ताइवान ने रक्षाखर्च में १४ प्रतिशत बढ़ोतरी की

ताइपे – चीन के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर ताइवान ने अपने रक्षा खर्च में तकरीबन १४ प्रतिशत बढ़ोतरी की है। ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन ने इसका ऐलान किया है। ताइवान को कितना भी धमकाया गया या दबाव बनाया गया तब भी संप्रभुता की रक्षा करने का निर्धार नहीं बदलेगा, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन ने इस बार चीन को चेतावनी दी।

रशिया-यूक्रेन युद्ध और अमरिकी कांग्रेस की सभापति नैन्सी पेलोसी के दौरे की पृष्ठभूमि पर चीन ने ताइवान के करीबी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में सैन्य गतिविधियाँ शुरू की हैं। चीन के लड़ाकू विमान और युद्धपोत हर दिन ताइवान की सीमा में घुसपैठ कर रह हैं और ताइवान की हुकूमत को लगातार धमकाया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर ताइवान ने अपनी रक्षा तैयारी मज़बूत करने पर जोर दिया है और रक्षाखर्च में बड़ी बढ़ोतरी इसकी पुष्टि करती है।

अगले साल के लिए ताइवान ने १९.४१ अरब डॉलर्स का प्रावधान किया है। साल २०२२ की तुलना में रक्षाखर्च में १३.९ प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है। इसमें लड़ाकू विमान, मिसाइल्स, ड्रोन्स, पनडुब्बियों का समावेश है। इसके अलावा रक्षा विभाग के लिए ‘स्पेशल फंडस्‌’ का भी प्रावधान किया गया है।

साल २०१७ से ताइवान अपने रक्षा खर्च में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है। नई बढ़ोतरी के बाद ताइवान के कुल बजट में रक्षा खर्च का हिस्सा बढ़कर १५ प्रतिशत हुआ है।

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