बागी संगठनों की धमकी के बाद म्यानमार में गृहयुद्ध भड़कने के संकेत – बागियों द्वारा लोकतंत्रवादी आंदोलन को समर्थन

नेप्यितौ – म्यानमार का लष्कर खुलेआम लोकतंत्रवादी आंदोलकों का हत्याकांड करवा रहा है; ऐसे में इस देश के बागी संगठनों ने लष्कर के खिलाफ संघर्ष की धमकी दी है। लष्कर ने अगर बेगुनाह नागरिकों के खिलाफ जारी हिंसाचार को नहीं रोका, तो हम आंदोलकों के साथ रहकर लष्कर पर हमले करेंगे, ऐसी चेतावनी चार प्रमुख बागी संगठनों ने दी। इस चेतावनी के कारण म्यानमार में फिर एक बार तीव्र गृहयुद्ध फड़कने के संकेत मिल रहे हैं। इसी बीच, म्यानमार के लष्कर द्वारा जारी पाशविक कार्रवाई की तीव्र गुँजें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सुनाईं दे रहीं होकर, अमरीका और जापान समेत ‘आसियन’ देशों ने नई कार्रवाई की घोषणा की है।

myanmar-civil-warम्यानमार के लष्कर द्वारा, पिछले कुछ दिनों से लगातार लोकतंत्रवादी आंदोलकों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। म्यानमार के स्वयंसेवी गुटों ने दी जानकारी के अनुसार, पिछले दो महीने में लष्करी कार्रवाई में लगभग ५५० लोगों की जानें गईं होकर, हज़ारों लोग घायल हुए हैं। लगभग तीन हज़ार लोगों को जेल भेज दिया होकर, उनमें राजनीतिक कार्यकर्ताओं समेत पत्रकारों का भी समावेश है। लष्कर द्वारा जारी इस कार्रवाई के बावजूद भी लोकतंत्रवादी आंदोलन को प्रचंड प्रतिसाद मिल रहा होकर, हररोज़ लाखों नागरिक सड़कों पर उतरकर प्रदर्शनों में सहभागी हो रहे हैं।

myanmar-civil-warलष्कर के खिलाफ जारी इस आंदोलन में अब म्यानमार के बागी संगठन भी कूद पड़े हैं। म्यानमार में कई वांशिक गुट पिछले कुछ दशकों से स्वायत्तता के लिए सशस्त्र संघर्ष कर रहे हैं। कुछ समय पहले म्यानमार के लष्कर ने इन गुटों के साथ संघर्षबंदी घोषित की थी। साथ ही, ‘आराकान आर्मी’ जैसे गुट को आतंकवादी संगठनों की सूची से भी बाहर निकाला था। इस कारण इस मोरचे पर शांति स्थापित करने में म्यानमार के लष्कर को कामयाबी मिली मानी जाती थी। लेकिन लोकतंत्रवादी आंदोलन की पृष्ठभूमि पर, यह मोरचा फिर से अस्थिर होने के संकेत मिलने लगे हैं।

myanmar-civil-warलोकतंत्रवादी आंदोलन को कुचलने के लिए जारी कार्रवाई के दौरान म्यानमार के लष्कर ने कॅरेन स्टेट में हवाई हमले चालू किए थे। इन हमलों के कारण लष्कर के साथ घोषित संघर्षबंदी खत्म हुई है, ऐसा ‘कॅरेन नॅशनल युनियन’ इस बागी संगठन ने घोषित किया है। इस संगठन ने पिछले हफ्ते से कॅरेन स्टेट इस प्रांत में पुलिस चौकियाँ तथा लष्करी थानों पर हमले शुरू करने की बात सामने आ रही है। अपने इलाके में लष्कर ने अगर बेगुनाह नागरिकों पर कार्रवाई की, तो उसे प्रत्युत्तर दिया जाएगा, ऐसी चेतावनी ‘कॅरेन नॅशनल युनियन’ ने दी है।

myanmar-civil-warउसी के साथ, म्यानमार के तीन अग्रसर बागी संगठनों ने लष्कर को हमलों की धमकी देनेवाला निवेदन जारी किया है। ‘यदि लष्कर ने हिंसाचार ना रोकते हुए बेगुनाह नागरिकों को मारना जारी रखा, तो हम प्रदर्शनकारियों का साथ देकर प्रतिहमले करेंगे’, ऐसी धमकी इन बागी संगठनों ने दी है। धमकी देनेवाले संगठनों में ‘तांग नॅशनल लिबरेशन आर्मी’, ‘म्यानमार नॅशनॅलिटिज् डेमोक्रॅटिक अलायन्स आर्मी’ तथा ‘आराकान आर्मी’ का समावेश है। यदि इन गुटों ने पुनः सशस्त्र संघर्ष की शुरुआत की, तो म्यानमार में भीषण युद्ध भड़केगा, ऐसा अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार गुट ने जताया है।

इसी बीच, म्यानमार के लष्कर द्वारा जारी कार्रवाई की पृष्ठभूमि पर, अमरीका ने म्यानमार को दी जानेवाली लष्करी सहायता को रोकने का निर्णय किया है। उसी समय, म्यानमार में नियुक्त कुछ राजनीतिक अधिकारी और कर्मचारियों को भी वापस बुलाया गया है। वहीं, जापान ने म्यानमार को दी जानेवाली नयी अर्थसहायता को रोकने का फैसला किया है। ‘आसियन’ के सदस्य देश होनेवाले इंडोनेशिया, सिंगापूर, मलेशिया तथा थाईलैंड ने भी म्यानमार के लष्कर का तीव्र निषेध करनेवाला निवेदन जारी किया होकर, कार्रवाई के संकेत दिए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.