साउथ चाइना सी में चीन के परमाणु तैनाती पर फिलिपाईन्स आक्षेप लेगा – फिलिपाईन्स के रक्षा मंत्री

मनीला: साउथ चाइना सी में निर्माण हुए कृत्रिम द्वीपों पर चीन के परमाणु तैनाती पर फिलिपाईन्स जरूर आक्षेप लेगा। चीन के विदेश मंत्रालय के पास इस संबंध में प्रश्न पूछने की बात फिलिपाईन्स के रक्षा मंत्री डेल्फीन लौरेजाना ने स्पष्ट कि है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में लष्करी अधिकारियों की उपस्थिति में रक्षामंत्री लोरेजाना ने फिलिपाईन्स की भूमिका प्रस्तुत की। कुछ दिनों पहले साउथ चाइना सी की सीमा में गश्ती करने वाले विदेशी विध्वंसक एवं विमानों को चीन ने चेतावनी दी थी, ऐसा आरोप फिलिपाईन्स ने किया था।

साउथ चाइना सी, परमाणु तैनाती, फिलिपाईन्स, आक्षेप लेगा, रक्षा मंत्री, चीन, कृत्रिम द्वीपसाउथ चाइना सी में कृत्रिम द्वीपों के निर्माण के साथ इन द्वीपों पर लष्करीकरण करनेवाले चीन ने अब इससे बहुत अधिक तैयारी करने का दावा अमरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटागौन ने कुछ दिनों पहले किया था। चीन इस क्षेत्र में परमाणु तैनाती तथा तैरने वाले परमाणु प्रकल्प निर्माण करने की तैयारी में होने की बात पेंटागौन ने अपनी रिपोर्ट में कही थी। आने वाले २ वर्षों में चीन साउथ चाइना सी में परमाणु शस्त्रीकरण करेगा, यह दावा पेंटागौन ने किया था। पर किसी भी ठोस सबूत के सिवाय पेंटागौन यह आरोप करने की बात कहकर चीन ने पेंटागौन का रिपोर्ट ठुकराया था।

पर फिलिपाईन्स ने पेंटागन के इस रिपोर्ट पर ध्यान देते हुए साउथ चाइना सी में चीन के किसी भी परमाणु शस्त्र तैनाती का हमारा विरोध होगा, ऐसा फिलिपाईन्स के रक्षा मंत्री लौरेजाना ने कहा है। इस सागरी क्षेत्र में परमाणु शस्त्र तैनाती करना बिल्कुल सहन नहीं किया जाएगा। वहां सागरी सीमा अथवा द्वीपों पर लष्करी सामर्थ्य का वर्चस्व दिखाने के लिए फिलिपाईन्स की इच्छा नहीं है, तो फिर इस सागर क्षेत्र में परमाणु शस्त्र तैनाती का कारण ही क्या है? ऐसा प्रश्न फिलिपाईन्स के रक्षा मंत्री ने पूछा है।

पिछले कई हफ्तों से साउथ चाइना सी के बारे में फिलिपाईन्स ने चीन के विरोध में आक्रामक भूमिका लेना शुरू किया है। पिछले महीने में फिलिपाईन्स के वेस्ट फिलिपाईन्स सी के (चीन हक बता रहे साउथ चाइना सी) के सीमा में फिलिपिनी विमान ने गश्त की थी। पर चीन के नौदल ने फिलिपाईन्स के इस गश्ती विमान को धमका कर वापस जाने की चेतावनी दी थी। इस पर फिलिपाईन्स ने आक्षेप जताया था।

इस घटना को कुछ ही दिन हो रहे थे कि फिलिपाईन्स के गश्ती विमान ने फिर एक बार उस सागरी क्षेत्र से यात्रा की है। पर उस समय दो अंतरराष्ट्रीय वृत्त माध्यमों के प्रतिनिधियों ने विमान में बैठ कर वहां की यात्रा की थी। फिलिपाईन्स के गश्ती विमान को चीन के विध्वंसक ने दी धमकी का चित्रण एवं उसकी खबर बनाते हुए फिलिपाईन्स ने सागर क्षेत्र में चीन की आक्रामक कार्यवाहियों की बात दुनिया के सामने उजागर की थी। उसके बाद फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दुअर्ते ने भी इस क्षेत्र में चीन के आक्रमकता पर कड़े शब्दों में नाराजगी व्यक्त की थी।

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