या नाटो की सुरक्षा में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होगा, यह चेतावनी भी रिब्कोव ने इस दौरान दी। नाटो के विस्तार की प्रक्रिया रशिया को रोकने की आक्रामक नीति का हिस्सा है और नए विस्तार के साथ भी यह साबित होता है, इस पर भी रशियन मंत्री ने ध्यान आकर्षित किया।

नाटो का विस्ताररशिया-युक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर, पिछले सात दशकों से तटस्थ रहने की नीति अपनानेवाले फिनलैण्ड और स्वीडन ने नाटो का हिस्सा बनने का निर्णय किया था। पिछले महीनें दोनों देशों ने यह ऐलान भी किया था। अब नाटो ने भी उन्हें सदस्यता पाने के लिए आमंत्रित किया है और इसकी प्रक्रिया ‘फास्ट ट्रैक’ करने के संकेत भी दिए हैं। इन दोनों देशों की सदस्यता का विरोध करते रहे तुर्की ने भी अपना विरोध खत्म किया है। इस पृष्ठभूमि पर रशिया का यह बयान सामने आता दिख रहा है।

नाटो का विस्तारनाटो के विस्तार का मुद्दा रशिया और पश्चिमी देशों के संबंधों में हमेशा से तनाव का मुद्दा बना है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने इस मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाकर, रशिया की रक्षा तैयारी बढ़ाने पर जोर दिया। इसी दौरान, नाटो ने रशिया के प्रभाव क्षेत्र में घुसने की कोशिश करने पर संघर्ष करने की चेतावनी भी दी थी। फिलहाल जारी रशिया-युक्रेन युद्ध के पीछे भी, युक्रेन द्वारा नाटो की सदस्यता प्राप्त करने की हुई कोशिश, यही एक प्रमुख वजह थी। इससे पहले ऐसी कोशिश करने पर, जॉर्जिया पर भी रशिया ने हमला करके उसे सबक सिखाया था।

फिनलैण्ड और स्वीडन ने सदस्यता से संबंधित ऐलान करने के बाद भी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने कार्रवाई की चेतावनी दी थी। अब उप-विदेशमंत्री ने दी चेतावनी से भी यह स्पष्ट हो रहा है कि रशिया अपनी आक्रामक भूमिका जारी रखेगा। नाटो का गठबंधन रशिया की सुरक्षा के लिए खतरा है और इसके विरोध में रशिया उचित कदम उठाएगा, ऐसी चेतावनी भी उप-विदेशमंत्री रिब्कोव ने दी है।

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