साऊथ चायना सी में चीन के विस्तार के विरोध में ठोस भूमिका ली जाए – व्हिएतनाम का ‘आसियन’ देशों कों अनुरोध

मनिला : चीन ने ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में अपनाई आक्रमक विस्तारवादी निती के विरोध में आग्रेय आशियन देशों ने ठोस भूमिका लेनी चाहिये, ऐसा अनुरोध व्हिएतनाम ने किया है। व्हिएतनाम की इस भूमिका के वजह से ‘साऊथ चायना सी’ के मुद्दे पर चीन व ‘आसियन’ देशों के बीच नया विवाद खौलने के संकेत मिल रहे है। फिलिपाइन्स में ‘आसियन’ के विदेश मंत्रियों की सुरक्षा परिषद् के दौरान ही व्हिएतनाम ने खुले तौर पर चीन के विरोध में जाकर सहाय्यक देशों कों संकट में डाल दिया है, ऐसा माना जा रहा है।

फिलिपाइन्स में ‘आसियान’ सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की दों दिन की सुरक्षाविषयक बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण का मुद्दा निहाई पर होगा, ऐसे संकेत कुछ दिन पहले दिए गए थे। परिषद् का आयोजन करने वाले फिलिपाइन्स ने ‘साऊथ चायना सी’ के मुद्दे पर चीन से सुसंगता की नीति स्वीकार करने पर यह मुद्दा उपस्थित नहीं होगा, ऐसा माना गया था।

किन्तु शुक्रवार रात को ‘आसियन’ विदेश मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक ली गयी थी। इस बैठक में व्हिएतनाम ने ‘साऊथ चायना सी’ के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका लेकर ‘आसियन’ सदस्य देशों कों जोरदार झटका दिया। बैठक के दरमियान ‘आसियन’ के निश्चय में ‘साऊथ चाईन सी’ के मुद्दे पर चीन के विरोध में आक्रमक शब्दों में  भूमिका ली जाए, ऐसा आग्रह व्हिएतनाम ने किया। उसी के साथ ‘साऊथ चायना सी’ के लिए प्रस्तुत किये गए निर्देश सभी पर बंधनकारक होंगे, ऐसा उल्लेख अंतिम प्रस्ताव में रहेगा, ऐसी अपेक्षा की।

व्हिएतनाम के आक्रामकता से बैठक का आयोजन करने वाले फिलिपाइन्स का दुविधा में पड जाने का बताया जा रहा है। फिलिपाइन्स के राष्ट्रपति रॉड्रीगो दुअर्ते ने पिछले कुछ महीनों में चीन से नजदीकी बढ़ाने की निति का परिपालन किया है। फिलिपाइन्स ने चीन के साथ कुछ समझौते किये और आनेवाले समय में सहकार्य बढ़ने का बयान भी दिया है। उसमे ‘साऊथ चायना सी’ के मसले पर चीन के विरोध में न जाने के मुद्दे का भी समावेश है। फिलिपाइन्स के अलावा कंबोडिया, म्यानमार, लाओस, मलेशिया ये देश भी ‘साऊथ चायना सी’ के मुद्दे पर चीन का समर्थन करनेवाले माने जाते है।

‘साऊथ चायना सी’ के समुद्री क्षेत्र पर चीन अपना एकाधिकार बता रहा है। व्हिएतनाम, ब्रूनेई, मलेशिया, तैवान इन देशों ने इस समुद्री क्षेत्र पर बताये अधिकार को चीन ने अस्वीकृत कर दिया है। इसके अलावा प्रस्तुत समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने तथा ईंधन का उत्खनन करने गए व्हिएतनाम के जहाजों पर चीन के तटरक्षक बल के जहाजों ने हमले चढ़ा दिए थे। तीन साल पहले चीनी जहाजों के हमले में व्हिएतनामी मछुआरों की नौकाएं डूब गई थी।

इस पृष्ठभूमि पर, चीन के विरोध को नज़रंदाज़ करके व्हिएतनाम ने अभी ‘साऊथ चायना सी’ के समुद्री क्षेत्र में इंधन उत्खनन की शुरुवात की थी। उसपर चीन की तीव्र प्रतिक्रिया प्रकट हुए थी। उसके पश्चात व्हिएतनाम ने अधिक आक्रमक भूमिका लेते हुए ‘आसियन’ के बैठक में चीन के प्रति विरोध को कायम रखने के संकेत दिए है।

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