म्यानमार की बगावत के कारण चीन का इस क्षेत्र में प्रभाव बढ़ेगा – जापान के रक्षा मंत्री की चेतावनी

टोकिओ/बीजिंग/वॉशिंग्टन – ‘म्यानमार में हुई लष्करी बगावत के विरोध में यदि आन्तर्राष्ट्रीय समुदाय ने समय पर ही प्रतिक्रियाएँ नहीं दीं, तो यह लोकतंत्रवादी देश चीन की श्रेणी में जा बैठेगा। इससे आग्नेय एशिया में चीन का प्रभाव बढ़ेगा’, ऐसी चेतावनी जापान के रक्षा मंत्री यासूहिदे नाकायामा ने दी। साथ ही, म्यानमार का लष्कर ‘आँग सॅन स्यू की’ तथा अन्य लोकतंत्रवादी नेताओं को रिहा करें और देश में पुनः लोकतांत्रिक सरकार स्थापित करें, ऐसी मांग जापान के रक्षा मंत्री ने की। अमरीका ने भी म्यानमार के लष्कर को प्रतिबंधों की धमकी दी है। वहीं, चीन ने यह माँग की है कि म्यानमार के संदर्भ में आन्तर्राष्ट्रीय समुदाय सामंजस्य की भूमिका अपनाएँ।

myanmar-china-bidenपिछले साल नवंबर महीने में म्यानमार में संपन्न हुए चुनावों में, स्यू की की ‘नॅशनल लीग फॉर डेमोक्रसी’ इस पार्टी को ६० प्रतिशत सीटें मिली थीं। लेकिन जनरल मिन आँग हलैंग के नेतृत्व में म्यानमार के लष्कर ने संसद का नया सत्र शुरू होने से पहले ही स्यू की समेत राष्ट्राध्यक्ष विन मिंत तथा अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया। जनरल हलैंग ने सत्ता की बागडोर अपने हाथ में लेते हुए, साल भर के लिए इमर्जन्सी लागू की।

myanmar-chinaम्यानमार के लष्कर की यह बगावत यानी लोकतंत्र की हत्या होने की आलोचना जापान ने की है। म्यानमार में हुई इस बगावत के खिलाफ लोकतंत्रवादी देशों ने अभी से ठोस भूमिका अपनाना आवश्यक है, ऐसा आवाहन जापान के रक्षा मंत्री नाकायामा ने किया। ‘ हम यदि चुपचाप बैठे रहें, तो म्यानमार और चीन के बीच लष्करी संबंध और मजबूत होंगे। यदि ऐसा हुआ, तो अमरीका, जापान तथा ब्रिटन इन जैसे लोकतंत्रवादी मित्र देशों से म्यानमार दूर चला जाएगा। इससे इस क्षेत्र को बड़ा खतरा संभव है’, ऐसी चेतावनी नाकायामा ने दी।

myanmar-china-bidenम्यानमार की इन गतिविधियों पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने प्रतिक्रिया दी है। म्यानमार में लष्कर ने लोकनियुक्त नेता स्यू की को गिरफ्तार करके देश के लोकतंत्र पर ठेंठ हमला किया होने की आलोचना राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने की। म्यानमार ने लोकतंत्र की दिशा में कदम उठाए इसलिए अमरीका ने इस देश पर लगाए प्रतिबंध हटाए थे। लेकिन यदि म्यानमार फिर से लष्करी हुकूमत की दिशा में मार्ग करवाना करने वाला है, तो अमरिका म्यानमार पर फिर से प्रतिबंध लगाएगी, ऐसा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने डटकर कहा।

myanmar-china-bidenम्यानमार में हुई बगावत पर आन्तर्राष्ट्रीय स्तर से तीव्र प्रतिक्रिया ना आएँ, इसका ख्याल चीन रख रहा है। ‘आन्तर्राष्ट्रीय समुदाय अब म्यानमार में राजनीतिक-सामाजिक स्थिरता निर्माण करने के लिए और इस देश के दोनों गुटों में सुलह कराने के लिए कोशिश करें’, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है। लेकिन लोकनियुक्त सरकार का तख्ता पलटने वाले म्यानमार के लष्कर के विरोध में, चीन के विदेश मंत्रालय ने एक लफ़्ज़ तक नहीं कहा है।

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