अमरीका, चीन के गश्ती विमानों की वजह से ताइवान की खाड़ी में बढ़ा तनाव – चीन ने अमरीका पर उकसाने का लगाया आरोप

ताइपे – चीन के ३८ विमान और ६ विध्वंसकों ने ताइवान की सीमा के करीब गश्त लगाई। इनमें चीन के जम्बो बॉम्बर ड्रोन का समावेश था। मिसाइलों के सज्जित ड्रोन हमारे देश पर मंड़राए, ऐसा आरोप ताइवान की सेना लगा रही हैं। चीन के इस गश्त ने तनाव बढ़ाया था तभी अमरीका के ‘पी-८आई पोसायडन’ गश्ती विमान ने ताइवान की खाड़ी में उड़ान भरी। चीन ने इसपर आपत्ति जताई और यह चेतावनी भी दी कि, अमरिकी विमान की गश्त उकसाने वाली है। इसी बीच अमरीका और चीन के इन गश्त के कारण इस क्षेत्र में तनाव बढ़ने का दावा किया जा रहा हैं। 

ताइवान की खाड़ीपिछले महीने चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी ने ताइवान की खाड़ी में अब तक के सबसे बड़े युद्धाभ्यास का आयोजन किया था। लगातार तीन दिवस आयोजित इस युद्धाब्यास में चीन के लड़ाकू विमान विध्वंसकों ने ताइवान की ‘मिडियन लाईन’ की मर्यादा पार की थी। चीन के इस युद्धाभ्यास पर अमरीका और मित्रदेशों ने आलोचना की थी। लेकिन, इसकी बिल्कुल भी परवाह ना करने वाले चीन ने गुरूवार को ताइवान की हवाई और समुद्री सुरक्षा को फिर से चुनौती दी है।

चीन के पिपल्स लिबरेशन आर्मी के ३८ लड़ाकू एवं बॉम्बर विमान और ६ विध्वंसकों ने ताइवान की खाड़ी के करीब से यात्रा की। इनमें से कुछ विमान ताइवान पर मंड़राए। चीन ने हवाई गश्त लगाने के लिए पहली बार ‘टीबी-००१’ बॉम्बर ड्रोन का इस्तेमाल किया। इस ड्रोन ने ताइवान और फिलीपाईन्स को अलग करने वाली बाशी की खाड़ी पार करके गश्त लगाई। ताइवान की गश्त पूरी करने के बाद यह बॉम्बर ड्रोन चीन की ओर रवाना हुए।

‘टीबी-००१’ चीन ने ताइवान विरोधी बनाई सैन्य नीति का सबसे बड़ा हिस्सा समझा जाता है। आनेवाले समय में चीन ने ताइवान पर हमला किया तो पिपल्स लिबरेशन आर्मी-००१ का इस्तेमाल करके ताइवान के प्रमुख शहरों को लक्ष्य कर सकते हैं। ताइवान ने अपने आरक्षित सेना के लिए तैयार किए ठिकानों को यह ड्रोन लक्ष्य करेगा, यह दावा ताइवान स्थित ‘नैशनल पॉलिसी फाउंडेशन’ नामक अभ्यासगुट के विश्लेषक चिह चूंग ने किया। 

चीन के ड्रोन ने पहले भी ताइवान पर उड़ान भरी थी। साथ ही परमाणु अस्त्रों से सज्जित ‘एच-६’ बॉम्बर विमान ने भी ताइवान पर चक्कर लगाए थे। लेकिन, मिसाइलों से सज्जित ‘टीबी-००१’ जैसे बड़े ड्रोन्स की गश्त ताइवान की चिंता बढ़ानेवाली साबित हो रही हैं। यह ड्रोन १,२०० किलो के लेज़र गाइडेड बम, ‘एफटी-७ ग्लाईड’, ‘एफटी-९ गाइडेड बम’ और हवां से जमीन पर हमला करनेवाले ‘एआर-४’ और ‘एआर-३ क्रूझ मिसाइल’ के साथ उड़ान भरने की क्षमता रखता है।

अमरीका की नौसेना ने शुक्रवार को ‘पी-८ आई पोसायड’ जैसे पनडुब्बी विरोधी गश्ती विमान रवाना करके चीन को प्रत्युत्तर देने का दावा किया जा रहा है। साथ ही मई महीने में अमरिकी रक्षा सामान का निर्माण कर रही शीर्ष कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी ताइवान का दौरा कर रहे हैं। ताइवान चीन का अभिन्न सार्वभूक क्षेत्र है, यह कहकर चीन ने अमरीका के राजनीतिक एवं सैन्य अधिकारियों की ताइवान यात्रा ‘वन चाइना पॉलिसी’ का उल्लंघन होने का आरोप लगाया था। साथ ही इन कंपनियों पर प्रतिबंध भी लगाए थे। लेकिन, चीन के इन प्रतिबंधों की परवाह किए बिना अमरिकी कंपनियों के अधिकारी ताइवान पहुंचेंगे ऐसी खबरे सामने आ रही हैं। इससे चीन बौखलाया है और अमरीका इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाने का काम कर रही हैं, ऐसा आरोप चीन लगा रहा हैं।

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