इस्रायल-हमास युद्ध से बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर अमेरिका ने सीरिया से वापसी करने के संकेत दिए – ‘फॉरिन पॉलिसी जर्नल’ का दावा

वॉशिंग्टन/दमास्कस – इस्रायल-हमास युद्ध और ‘रेड सी’ में जारी संघर्ष की पृष्ठभूमि पर खाड़ी में रखी सैन्य तैनाती पर अमेरिका फिर से विचार करने की जानकारी सामने आ रही है। सीरिया में तैनात पुरी फौज हटाने की गतिविधियां अमेरिका ने शुरू की है, ऐसा वृत्त ‘फॉरिन पॉलिसी जर्नल’ ने दिया है। साथ ही इराक में तैनात अमेरिकी सेना भी विभिन्न चरणों में हटाई जाएगी, ऐसे संकेत अमेरिकी अधिकारियों ने दिए हैं।

इस्रायल-हमास युद्ध से बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर अमेरिका ने सीरिया ने सीरिया से वापसी करने के संकेत दिए - ‘फॉरिन पॉलिसी जर्नल’ का दावाआतंकवादी संगठन ‘आयएस’ विरोधी अभियान के लिए अमेरिका ने वर्ष २०१४ में सीरिया और इराक में सैन्य तैनाती की थी। ‘आयएस’ विरोधी अभियान खत्म होने का ऐलान होने के बाद भी इन दोनों देशों में अमेरिकी तैनाती अभी भी कायम है। सीरिया में अमेरिका के ९०० सैनिक और इराक में ढ़ाई हजार से भी अधिक सैनिक तैनात हैं। सीरिया और इराक में हुई इस तैनाती का ईरान, तुर्की, रशिया सहित कई देशों ने लगातार विरोध किया था।

इस्रायल-हमास युद्ध से बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर अमेरिका ने सीरिया ने सीरिया से वापसी करने के संकेत दिए - ‘फॉरिन पॉलिसी जर्नल’ का दावापिछले साल इराक सरकार ने अमेरिका के साथ सैन्य तैनाती हटाने के मुद्दे को लेकर अधिकृत स्तर पर चर्चा शुरू की थी। सैन्य तैनाती हटाकर इराक के साथ स्वतंत्र रक्षा भागीदारी विकसित की जाएगी, ऐसा अमेरिका ने कहा था। इस मुद्दे पर दोनों देशों में शुरू चर्चा आखिरी चरण में हैं और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने भी इसकी पुष्टि की है।

इराक के साथ ही सीरिया से सैनिक हटाने के संकेत भी अमेरिकी अधिकारियों ने दिए हैं। खाड़ी में शुरू मौजूदा संघर्ष की पृष्ठभूमि पर अमेरिका ने रक्षा संबंधित प्राथमिकता बदलने की तैयारी शुरू की है और सीरिया से हो रही वापसी इसी का हिस्सा होने का बयान अमेरिकी अधिकारियों ने किया है। लेकिन, कुछ विश्लेषकों ने अमेरिका की वापसी ‘आयएस’ को फिर से मज़बूत करनेवाली साबित होगी, यह ड़र भी जताया है।

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