हमारी ताइवान यात्रा की वजह से चीन के राष्ट्राध्यक्ष असुरक्षित हुए हैं – नैन्सी पेलोसी की फटकार

वॉशिंग्टन – ‘हमारी ताइवान यात्रा के बाद चीन ने ताइवान के इर्दगिर्द शुरू किए युद्धाभ्यास चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग असुरक्षित होने की बात दिखा रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की स्थिति कमज़ोर हुई हैं, यह हम महसूस करते हैं’, ऐसी फटकार अमरिकी सभापति नैन्सी पेलोसी ने लगाई। साथ ही अवसर मिला तो हम फिर से ताइवान की यात्रा करेंगे, यह भी पेलोसी ने कहा।

अमरिकी सभापति नैन्सी पेलोसी ने ताइवान की यात्रा करने पर उनका विमान हमला करके गिराया जाएगा, ऐसी धमकी चीन ने पिछले हफ्ते दी थी। लेकिन, चीन की इस धमकी को अनदेखा करके लोकतंत्र की समर्थक नेता त्साई ईंग-वेन से मुलाकात की। इस वजह से गुस्सा हुए चीन ने ताइवान के इर्दगिर्द छह ठिकानों पर लाईव फायरिंग ड्रिल का आयोजन किया था। इस दौरान चीन ने ताइवान की खाड़ी में ११ बैलेस्टिक मिसाइल्स दागीं।

पेलोसी के जापान पहुँचने के बाद चीन ने जापान के ‘एक्सक्लुज़िव एकॉनॉमिक ज़ोन’ (ईईज़ो) समुद्री क्षेत्र के करीब मिसाइल हमले किए। साथ ही ताइवान यात्रा के निषेध के तौर पर चीन ने पेलोसी और उनके परिवार पर प्रतिबंध घोषित किए। अपनी एशिया यात्रा खत्म करके अमरीका लौटीं पेलोसी ने चीन की इस कार्रवाई की आलोचना की। साथ ही अमरिकी समाचार चैनल से बातचीत करते समय पेलोसी ने चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग पर सीधा हमला किया।

चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग हमारी ताइवान यात्रा से असुरक्षित हुए हैं। इसी कारण चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी ने पिछले हफ्ते से ताइवान को घेरकर युद्धाभ्यास शुरू किया है, ऐसी फटकार पेलोसी ने लगायी। साथ ही ‘चीन के राष्ट्राध्यक्ष बेचैन होंगे, असुरक्षित हो जाएँगे, इसी कारण अमरिकी कांग्रेस के नेता ताइवान की यात्रा ना करें, इसे स्वीकारा नहीं जा सकता’, ऐसा कहकर पेलोसी ने ताइवान को लेकर चीन के दबाव को हम अहमियत नहीं देते, यही दर्शाया है।

पिछले हफ्ते ताइवान दौरे का हमें किसी भी तरह का अफसोस नहीं है। बल्कि, अवसर मिला तो दोबारा ताइवान की यात्रा करेंग, यह विश्वास सभापति पेलोसी ने व्यक्त किया। ताइवान को अलग-थलग करने की चीन की गतिविधियों का अमरीका साथ नहीं देगी, यह भी पेलोसी ने ड़टकर कहा। ऐसे में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के चुनावों में तीसरी बार अध्यक्ष पद प्राप्त करने की कोशिश कर रहे राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की स्थिति कमज़ोर होने का दावा पेलोसी ने किया।

इसी बीच पेलोसी की एशिया यात्रा के दूसरे चरण के तौर पर अमरीका इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों में निवेश बढ़ाएँगी। अमरिकी विदेश विभाग की उपमंत्री वेंडी शर्मन ने यह ऐलान किया। इस क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ सहयोग का विस्तार करने के लिए बायडेन ने प्राथमिकता दिखाई, यह जानकारी शर्मन ने साझा की। ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड जैसे पड़ोसी देशों को चीन की गतिविधियों को लक्ष्य करके शर्मन यह चेतावनी देती दिख रही हैं।

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