चीन के साथ रक्तरंजित युद्ध किए बगैर फिलीपीन्स को अपना सागरी क्षेत्र वापस नहीं मिलेगा – फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दुअर्ते

मनिला – ‘वेस्ट फिलीपीन्स सी’ पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए चीन के साथ युद्ध करने के सिवा और कोई चारा ही नहीं है। खूनखराबे के बिना दूसरे किसी भी मार्ग से अपना सागरी क्षेत्र फिलीपीन्स को वापस नहीं मिल सकता। इसके लिए यह कीमत चुकानी ही पड़ेगी। यह युद्ध रक्तरंजित होगा और उसमें जय और पराजय ऐसी दोनों संभावनाएँ मुमकिन हैं’, ऐसी चरमसीमा की चेतावनी फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दुअर्ते ने अपनी जनता को दी है। उसके बाद दुअर्ते सरकार ने चीन के मिलिशिया जहाजों ने घुसपैंठ किए हुए वेस्ट फिलीपीन्स सी के क्षेत्र में विध्वंसक, गश्ती जहाज और विमानों की तैनाती बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं।

china-philippines-warदो सौ से भी अधिक चीन के जहाजों ने फिलीपींस की सागरी सीमा में घुसपैंठ की है। इन जहाज़ों पर लष्करी प्रशिक्षण प्राप्त किए चीन के मिलिशिया हैं। इस घुसपैंठ को अब दो महीने पूरे होंगे। इस घुसपैंठ के विरोध में फिलीपीन्स के रक्षा मंत्री और लष्करप्रमुख ने चीन की कड़ी आलोचना करके, चीन को परिणामों की चेतावनी भी दी थी। इसके बावजूद भी राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने चीन के विरोध में भूमिका अपनाना टाला होने की आलोचना शुरू हुई थी। सोमवार को राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने कैबिनेट की बैठक में और उसके बाद जनता को संबोधित करते हुए चीन के साथ युद्ध भड़केगा, इसका एहसास फिलीपीन्स की जनता को करा दिया।

‘सन २०१६ में हेग स्थित आन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय ने फिलीपीन्स के सार्वभौम सागरी अधिकारों पर मुहर लगाई थी। इस फैसले पर अगर अमल करना है, तो युद्ध के अलावा और कोई चारा ही नहीं है। फिलीपीन्स सी को, ताकत का इस्तेमाल करके ही वापस प्राप्त किया जा सकता है’, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने कहा। ‘चीन की मच्छीमार नौकाओं ने यदि फिलीपीन्स की सीमा में मच्छीमारी की, तो उसपर झगड़ा करने का कोई कारण नहीं है। लेकिन चीन अगर इस क्षेत्र में इंधन, निकेल अथवा अन्य किसी भी खनिजों का खनन शुरू करेगा, तो उसपर एक्शन लेने की बारी आई है’, ऐसा दुअर्ते ने जताया।

china-philippines-war‘चीन ने अगर फिलीपीन्स के सागरी क्षेत्र में खनन शुरू किया, तो वह दोनों देशों के बीच के समझौते का उल्लंघन साबित होगा और चीन के इस खनन के जवाब में फिलीपीन्स भी अपने जहाज़ चीन की सीमा में रवाना करके खनन शुरू करेगा’, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने डटकर कहां। फिलीपीन्स के रक्षा मंत्री डेल्फिन लॉरेंझा ने भी इस उपलक्ष्य में चीन को खरी-खरी सुनाई। ‘चीन के जहाजों की इस सागरी क्षेत्र में तैनाती, इस देश के असली हेतु सामने लानेवाली है। इस तैनाती के जरिए चीन वेस्ट फिलीपीन्स सी पर कब्ज़ा करने की कोशिश में है’, ऐसा आरोप लॉरेंझा ने किया।

इससे पहले फिलीपीन्स की सागरी सार्वभौमिकता का उल्लंघन करके, चीन ने इसी प्रकार पानाताग शोल और पांगानिबान द्वीप की सीमा में घुसपैंठ की होने की याद लॉरेंझा ने करा दी। इसके साथ ही, यहाँ के सागरी क्षेत्र में अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए फिलीपीन्स ने बुधवार से विध्वंसक, गश्ती नौका और हवाई गस्ती का प्रमाण बढ़ाया है। फिलीपीन्स दावा कर रहे सागरी क्षेत्र से अपने कुछ जहाजों ने वापसी की होने का दावा चीन कर रहा है। लेकिन अभी भी चीन के जहाज़ इस भाग में होने का आरोप फिलीपीन्स कर रहा है।

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