पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान की रशिया यात्रा से पाक की समस्याएँ बढ़ेंगी – पाकिस्तानी पत्रकारों की चिंता

इस्लामाबाद – आखिर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की रशिया यात्रा करने की कोशिश सफल हुई। बुधवार से प्रधानमंत्री इम्रान खान का रशिया दौरा शुरू हो रहा है। यूक्रैन की समस्या अधिक बढ़ने के कगार पर होने की स्थिति में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए रशिया उत्सुक नहीं है। लेकिन, इसके लिए चीन ने अपना प्रभाव इस्तेमाल किया और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को रशिया की यात्रा करने का अवसर प्राप्त हुआ, ऐसे दावे पाकिस्तानी पत्रकार कर रहे हैं। लेकिन, इस दौरे से पाकिस्तान को लाभ नहीं होगा, बल्कि इससे पाकिस्तान का नुकसान ही होगा, ऐसा इन पत्रकारों का कहना है।

imran-khan-russia-visitअमरीका का राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद ज्यो बायडेन ने विश्‍व के प्रमुख नेताओं से चर्चा की। लेकिन, इनमें पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का समावेश नहीं था, यह बात इम्रान खान के दिल को चुभ रही थी। उनके विरोधी भी इसका बार-बार दाखिला देकर इम्रान खान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई नहीं पूछता, ऐसे तमाचे जड़े हैं। इसी कारण पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अन्य देशों की भी यात्रा नहीं करते, ऐसे बयान माध्यमों में किए जा रहे हैं। इस पर जवाब देने के लिए इम्रान खान ने रशिया का दौरा करके राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के लिए कड़ी कोशिश शुरू की थी।

शुरू में दाद ना देनेवाली रशिया ने अब चीन के आग्रह पर इम्रान खान की यात्रा के लिए मंजूरी प्रदान की है। इससे प्रधानमंत्री इम्रान खान को राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के साथ अपने फोटो खिंचवाना संभव होगा। लेकिन, इस दौरे से पाकिस्तान के हाथ क्या लगेगा, यह सवाल पत्रकार पूछ रहे हैं। कुछ भी हो रशिया भारत के साथ जारी अपने सहयोग को अनदेखा करके पाकिस्तान की सहायता नहीं करेंगी। कश्‍मीर के मसले पर रशिया पाकिस्तान का पक्ष लेने की रत्तीभर भी संभावना नहीं है। इसके अलावा रशिया पाकिस्तान की विदेश नीति पर जरासा भी भरोसा करने के लिए तैयार नहीं है, इस पर पाकिस्तान के पत्रकार ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

अफ़गानिस्तान में तालिबान की हुकूमत स्थापित होने के बाद रशिया ने अपने सुरक्षा संबंधी हितों के लिए पाकिस्तान से सहयोग स्थापित करने की कोशिश की थी। लेकिन, पाकिस्तान पर भरोसा करना मुमकिन नहीं होगा, इसका अहसास होने के बाद रशिया ने यह कोशिश छोड़ दी थी। ऐसी स्थिति में इम्रान खान की रशिया यात्रा की कोशिश पाकिस्तान को भारी पड़ सकती है। क्योंकि, यूक्रैन के मसले पर अमरीका क्रोधित हो रही है और इसी बीच पकिस्तान के प्रधानमंत्री की यह रशिया यात्रा अमरीका की नई नाराज़गी का कारण बन सकती है। आगामी समय में पाकिस्तान को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। इससे इम्रान खान की रशिया यात्रा से पाकिस्तान को लाभ नहीं होगा बल्कि, इससे पाकिस्तान का नुकसान ही होगा, ऐसी चिंता इस देश के माध्यम व्यक्त कर रहे हैं। 

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