कनाड़ा में प्रदर्शनकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से किया अगवा बलोचियों को रिहा करने का आवाहन

टोरांटो – ‘व्हेअर इज शब्बीर बलोच?, रिलिज शब्बीर बलोच, पाकिस्तानी सेना बलोचियों का संहार बंद करे’, इन संदेशों के बैनर लिए पश्‍तून, सिंधी और बलोचियों ने कनाड़ा की राजधानी टोरांटो में पाकिस्तान के खिलाफ़ जोरदार प्रदर्शन किए। ४ अक्तुबर, २०१६ को शब्बीर का पाकिस्तानी सेना ने बलोचिस्तान से अपहरण किया था।

canada-balochप्रदर्शनकारियों ने बलोचिस्तान, सिंध और खैबर पख्तूनख्वा में हो रहे मानवी अधिकारों के उल्लंघन का निषेध किया। साथ ही शब्बीर बलोच और उसके साथ सभी लापता छात्र और लोगों की रिहाई की माँग की। इसके अलावा बलोच, पश्‍तून और सिंध प्रांत में पाकिस्तानी सरकार के जारी अत्याचार बंद करने की माँग अंतरराष्ट्रीय समुदाय से की गई है। इन प्रदर्शनों में वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस और पश्तून तहफूज प्रदर्शनों के कार्यकर्ता शामिल थे।

इन प्रदर्शनों में शामिल हुए जाफर ने सोशल मीडिया पर इन प्रदर्शनों के फोटो शेअर किए और बलोचिस्तान में जारी अत्याचार ख़त्म करने की माँग की। अपनी पोस्ट में उन्होंने बलोच जनता के अधिकारों के लिए शब्बीर बलोच जैसे छात्र आवाज़ उठाते हैं। लेकिन, पाकिस्तान की सेना इन छात्रों को पकड़कर ले जाती है। जाफर ने पाकिस्तानी सेना के इस दमन तंत्र का निषेध करके बलोचिस्तान को आज़ाद करने की माँग की।

वर्ष २०१६ में शब्बीर बलोच को पाकिस्तानी सेना ने बलोचिस्तान स्थित गोरकोप से अगवा किया था। रविवार के दिन इस घटना को चार वर्ष पूरे हुए। शब्बीर अहमद बलोचिस्तान विश्‍वविद्यालय का छात्र है। शब्बीर ने कोरकोप में ‘चायना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ (सीपीईसी) के खिलाफ़ रैली का आयोजन किया था। पाकिस्तानी सेना ने शब्बीर समेत कुछ कार्यकर्ताओं को पकड़ा था।

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