पाकिस्तान के पेशावर में हुआ भीषण आत्मघाती हमला – ५० लोगों के हताहत होने का दावा

इस्लामाबाद – कंगाली, महंगाई, बेरोजगारी और अन्न, धान से लेकर डीज़ल-पेट्रोल की किल्लत जैसी समस्याओं से घिरे पाकिस्तान को उसी ने पाला आतंकवाद दहला रहा हैं। ‘तेहरिक ए तालिबान’ ने पाकिस्तान के पेशावर शहर के सुरक्षित हिस्से के एक प्रार्थनास्थल पर भीषण आत्मघाती हमला किया और इस हमले में लगभग ५० लोग मारे गए हैं। इस हमले में घायलों की संख्या १५० से अधिक बताई जा रही है। इस भीषण हमले के बाद पाकिस्तान में हाय अलर्ट जारी किया गया है।

पेशावरसोमवार दोपहर १.४० बजे पेशावर पुलिस थाने के परिसर में स्थित प्रार्थना स्थल पर ‘तेहरिक’ के आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया। यह क्षेत्र पेशावर का सबसे सुरक्षित इलाका समझा जाता है। यहां पर आत्मघाती हमला हुआ तब वहां पर ३०० से ४०० पुलिस मौजूद थे, ऐसा एक पुलिस अधिकारी ने ही बताया है। इस वजह से साझा की जा रही हैं उससे कई अधिक संख्या में इस हमले में लोगों के मारे जाने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इस विस्फोट की तीव्रता इतनी बड़ी थी कि, प्रार्थनास्थल की दिवार भी ढ़ह गई। इसके मलबे में कई फंसे होने की संभावना भी जताई जा रही थी।

इस विस्फोट में मारे गए लोगों में पुलिसकर्मियों की मात्रा काफी ज्यादा होने का दावा ‘तेहरिक’ ने किया है। यह दावा करने के साथ ही तेहरिक का कमांडर उमर खालिद खोरासानी ने इस आत्मघाती हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकारी है। कुछ हफ्ते पहले पाकिस्तान की सेना और तेहरिक का युद्ध विराम खत्म हुआ था। अपने समर्थकों को पाकिस्तान की सेना, अर्धसैनिक बल एवं पुलिस को लक्ष्य करने के आदेश भी दिए थे। इसके बाद पाकिस्तान की सेना और पुलिसों पर तेहरिक ने जोरदार हमले शुरू किए थे। पाकिस्तान की सरकार और सेना ने तेहरिक के विरोध में सख्त कार्रवाई करने का ऐलान करके आतंकवादियों की रिड़ तोड़ने के दावे किए थे। साथ ही अफ़गानिस्तान की तालिबान ‘तेहरिक’ को रोके, यह गुहार भी पाकिस्तान की सरकार ने लगाई थी।

लेकिन, पाकिस्तान की नीति पर अफ़गानिस्तान की तालिबान भी नाराज़ है और यह देश अमरीका के इशारों पर नाच रहा हैं, ऐसी आलोचना अफ़गानिस्तान के तालिबानी नेता कर रहे हैं।

ऐसी स्थिति में तेहरिक के ज़रिये पाकिस्तान को सबक सिखाने की तैयारी अफ़गानिस्तान की तालिबान ने जुटाई दिख रही है। इस वजह से पाकिस्तान में आतंकी हमले बढ़ते देखे गए है। लेकिन, इन हमलों में पाकिस्तानी नागरिक नहीं, बल्कि सेना और सुरक्षा सैनिकों को लक्ष्य किया जा रहा हैं। इस वजह से पाकिस्तानी सरकार और सेना की चिंता अधिक बढ़ रही हैं। साथ ही इन आतंकी हमलों की वजह से पाकिस्तान की सियासत में बड़ी उथल-पुथल हुई है।

पेशावर यह खैबर पख्तुनख्वा की राजधानी है। इस राज्य में इम्रान खान की ‘पाकिस्तान तेहरीक ए इन्साफ’ की सरकार बनी है। यह सरकार आतंकवादी हमले रोकने में असफल हुई है, ऐसी आलोचना पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ सरकार कर रही है। इसी बीच इम्रान खान और उनके सहयोगी यह पाकिस्तान की सरकार की असफलता होने के दावे कर रहे हैं।

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