अमरीका-कनाड़ा ने संयुक्त कार्रवाई में और एक ‘यूएचएओ’ मार गिराया – कनाड़ा की सीमा में कार्रवाई के बाद अमरीका के मोंटाना की हवाई सीमा में ‘शटडाऊन’

वॉशिंग्टन/वैन्कोवर – शुक्रवार को अमरीका के अलास्का प्रांत में हुई कार्रवाई के मात्र २४ घंटो के भीतर दूसरे ‘अनआइडेंटिफाईड्’ हाय-अल्टिट्यूड ऑब्जेक्ट’ (यूएचएओ) मार गिराया गया है। कनाड़ा के युकॉन प्रांत की सीमा में पाए गए ‘यूएचएओ’ को अमरीका और कनाड़ा ने संयुक्त कार्रवाई करके लक्ष्य किया गया है, कनाड़ा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्य्रूड्यु ने यह जानकारी प्रदान की। मात्र २४ घंटों के भीतर उत्तर अमरीका में दो ‘यूएचएओ’ देखे जाने से सनसनी फैली है और दोनों देशों की यंत्रणाओं ने ‘हाय अलर्ट’ जारी किया है। कनाड़ा में हुई इस कार्रवाई के बाद अमरीका के मोंटाना प्रांत की हवाई सीमा में कुछ समय के लिए ‘शटडाऊन’ किया गया था। इस पर अमरीका के राजनीतिक दायरे में तीव्र बयान सामने आए हैं।

शनिवार को कनाड़ा के युकॉन प्रांत में लगभग ४० हज़ार फीट की उंचाई पर एक अज्ञात वस्तु तेज़ी से घूमती हुई देखी गई। इसके बाद कनाड़ा की वायुसेना ने शीघ्र इस इलाके में शटडाऊन घोषित किया। साथ ही कनाड़ा की सरकार ने अमरीका के बायडेन प्रशासन से संपर्क करके इस घटना की जानकारी साझा की। अलास्का की घटना के बाद अलर्ट अमरिकी वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमान कनाड़ा भेजे।

शनिवार दोपहर को तकरीबन ३.४५ बजे अमरीका के ‘एफ-२२ रैप्टर’ लड़ाकू विमान ने ‘एआईएम ९ एक्स’ मिसाइल दागकर इस ‘यूएचएओ’ को मार गिराया, ऐसी जानकारी कनाड़ा की रक्षा मंत्री अनिता आनंद ने प्रदान की। हवाई सीमा की गतिविधियों को खतरा होने के संकेत प्राप्त होने से इस ‘यूएचएओ’ को मार गिराया गया, ऐसा आनंद ने स्पष्ट किया। यह वस्तु छोटी और गोल आकार की थी, यह भी कनाड़ा की रक्षा मंत्री ने कहा। इसके अवशेष बरामद करके अगला विश्लेषण किया जाएगा, ऐसा कनाड़ा की सरकार ने घोषित किया है।

मात्र आठ दिनों के दौरान उत्तर अमरीका की हवाई सीमा में ‘स्पाय बलून’ के साथ दो ‘यूएचएओ’ पाए जाने की घटनाएं ध्यान आकर्षित कर रही हैं। पिछले हफ्ते चीन के ‘स्पाय बलून’ ने अमरीका के मोंटाना प्रांत में घुसपैठ की थी। पांच दिन अमरीका की हवाई सीमा में रहने के बाद अमरीका ने ‘एफ-२२’ के ज़रिये साउथ कैरोलिना के तटीय इलाके में चीन के इस स्पाय बलून को मार गिराया था। अमरिकी मिसाइलों के भंड़ार की जासूसी करने के लिए चीन ने यह स्पाय बलून भेजा होगा, ऐसे आरोप अमरीका से लगाए गए थे।

इसके बाद गुरूवार को अलास्का की हवाई सीमा के करीब ‘यूएचएओ’ पाए जाने की जानकारी अमरिकी रक्षा विभाग को प्राप्त हुई थी। इस पर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के आदेश से अलास्का के उत्तरी तट के करीब ४० हज़ार फीट की उंचाई पर उड़ान भरने वाले इस ‘यूएचएओ’ को लक्ष्य किया गया था। तो अब कनाड़ा की सीमा में भी ‘यूएचएओ’ देखे जाने से इन घटनाओं का रहस्य अधिक बढ़ता जा रहा है। दोनों ‘यूएचएओ’ की पुख्ता जानकारी अभी सामने नहीं आयी है।

अमरीका में पिछले कुछ सालों से ‘यूएफओ’ यानी अज्ञात उड़न तश्करियां देखी जाने की मात्रा बढ़ी थी। इस मामले में अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं ने संसद के सामने विस्तृत रपट पेश की है। इनमें से कई घटनाओं का कोई खुलासा या स्पष्टीकरण न होने की बात यंत्रणा ने कही है। ‘यूएफओ’ अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होंगे, ऐसी चेतावनी वर्तमान एवं पूर्व अधिकारियों ने दी है। इस पृष्ठभूमि पर गौर करें तो अमरीका और कनाड़ा में ‘यूएचएओ’ पाए जाने की घटनाएं ध्यान आकर्षित कर रही हैं।

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