अमरीका की वापसी के बाद अफ़गानिस्तान में गृहयुद्ध भड़केगा – अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषिका की चिंता

वॉशिंग्टन – अफ़गानिस्तान से अमरिकी सेना की वापसी तय है। इस वापसी का सीधे अफ़गानिस्तान की सुरक्षा पर असर होगा और इस देश में गृहयुद्ध भड़केगा, अराजकता फैलेगी। इस अराजकता का लाभ पाकिस्तान उठाएगा, ऐसा इशारा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषिका ख्रिस्तिन फेअर ने दिया है। दो दिन पहले ही तालिबान के शिष्टमंडल ने पाकिस्तान की यात्रा करके प्रधानमंत्री इम्रान खान से भेंट की थी। इस पृष्ठभूमि पर ख्रिस्तिन फेअर के इस इशारे की ओर देखा जा रहा है।

us-afghanअमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प अफ़गानिस्तान में तैनात अमरिकी सेना पीछे हटाने के निर्णय पर कायम हैं। जनवरी के पहले दस दिनों में अमरीका के दो हज़ार सैनिक अफ़गानिस्तान से वापसी करेंगे। तालिबान के साथ हुए शांति समझौते की पृष्ठभूमि पर अमरीका अपने इन सैनिकों को अफ़गानिस्तान से हटा रही है। लेकिन, तालिबान पर भरोसा रखकर अफ़गानिस्तान में तैनात अपने सैनिकों को अमरीका ना हटाए, यह माँग अफ़गान सरकार एवं लष्करी विश्‍लेषक कर रहे हैं। ख्रिस्तिन फेअर ने भी एक वर्चुअल बैठक में बोलते समय अफ़गानिस्तान से अमरिकी सेना की वापसी पर चिंता जताई है।

आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए अफ़गान सेना को हवाई सहायता की आवश्‍यकता है। अफ़गानिस्तान में अमरिकी सेना की तैनाती अफ़गान सेना को सहायता कर रही है। लेकिन, अमरीका की वापसी के बाद यह हवाई सहायता बंद होगी और इसका असर अफ़गान सेना की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई पर होगा, इस ओर फेअर ने ध्यान आकर्षित किया। इसके साथ ही अमरिकी सेना की वापसी यानी अफ़गानिस्तान को पाकिस्तान के हवाले करने जैसा होगा, ऐसी आलोचना फेअर ने की।

us-afghanइस सेना वापसी के साथ अमरीका अफ़गानिस्तान में मौजूद जनतंत्र को अवैध साबित कर रही है। वहां पर कमज़ोर जनतंत्र स्थापित करने की कोशिश कर रही है, यह आरोप भी फेअर ने किया। ‘तालिबान को भी यही चाहिये। अफ़गानिस्तान में जनतंत्र खत्म होने के बाद इस देश में अस्थिरता निर्माण होगी और अस्थिरता का लाभ उठाने के लिए पहचाने जानेवाले पाकिस्तान इस अवसर से लाभ उठाएगा’, यह इशारा फेअर ने दिया। साथ ही फेअर ने अमरीका की पाकिस्तान से संबंधित नीति पर भी आलोचना की।

बीते बीस वर्षों में अमरीका ने पाकिस्तान पर लगाम लगाने के लिए गंभीरता से कदम उठाए ना होने का आरोप फेअर ने किया। बीते दो दशकों में अमरीका ने पाकिस्तान से संबंधित अपनाई नीति में बड़ी कमियां थी। अफ़गानिस्तान में होनेवाली पाकिस्तान की दखलअंदाज़ी और प्रभाव रोकने के लिए अमरीका ने गंभीरता से कोशिश नहीं की। ऐसी कोशिश होती तो आज अफ़गानिस्तान की समस्या निर्माण ही नहीं हुई होती, यह दावा फेअर ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.